जैसा किसी मशीन को लंबे समय तक चलाने के लिए आप उसे सावधानी के साथ रखते हैं और खराबी आने पर मकैनिक से सही कराते हैं, वैसे ही आपका शरीर भी है। आपका शरीर किसी भी स्वास्थ्य समस्या से पहले आपको कुछ संकेत देता है, जिससे आप सावधान हो जाएं। ऐसा ही कुछ डायबिटीज की बीमारी में भी होता है। डायबिटीज से बचने के लिए सबसे पहले तो समय-समय पर जांच जरूरी है लेकिन आप इस जांच में देरी न करें, इसके लिए हम आपको कुछ संकेत बता रहे हैं। जब आपका ब्लड शुगल लेवल कंट्रोल से बाहर होता है, तो उससे पहले आपका शरीर कई संकेत भेजता है। इन संकेतों को समझकर आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
इतना ही इससे आप कई स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे स्ट्रोक, हृदय रोग और तंत्रिका क्षति (न्यूरोपैथी) से बच सकते हैं। हालांकि, लगातार पेशाब, थकान और धुंधली दृष्टि कुछ सामान्य संकेत हैं, यहां कुछ असामान्य संकेत हम आपको बता रहे हैं, आइए जानते हैं।
ब्रश करते समय खून आना
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज, यूएसए के अनुसार, यदि ब्रश करते समय आपके मसूड़ों से खून आता है, तो यह डायबिटीज की ओर इशारा हो सकता है। इस संकेत से पता चलता है कि ब्लड सर्कुलेशन में बड़ी मात्रा में ग्लूकोज जारी किया गया है। क्योंकि जब मसूड़ों में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है, तो यह मुंह में रक्तस्राव का कारण बनता है।
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त्वचा के रंग में बदलाव
डायबिटीज रोगियों में ज्यादातर त्वचा के रंग में बदलाव और असामान्यताएं इंसुलिन प्रतिरोध के कारण व हाई ब्लड शुगर का संकेत हैं। इसका मतलब है कि शरीर इंसुलिन इंजेक्शन और दवाओं पर प्रतिक्रिया नहीं कर रहा है, और ब्लड शुगर लेवल में बढ़ोत्तरी हो रही है। इस संकेत में आपकी त्वचा काले पड़ने के साथ, त्वचा में अतिरिक्त रोमछिद्र भी विकसित हो सकते हैं।
बार-बार वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन
सेन्ट्रल फॉर डिजीज कंट्रोल और प्रीवेंशन, यूएसए के अनुसार, शरीर में ग्लूकोज का बढ़ता स्तर यीस्ट इंफेक्शन का कारण बनता है। क्योंकि यीस्ट मूत्र मार्ग में ग्लूकोज पर फ़ीड करता है। यह जरूरी है कि डायबिटीज से पीड़ित महिलाएं अपने वेजाइनल हेल्थ के बारे में अतिरिक्त सावधानी बरतें। यीस्ट इंफेक्शन का कारण वेजाइना में खुजली, रैसेज, यौन संबंध के दौरान दर्द, पेशाब के दौरान दर्द या असहजता, और वेजाइनल व्हाइट डिस्चार्ज की वजह से होता है।
चोट का देर से सही होना
जब आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है, तो आपकी चोट या घाव को सही होने में काफी वक्त लगता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एण्ड डाइजेस्टिव एण्ड किडनी डिजीज यूएसए के अनुसार, हाई ब्लड शुगर शरीर में तंत्रिका क्षति और खराब सर्कुलेशन का कारण बन सकता है। विशेष रूप से पैरों और किसी कट-फट, चोट, खरोंच जैसे घावों को सही होने में धीमी गति हो जाती है। इन घावों के कारण खराब ब्लड शर्कुलेशन भी आपको इंफेक्शन का शिकार बना सकता है।
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भरपूर खाने के बाद भी वजन का घटना
जरूरी नहीं है कि डायबिटीज में आपका वजन बढ़े, बल्कि वजन का कम होना भी ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने का एक संकेत हो सकता है। अगर आपकी डाइट सही होने के बावजूद वजन घट रहा है, तो डॉक्टर से जरूर जांच कराएं। शरीर में बल्ड शुगर लेवल का अधिक होने से यह प्रक्रिया रिवर्स हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर ग्लूकोज को ऊर्जा में परिवर्तित करने में असमर्थ होता है, इसलिए शरीर इसके लिए मांसपेशियों और वसा की ओर मुड़ जाता है। जैसे शरीर ऊर्जा के लिए मांसपेशियों और वसा को तोड़ता है, तो व्यक्ति वजन कम होना शुरू हो जाता है।
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