प्रोटीन, कार्बोज, वसा, स्फोक (रफेज), जल, खनिज लवण तथा विटामिन जैसे सात पोषक तत्वों की संतुलित उपस्थिति ही शरीर स्वस्थ बनाता है। शरीर को जिन खाद्य पदार्थो की जरूरत नहीं उन्हें जरूरत से ज्यादा खाना, यहां तक कि जिनकी कम आवश्यकता है उस खाद्य को अत्यधिक भरना भी शरीर को उसका अंत शरीर को नुकसान पहुंचाने जैसा ही है। इसलिए इस बात की जानकारी बेहद जरूर है कि क्या करें और क्या न करें।
यदि आपसे पूछा जाए कि 'क्या आप फिट है?' तो इसका उत्तर देने के बजाय प्रश्न ही करें 'किस चीज के लिए फिट?' जी हां फिटनेस के उद्देश्य अलग-अलग हैं। हो सकता है आप गप करने के लिए फिट हों परंतु मार्केट जाकर शॉपिंग करने के लिए नहीं। या फिर यह हो सकता है कि आप खेलने के लिए फिट हों परंतु शास्त्रीय गायन के लिए अनफिट।
प्रोटीन
शरीर में उत्तकों, मांसपेशियों और रक्त जैसे महत्वपूर्ण द्रव्यों का निर्माण, संक्रमण का सामना करने के लिए इन्जाइम और रोग प्रतिकारक तत्वों के विकास में सहायता।
स्रोत :- ताजा या सुखाया हुआ दूध, पनीर, दही, तिलहन और गिरी, सोयाबीन, खमीर, दालें, मांस, कलेजी, मछली, अण्डे और अनाज।
वसा
शक्ति के संकेन्द्रित स्रोत का काम करना और घुलनशील विटामिनों की पूर्ति करना।
स्रोत : मक्खन, घी, वनस्पति तेल और वसा, तिलहन और गिरी, मछली का तेल और अण्डे की जर्दी।
कार्बोहाइड्रेट
शरीर को शक्ति प्रदान करना।
स्रोत : अनाज, बाजरा, कन्दमूल जैसे कि आलू, चुकन्दर, अरबी, टेपिओका आदि और चीनी तथा गुड़।
विटामिन ए
शरीर की चमड़ी और श्लेष्म झिल्ली को स्वस्थ रखना और रात्रि अन्धता से बचाव।
स्रोत : मछली का तेल, कलेजी, दूध के उत्पाद -दही, मक्खन, घी- गाजर, फल और पत्तेदार सिब्जयां।
विटामिन बी-2 (रिबोफ्लेविन)
कोशिकाओं को आक्सीजन के उपयोग में सहायता देना, आंखों को स्वस्थ और साफ रखना तथा नाम मुंह के आसपास पपड़ी न जमने देना तथा मुंह के कोरों को फटने से बचाना।
स्रोत : दूध, सपरेटा, दही, पनीर, अण्डे, कलेजी और पत्तेदार सिब्जयां।
विटामिन सी
कोशिकाओं को मजबूत बनाना, रक्त वाहिक की भित्तियों को शक्तिशाली बनाना, संक्रमण की रोकथाम और रोग से जल्दी मुक्ति पाने की शक्ति प्रदान करना।
स्रोत : आंवला, अमरूद, नींबू की जाति के फल, ताजी सिब्जयं और अंकुरित दालें।
विटामिन डी
शरीर को काफी मात्रा में कैिल्शयम ग्रहण करने और हड्डी मजबूत बनाने में सहायता देता है।
स्रोत : दूध, मक्खन, अंडे की जदीZ, दूध, पनीर, मछली, तेल और घी।
कैल्शियम और फास्फोरस
हडि्डयां और दांत बनाने, रक्त बढ़ाने तथा पेशियों और नािड़यों को ठीक रूप् से काम करने में सहायक होता है।
स्रोत : दूध और इसके उत्पाद, पत्तेदार सिब्जयां, छोटी मछली और अनाज आदि।
लौहतत्व
प्रोटीन के साथ मिलकर हीमोग्लोबीन (रक्त में एक लाल पदार्थ जो कोषिकाओं में आक्सीजन ले जाता है) बनाना।
स्रोत : कलेजी, गुर्दा, अंडे, सिब्जयां, तिलहन-गिरी, फलियां, दालें, गुड़, सूखे मेवे और पत्तेदार सिब्जयां।
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