यह बात तो हर कोई जानता है कि धूम्रपान शरीर के लिए बहुत ही खतरनाक होता है। और इसके आदी लोगों को तो कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा भी रहता है। लेकिन क्या आप जानते हैं धूम्रपान करने से वजन बढ़ता नहीं बल्कि घटता है।
धूम्रपान अक्सर वजन घटाने के लिए जिम्मेदार होता है। लेकिन धूम्रपान वजन घटाने का बेहतर उपाय नहीं है। इसलिए वजन कम करने के लिए इसका कभी भी इस्तेमाल न करें। गर्भावस्था के दौरान मां धूम्रपान करती है तो बच्चे में अतिरिक्त चर्बी हो सकती है।
मेटाबोलिज्म रेट का बढ़ना
ज्यादा धूम्रपान करने से भूख नहीं लगती है और इस वजह से वजन घटता है। ऐसा धूम्रपान की वजह से निकोटीन खून के अंदर जाने से मेटाबोलिज्म रेट बढ़ जाने और भूख न लगने के कारण होता है।
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हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
धूम्रपान करने वालों के खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ जाती है। जिसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या शुरू हो जाती है।
अस्वस्थ शरीर
सामान्य लोगों की तुलना में धूम्रपान करने वाले लोग पतले होते हैं। धूम्रपान की वजह से वजन तो घटता ही है, लेकिन साथ ही शरीर की मांसपेशियां भी कमजोर हो जाती हैं। इसलिए धूम्रपान करने से वजन नहीं घटता है बल्कि शरीर अस्वस्थ हो जाता है।
स्मरण शक्ति पर असर
धूम्रपान करने से निकोटीन का असर दिमाग पर पडता है। धूम्रपान का दिमाग पर ऐसा प्रभाव पडता है कि धूम्रपान करने वाले को लगता है कि उसका पेट भरा हुआ है। जबकि वास्तव में धूम्रपान दिमाग से सोचने की शक्ति को कमजोर कर देता है। धूम्रपान से स्मरण शक्ति कमजोर होने लगती है।
खाने का मन न करना
धूम्रपान से दिमाग के प्रभावित होने की वजह से आदमी अपनी नियमित दिनचर्या को भूल जाता है। खाने के समय थकान महसूस होती है जिसके कारण खाने का मन नहीं करता है। इसके कारण आदमी की दिनचर्या प्रभावित होती है जिसका असर पाचन क्रिया पर होता है। खाने में उचित अंतर न हो पाने की वजह से खाना अच्छे से नहीं पच पाता है और शरीर की ऊर्जा समाप्त होने लगती है।
कैलोरी का जलना
धूम्रपान करने के बाद आदमी के दिल की धडकन बढ जाती है। सामान्य धडकन की तुलना में आदमी का दिल 20 बार ज्यादा धडकता है। जिसके कारण शरीर से कैलोरी बहुत तेजी से जलती है जिसकी वजह से शरीर का वजन घटता है। वजन घटना धूम्रपान करने वाले के सिगरेट पीने की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि आदमी अगर ज्यादा धूम्रपान करेगा तो कैलोरी ज्यादा जलेगी और वजन घटेगा।
लेकिन गर्भावस्था में धूम्रपान करने वाली मां के बच्चों को किशोरावस्था में मोटापे की समस्या हो सकती है। मां द्वारा धूम्रपान करने से निकोटीन बच्चों में जमा हो जाता है जिसकी वजह से बच्चे जब किशोरावस्था में पहुंचते हैं तो उनमें 26 प्रतिशत ज्यादा चर्बी होती है।
धूम्रपान करने से शरीर को बहुत नुकसान होते हैं। लेकिन धूम्रपान वजन बढने का कारण नहीं होता है। धूम्रपान से वजन घटता है। किंतु धूम्रपान को वजन घटाने के लिए प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि धूम्रपान से शरीर की मांसपेशियां कमजोर होती हैं।
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