Surgical And Non-Surgical Options To Manage Facial Scars In Hindi: बढ़ते प्रदूषण और खराब खानपान के कारण कई लोगों को मुंहासें हो जाते हैं। कुछ लोगों के चेहरे पर मुंहासों के दाग रह जाते हैं। यही नहीं, पिग्मेंटेशन भी एक बड़ी समस्या बन गई है। इस तरह की परेशानी से निपटने के लिए अक्सर घरेलू नुस्खे या कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का यूज करते हैं। कभी-कभी ये दाग स्थाई रूप से चेहरे पर बने रह जाते हैं, तो पूरी तरह ठीक नहीं होते हैं। इस लेख में हम आपको चेहरे के दाग-धब्बों को पिग्मेंटेशन को दूर करने के कुछ अन्य विकल्पों का जिक्र करेंगे। इस बारे में हमने नई दिल्ली स्थित शारवा क्लिनिक में प्रमुख फेशियल कॉस्मेटिक और एस्थेटिक सर्जन डॉ. श्वेता मिश्रा से बात की है।
नॉन-सर्जिकल विकल्प- Non-Surgical Options In Hindi
आमतौर पर मुंहासों के दाग-धब्बों को दूर करने के लिए सबसे पहले नॉन-सर्जिकल विकल्पों को ही चुना जाता है। यह सर्जिकल विकल्पों की तुलना में आसान होते हैं और इन्हें अमल में लाना भी मुश्किल नहीं होता है। आइए, जानते हैं इनके बारे-
लेजर थेरेपी- Laser Therapy
चेहरे पर कई दाग ऐसे हो जाते हैं, सिर्फ कॉस्मेटिक्स से रिमूव नहीं होते हैं। ऐसे में लेजर थेरेपी की मदद ली जाती है। इस प्रक्रिया के तहत कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा दिया जाता है, जिससे चेहरे के दाग-धब्बे दूर होते हैं।
डर्मल फिलर्स- Dermal Fillers
डर्मल फिलर्स एट्रोफिक निशानों की रिकवरी के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। आपको बता दें कि एट्रोफिक निशान क्या होते हैं? यह निशान त्वचा में अंदर की ओर धंसे हुए होते हैं। ये निशान स्किन की लेयर के ठीक नीचे होते हैं। एट्रोफिक निशान अंदर की ओर ठीक हो जाते हैं, लेकिन बाहरी सतह पर बने रहते हैं। इस तरह के निशान को ठीक करने के लिए डर्मल फिलर्स का यूज यिका जाता है। ध्यान रखें कि फिलर्स अस्थाई रूप से एट्रोफिक निशानों को ठीक करने त्वचा की बनावट को सुधार सकते हैं।
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माइक्रोनीडलिंग- Microneedling
यह नीडल के जरिए की जाने वाली एक प्रक्रिया है। इस तकनीक के तहत स्कार टिश्यूज को ब्रेक डाउन किया जाता है, जिससे नई और हेल्दी स्किन को बढ़ावा मिलता है। इसे आप एक तरह का कॉस्मेटिक प्रोसीजर कह सकत हैं, जिसमें अलग-अलग तरह की स्किन पर छोटे-छोटे नीडल्स का इस्तेमाल होता है।
टॉपिकल ट्रीटमेंट- Topical Treatments
जब किसी के चेहरे पर शुरुआती निशान होते हैं, तो हैं उस स्थिति में टॉपिकल ट्रीटमेंट किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान सिलिकॉन जैल और मेडिकल-ग्रेड क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है।
सर्जिकल विकल्प- Surgical Options In Hindi
सर्जिकल विकल्प उन दाग-धब्बों को हटाने के लिए किया जाता है, जो ज्यादा गहरे होते हैं और जो नॉन-सर्जिकल विकल्पों के अपनाने के बावजूद हटते नहीं हैं-
स्कार रिवीजन सर्जरी- Scar Revision Surgery
इस प्रक्रिया में स्कार को हटाने पर जोर दिया जाता है। इससे स्किन को रिज्वाइन करने, अलाइनमेंट में सुधार करने और दाग-धब्बे की विजिबिलिटी को कम करने पर जोर दिया जाता है।
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स्किन ग्राफ्टिंग- Skin Grafting
यह भी एक तरह की सर्जिकल ट्रीटमेंट है। यह काफी गंभीर स्थिति में की जाती है। जैसे अगर शरीर का किसी हिस्से की स्किन पूरी तरह खराब हो गई है। ऐसे में हेल्दी स्किन को प्रभावित हिस्से पर सर्जरी की मदद से लगाया जाता है। यह प्रोसेस थोड़ा जटिल होता है, जिसे प्रोफेशनल द्वारा ही करवाया जाना चाहिए।
जेड-प्लास्टी या डब्ल्यू-प्लास्टी- Z-Plasty or W-Plasty
जेड-प्लास्टी और डब्ल्यू-प्लास्टी दोनों ही सर्जिकल प्रक्रियाए हैं। इनका उपयोग निशानों को हल्का करने और स्किन को बेहतर करने के लिए किया जाता है। जहां एक ओर जेड-प्लास्टी एक ट्रांसपोजिशन फ्लैप तकनीक है, वहीं डब्ल्यू-प्लास्टी एक एडवांसमेंट फ्लैप तकनीक कहलाती है।