हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक लिवर को वर्कहाउस भी कहा जाता है और इस अंग को जितनी ज्यादा तवज्जों मिलनी चाहिए उतनी नहीं मिल रही है। अगर आप लोगों से अपने शरीर के अंगों को सूची में रखने के लिए कहेंगे तो लिवर उन सबमें निचले स्थान पर होगा। आप भले ही सो जाते हैं लेकिन लिवर फूड को तोड़ने, संक्रमणों से लड़ने और आपके रक्त से खराब कणों को बाहर करने का काम करता रहता है। आप इसके बिना नहीं जी सकते।
मौजूदा वक्त में खराब खान-पान के कारण बहुत से लोग लिवर में गंदगी जमा होने की समस्या से जूझ रहे हैं। इससे न केवल लिवर की कार्य प्रणाली प्रभावित होती हैं बल्कि व्यक्ति को लिवर से संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बहुत से लोग लिवर में गंदगी जमा होने के संकेतों को नहीं पहचान पाते और बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। अगर आप भी लिवर में गंदगी जमा होने के संकेतों को नहीं पहचान पा रहे हैं तो हम आपको ऐसे तीन संकेत बताने जा रहे हैं, जो लिवर में गंदगी जमा होने के तीन संकेत देते हैं।
पेशाब का रंग बदलना
लिवर में गंदगी जमा होने पर पेशाब के रंग में बदलाव आ जाता है। इतना ही नहीं लिवर में गदगी जमा होने पर पेशाब का पंग गाढ़ा पीला और पेशाब के दौरान झाग बनने लगता है। अगर किसी व्यक्ति को ये लक्षण दिखाई दे तो उसे तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए।
इसे भी पढ़ेंः Brain Tumor Warning Signs: ब्रेन ट्यूमर होने से पहले शरीर में दिखाई देते हैं ये 4 बदलाव, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी
टॉप स्टोरीज़
लगातार पेट दर्द रहना
लिवर में गंदगी जमा होने पर अक्सर पेट के दाईं या बाईं ओर लगातार दर्द की समस्या रहती है। इससे इंसान खुद को थका-थका और ऊर्जाहीन महसूस करता हैं। यह समस्या दिन ब दिन दिन बढ़ने लगती है। इस तरह की परेशानी सामने आना लिवर में गंदगी जमा होने का संकेत है। लिवर में जमा गंदगी को दूर करने के लिए भरपूर पानी पीएं, नारियल पानी का सेवन करें तथा विटामिन सी युक्त जूस पीएं।
लगातार कमर दर्द रहना
लिवर में गंदगी जमा हो जाने पर इसकी कार्य प्रणाली प्रभावित हो जाती है और ये अपना काम ठीक तरीके से नहीं करता है, जो कि कमर दर्द का कारण बनता है। अगर कोई व्यक्ति लगातार कमर दर्द से परेशान है या फिर थकान और कमजोरी महसूस कर रहा है तो ये लिवर में गंदगी जमा होने का संकेत है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर की सलाह लें और मॉर्निंग वॉक करें।
इसे भी पढ़ेंः Hypertension: 100 ग्राम अनार का जूस आपका बीपी रखेगा कंट्रोल, हाइपरटेंशन की टेंशन होगी दूर
लिवर की गतिविधियों की जांच कैसे करें
आपका लिवर कैसे काम कर रहा है, इसको देखने के लिए आपका डॉक्टर आपके खून की जांच कर सकता है। वे अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एमआरआई के जरिए लिवर को हुए नुकसान की जांच कर सकता है। कुछ लोगों को बायोपसी की भी जरूरत होती है। इसमें डॉक्टर लीवर का एक छोटा सा नमूना लेने के लिए एक सुई का उपयोग करता है और फिर उसका परीक्षण करता है।
लिवर की बीमारियों का उपचार
लिवर रोगों के शुरुआती चरण में जीवनशैली में बदलाव कर इन समस्याओं को पूर्ण रूप से दूर किया जा सकता है। इतना ही नहीं एडवांस रोग में आप होने वाले नुकसान को सीमित कर सकते हैं। स्टेरॉयड, सर्जरी और अन्य उपचार लिवर रोगों को कम या रोकने में भी मदद कर सकते हैं।
Read More Articles On Other Diseases in Hindi