
Special Ayurvedic Tea For Fever In Hindi : चाय का सेवन सालों से किया जा रहा है। भारत के लगभग हर हिस्से में चाय पीने वालों की संख्या बेहद अधिक है। चाय के शौकिन हर मौसम में चाय पीना पंसद करते हैं। बेशक अधिक चाय पीने से आपको कुछ समस्याओं को सामना करना पड़ सकता है। लेकिन कुछ विशेष चीजों से बनी चाय आपको कई तरह की समस्याओं को दूर करने में भी सहायक होती हैं। आयुर्वेद में भी चाय का जिक्र मिलता है। शरीर की गर्मी को शांत करने, तो कभी शरीर में गर्मी लाने के लिए अलग-अलग तरह की चाय बनाई चाहिए। आज इस लेख में हम आपको बुखार को दूर करने वाली चाय के बारे में बताने जा रहे हैं। ये आयुर्वेदिक चाय आप अपने घर पर ही तैयार कर सकते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. दीक्षा भावसार ने इस चाय की विधि को अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। डॉ. दीक्षा का मानना है कि इस चाय से बुखार को कम करने में मदद मिलती हैं। आगे जानते हैं इस स्पेशल आयुर्वेदिक चाय को बनाने का तरीका और इसके कुछ फायदे।
हर्बल टी बनाने की रेसिपी - Herbal Tea Recipe
सामग्री की लिस्ट
- पानी - 2 गिलास
- गुलाब की पंखुड़ियां - 100 ग्राम (सूखी हुई)
- साबुत धनिया- 1 बड़ा चम्मच
- करी पत्ते - 7-10 पीस
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बुखार के लिए आयुर्वेदिक चाय बनाने की विधि इस प्रकार है - How To Make Ayurvedic Tea For Fever In Hindi
- सबसे पहले एक बर्तन में आप 2 गिलास पानी को उबाल लें।
- गैस की आंच मध्यम रखें।
- इसके बाद इसमें कद्दूकस में कूटी हुई गुलाब की पखुड़ियों को डालें।
- ऊपर से साबुत धनिये को कद्दूकस में कूट कर पानी में डालें।
- इसके बाद इसमें करी पत्तों को क्रश कर डाल दें।
- अब इस चाय को करीब 10 से 15 मिनट उबालें।
- जब पानी करीब आधा रह जाए तो गैस को बंद करें।
- इसे छानकर एक कप में रखें। आपकी स्पेशल आर्युवेदिक चाय तैयार हैं।
बुखार को दूर करने वाली आयुर्वेदिक चाय के फायदे - Benefits Of Ayurvedic Tea For Fever In Hindi
गुलाब की पखुड़ियों के फायदे
गुलाब के गुण शरीर की गर्मी को शांत करने में सहायक होते हैं। साथ ही तापमान को कम करने का काम करते हैं। इसके साथ ही शरीर को आराम पहुंचाने वाले हार्मोन का स्राव बेहतर होता है। इससे बुखार को कम करने में मदद मिलती है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं। इसके एंटीवायरल गुण सर्दी और फ्लू के मौसम में होने वाले इंफेक्शन से बचाते हैं। इसके साथ ही इससे रात को अच्छी नींद आती है और थायरॉयड, तनाव, सूजन, मुंहासे और आदि समस्याओं में आाराम मिलता है।
इम्यून सिस्टम होता है बेहतर
धनिया पीने से आपको वायरल फीवर के लक्षणों से राहत मिलती है। इसके साथ ही मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है। इसके अलावा आपकी इम्यूनिटी पावर बेहतर होती है। साथ ही सिरदर्द, सूजन के साथ शरीर का तापमाम कम होता है।
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एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर
करी पत्ता व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसका उपयोग कई रोगों के लिए किया जाता है। बुखार, उल्टी, दस्त, डायबिटीज और हार्मोनल अंतुलन की समस्या को दूर करने के लिए करी पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है।
अंत में, बुखार के लक्षणों को कम करने के लिए आयुर्वेदिक चाय एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है। इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण गुण होते हैं। संक्रमण की वजह से हुए बुखार के उपचार में आप इस आयुर्वेदिक चाय का सेवन कर सकते हैं। लेकिन इसे दिन में एक बार ही पिएं। अगर बुखार तेज हो तो बिना देरी किये डॉक्टर से मिलें और इलाज शुरु करें।