
Neurocysticercosis Symptoms In Hindi: दिमाग में कीड़ा होने की बीमारी को मेडिकल भाषा में न्यूरोसिस्टीसर्कोसिस कहा जाता है। न्यूरो किस्टिसर्कोसिस दिमाग या नर्वस सिस्टम में संक्रमण से जुड़ी एक गंभीर स्थिति है। जो शरीर में टीनिया सोलियम नामक परजीवी या उनके अंडों के प्रवेश के कारण होता है। ये परजीवी परजीवी मिट्टी में पैदा होते हैं। जब आप मिट्टी में उगने वाली सब्जी का सेवन करते हैं, तो ऐसे में इन परजीवी और अंडों को निगलने की संभावना बहुत अधिक होती है। क्योंकि ये सब्जियों के पत्तों और सतह पर रह सकते हैं। इसके अलावा, सुअर का मांस खाने वाले लोगों में भी इसकी अधिक संभावना होती है। ये एक बार शरीर में प्रवेश के बाद रक्त के साथ आपके मस्तिष्क तक पहुंच जाते हैं। आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा, कि बंद गोभी या पत्ता गोभी का सेवन करने से दिमाग में कीड़ा होने की बीमारी होती है। लेकिन वास्तव में यह स्थिति किसी भी मिट्टी में उगने वाली सब्जी का सेवन करने से हो सकती है।
लोग अक्सर इस बात को लेकर काफी असमंजस में रहते हैं, कि अगर किसी व्यक्ति के दिमाग में कीड़ा है, तो उन्हें इसका पता कब और कैसे लग सकता है? डॉ. प्रियंका सहरावत (Neurologist- AIIMS Delhi) की मानें, तो दिमाग में कीड़ा होने पर इसके कई संकेत और लक्षण देखने को मिल सकते हैं, जिन्हें समय रहते पहचान कर आप डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं और समय रहते कीड़े के विकास को रोक सकते हैं। इस लेख में आपको दिमाग में कीड़ा होने के 5 लक्षण बता रहे हैं।
दिमाग में कीड़ा होने के लक्षण- dimag me kide hone ke lakshan
- सिरदर्द होना
- मिर्गी का दौरा
- बोलने में परेशानी या जुबान लड़खड़ाना
- आंखों की रोशनी कमजोर होना
- बुखार
- शरीर के कुछ अंग कमजोर महसूस होना, खासकर पैर और जोड़
अगर कोई व्यक्ति सामान्य से अक्सर उपरोक्त लक्षणों को नोटिस करता है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। मिर्गी का दौरा इसके सबसे आम लक्षणों में से एक है। ऐसा इसलिए क्योंकि मिट्टी में टीनिया और इसके अंडे होते हैं, जो सब्जियों पर रह सकते हैं। यह इतने छोटे होते हैं, कि ये आपको दिखाई भी नहीं देते हैं।
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दिमाग के कीड़े से बचने के उपाय- How To Prevent Neurocysticercosis In Hindi
डॉ. प्रियंका के अनुसार, अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो कच्ची सब्जियों का सेवन अधिक करते हैं, तो आपको बता दें कि आप इसके अधिक जोखिम में हैं। हमेशा सुनिश्चित करें, कि आप आप सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह धोएं। फिर अच्छी तरह पकाने के बाद उनका सेवन करें। इससे परजीवी और उनसे अंडों को नष्ट करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, सुअर का कच्चा मांस खाने से भी बचें। इसे भी हमेशा पकाकर खाएं। कई-कई दिनों से रखा दूषित पानी न पिएं। हमेशा साफ और शुद्ध पानी पिएं।
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