कुछ लोगों में खर्राटे लेने की आदत होती है, जिसे आमतौर पर नजरअंदाज किया जाता है, लेकिन ऐसी स्थिति स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं की ओर इशारा करती है। हाल ही में यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी कॉन्ग्रेस, एम्सटर्डम द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक 50 साल से कम उम्र के लोगों में खर्राटे लेना आगे चलकर स्ट्रोक या फिर हार्ट से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकती है।
हो सकता है स्ट्रोक का खतरा
स्टडी के मुताबिक कम उम्र के लोगों में खर्राटे लेना सेहत संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकता है। युवाओं में खर्राटे लेने की आदत मिडल एज में 60 प्रतिशत तक स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकती है। इससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज होने के साथ ही धड़कन अनियमित भी हो सकती है। यूएस के 20 से 50 वर्ष के 766,000 लोगों पर 10 सालों तक फॉलोअप करने के बाद यह साबित होता है कि खर्राटे लेना युवाओं में हार्ट की समस्या को बढ़ा सकता है।
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खर्राटे आने के सामान्य कारण
खर्राटे आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। आमतौर पर सोते समय ठीक से सांस नहीं आने के कारण ऐसा हो सकता है। दरअसल, सोने के दौरान गर्दन और सिर के सॉफ्ट टिशू में कई बार कंपन होने लगती है, जिस कारण खर्राटे आ सकते हैं। इसके अलावा भी शरीर में ज्यादा फैट होना, साइनस या फिर ज्यादा शराब पीने से ऐसी समस्या हो सकती है। इस स्थिति को ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया भी कहा जाता है। ऐसी स्थिति होने पर इसे जरा भी नजरअंदाज न करें। आगे चलकर यह बड़ी समस्या का सबब बन सकता है।
खर्राटे से छुटकारा कैसे पाएं?
- खर्राटे से राहत पाने के लिए डाइट में बदलाव करें। ऐसे में आप प्याज, अनानास और हल्दी को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
- इससे राहत पाने के लिए नियमित तौर पर योग और मेडिटेशन करें।
- ऐसे में शरीर में पानी की कमी न होने दें साथ ही वजन नियंत्रित रखें।
- इसके लिए ज्यादा तनाव लेने से बचें साथ ही नींद या डिप्रेशन की गोलियां कम करें।
- ऐसे में सोने का समय निर्धारित करें और विचारों पर काबु रखें।
- इससे राहत पाने के लिए आपको धूम्रपान और शराब से भी दूरी बनानी चाहिए।