गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जब महिला को खुद भी अपना विशेष ख्याल रखना चाहिए और उसके आसपास के अन्य लोगों द्वारा भी अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि यह दौर बहुत नाजुक होता है, इसलिए प्रेग्नेंसी शुरू होते ही महिलाओं को भारी भरकम काम करने से मना किया जाता है। प्रेग्नेंसी के शुरू के तीन महीनों में अगर ट्रेवल की बात करें तो जितना संभव हो इससे परहेज करना चाहिए लेकिन अगर कुछ जरूरी है तो आपको सावधानी बरतते हुए इस दिशा में कदम उठाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रेग्नेंसी के शुरु के तीन महीनें बहुत चुनौतीपूर्ण होते हैं। इन महीनों में महिलाओं को सुबह थकावट व उबकाई जैसी कई जटिलताओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा गर्भपात का 90 प्रतिशत खतरा भी शुरू के तीन महीनों में ही होता है। इसलिए इस दौरान अगर आप ट्रेवल करते हैं तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। आज हम इस लेख में गाइनकालजिस्ट पूजा बिस्ट से बातचीज कर आपको ऐसी 5 बातें बताएंगे जिन्हें अगर आप प्रेग्नेंसी के शुरू के तीन महीनों में ट्रेवल के दौरान अपनाएंगी तो नुकसान होने की संभावना न के बराबर होगी।
![]()
अपने मेडिकल रिकॉर्ड साथ लेकर चलें
प्रेग्नेंसी के शुरू के तीन महीनों में अगर आप कहीं भी ट्रेवल करती हैं तो अपने मेडिकल रिकॉर्ड साथ लेकर चलें। ये दौर बहुत नाजुक होता है और आप नहीं जानते कि कब क्या दिक्कत हो जाए। ऐसे में अगर आपके पास अपने मेडिकल रिकॉर्ड होंगे तो आप किसी भी डॉक्टर को दिखाकर सलाह ले सकती हैं। इससे डॉक्टर भी आपकी मेडिकल हिस्ट्री देखकर आपको अच्छी सलाह दे पाएंगे। कई बार डॉक्टर आपकी वर्तमान स्थिति देखकर कुछ ऐसा सुझाव दे देते हैं जो शायद आपकी बॉडी टाइप के अनुसार सही नहीं होता है। इसलिए जोखिम से बचने के लिए रिकॉर्ड साथ रखें।
अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशन पर रहें चौकस
अगर आप प्रेग्नेंसी के शुरू के तीन महीनों में अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशन प्लान कर रही हैं तो पहले उस जगह के बारे में अच्छी तरह पढ़ लें। यह देख लें कि वहां कोई विशेष प्रकार का वायरस या रोग तो नहीं चल रहा है। क्योंकि इस दौरान आप बहुत जल्दी वायरस की चपेट में आती हैं और इसका सीधा असर शिशु पर भी पड़ता है।
सीट बेल्ट को ढीला रखें
कुछ लोगों को लगता है कि अभी तो प्रेग्नेंसी शुरू ही हुई है इसलिए कुछ भी कर सकते हैं। जबकि ऐसा नहीं है। इस दौरान अगर आप गाड़ी में सीट बेल्ट का प्रयोग कर रही हैं तो इसे ढीला रखें या पेट से नीचे बांधें। अगर संभव हो तो गाड़ी का शीशा खोलकर रखें या शीशा बंद रखना है तो एसी को ऑन करें। इस दौरान शरीर के हार्मोन्स में बहुत जल्दी जल्दी उतार चढ़ाव आता है। जिससे आपको मितली, ब्लड प्रेशर और सिर दर्द की समस्या हो सकती है।
इसे भी पढ़ें: मानसून में गर्भवती महिलाओं को डाइट से जुड़ी इन बातों का रखना चाहिए ध्यान, तभी शिशु होगा स्वस्थ
गैस्ट्रिक चीजों से परहेज करें
इस दौरान आपको अपने खानपान पर भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। ऐसी चीजों से कोसो दूरी बनाएं जिससे पेट में गैस बनती है। कार्बोनेटेड पेय, रिफाइंड बीन्स, तली-भुनी चीजें और मैदे से बनी चीजों का सेवन न करें। इसके अलावा अपने साथ हमेशा पानी की बोतल रखें।
इसे भी पढ़ें: गर्भवती महिलाएं इन 5 लक्षणों पर हमेशा रखें नजर, नहीं तो गंभीर समस्याओं का करना पड़ सकता है सामना
आरामदायक सीट चुनें
इस दौरान अगर आप हवाई जहाज में ट्रेवल करने वाली हैं तो आपको दो चीजों का खास ख्याल रखना है। पहली आपकी सीट आरामदायक होनी चाहिए और दूसरी ऐसी जगह अपनी सीट चुनें जो टॉयलेट के एकदम नजदीक हो। सीट में बैठकर थोड़ी थोड़ी देर में अपने हाथ पैर हिलाते रहें और टॉयलेट जाने के लिए कतई देरी न करें।
Read more articles on Womens Health in Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version