सर्वाइकल वर्टिगो की वजह से हो सकती हैं आपको गंभीर परेशानियां, जानें इसके लक्षण

Symptoms of Cervical Vertigo: सर्वाइकल वर्टिगो की समस्या में आपको गर्दन में दर्द और चक्कर समेत कई लक्षण दिखाई देते हैं, जानें इसके शुरूआती लक्षण।
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सर्वाइकल वर्टिगो की वजह से हो सकती हैं आपको गंभीर परेशानियां, जानें इसके लक्षण


Symptoms of Cervical Vertigo: सर्वाइकल वर्टिगो की समस्या में मरीजों को कई गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या में मरीज को गर्दन में गंभीर दर्द, चक्कर आना और सिर घूमने की परेशानी हो सकती है। सर्वाइकल वर्टिगो की समस्या के कई कारण हो सकते हैं। गर्दन के आसपास की धमनियों में खराबी, रीढ़ की हड्डी में दबाव, सिर और गर्दन में इंजरी के कारण सर्वाइकल वर्टिगो का खतरा बढ़ जाता है। ब्रेन स्टेम में खराबी और ब्लड सर्कुलेशन की गड़बड़ी के कारण भी आप सर्वाइकल वर्टिगो का शिकार हो सकते हैं। सर्वाइकल वर्टिगो के लक्षणों को सही समय पर पहचानकर उचित इलाज लेने और लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करने से आप इस समस्या का गंभीर रूप से शिकार होने से बच सकते हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं सर्वाइकल वर्टिगो की समस्या के प्रमुख लक्षण और इसकी पहचान के बारे में।

सर्वाइकल वर्टिगो के लक्षण- Cervical Vertigo Symptoms in Hindi

सर्वाइकल वर्टिगो की समस्या में दिखने वाले ज्यादातर लक्षण कान और गर्दन से जुड़ी समस्याओं जैसे होते हैं। ज्यादातर लोगों को इस समस्या में गर्दन में दर्द और चक्कर आने की परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस परेशानी में चक्कर की समस्या एक मिनट से लेकर घंटों तक बनी रह सकती है। कुछ देर बाद दर्द और चक्कर अपने आप कम हो सकता है। एक्सरसाइज, स्ट्रेस और शारीरिक प्रेशर की वजह से सर्वाइकल वर्टिगो के लक्षण बढ़ सकते हैं। 

Symptoms of Cervical Vertigo

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सर्वाइकल वर्टिगो की समस्या में दिखने वाले कुछ प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-

  • गर्दन में तेज दर्द
  • चक्कर आने की समस्या
  • सिरदर्द
  • उलटी और जी मिचलाने की समस्या
  • कान में दर्द और कान बजने की समस्या
  • शारीरिक कमजोरी
  • ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
  • शरीर का संतुलन बिगड़ना
  • गर्दन का अकड़ना

सर्वाइकल वर्टिगो से बचाव के टिप्स- Cervical Vertigo Prevention in Hindi

सर्वाइकल वर्टिगो की समस्या ज्यादातर मामलों में एक्सीडेंट, इंजरी या सर्जरी की वजह से होती है। इसके अलावा खराब पोश्चर और असंतुलित जीवनशैली के कारण भी इस परेशानी का खतरा रहता है। सर्वाइकल वर्टिगो से बचाव के लिए आपको नियमित रूप से व्यायाम, गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत रखना और सर्वाइकल डिस्क पर दबाव न देने का अभ्यास करना चाहिए। इसके अलावा पोश्चर से जुड़ी लापरवाही से भी बचना चाहिए।

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सर्वाइकल वर्टिगो के लक्षणों को सही समय पर पहचानकर उचित इलाज लेने से आप जल्दी ठीक हो सकते हैं। इस बीमारी में लापरवाही आपके लिए बहुत गंभीर हो सकती है। इसके अलावा बोना एक्स्पेट डॉक्टर की सलाह के खुद से किसी भी तरह का इलाज लेने से बचना चाहिए। सर्वाइकल वर्टिगो की समस्या में खानपान का विशेष ध्यन रखना चाहिए और सही समय जांच और इलाज लेना चाहिए।

(Image Courtesy: Freepik.com)

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