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ये संकेत बताते हैं कि बॉडी में जमा हो रहे हैं टॉक्सिंस, जानें शरीर में जमा गंदगी को निकालने के लिए क्या करें?

खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से आपके शरीर में टॉक्सिंस जमा होने सकते हैं। आगे जानते हैं इनके संकेत और बॉडी को डिटॉक्स करने का तरीका
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ये संकेत बताते हैं कि बॉडी में जमा हो रहे हैं टॉक्सिंस, जानें शरीर में जमा गंदगी को निकालने के लिए क्या करें?

Sign That Your Body Needs To Detoxification: शरीर में कई तरह के बदलाव होते रहते हैं। खराब लाइफस्टाइल और खानपान का असर शरीर में देखने को मिलता है। गलत खानपान की वजह से शरीर में टॉक्सिंस इकट्ठा होने लगते हैं, जो आगे चलकर कई तरह की समस्या का कारण बनते हैं। टॉक्सिंस एक तरह की गंदगी (अपशिष्ट) होती है, जो शरीर में जमा होकर आपकी थकान और कमजोरी की मुख्य वजह बन सकती हैं। इसकी वजह से लोगों को मोटापा, स्किन में बदलाव, रात में नींद न आना और पाचन क्रिया में बदलाव के लक्षण महसूस हो सकते हैं। यह कुछ संकेत होते हैं, जो बताते हैं कि आपकी बॉडी को डिटॉक्स की आवश्यकता है। आगे जानते हैं कि बॉडी में टॉक्सिन के इकट्ठा होने के संकेत और बॉडी को डिटॉक्स करने का आसान तरीका। 

बॉडी में टॉक्सिन जमा होने पर दिखाई देते हैं ये संकेत - Sign That Your Body Needs To Detoxification In Hindi 

लगातार जंक फूड, पर्याप्त पानी न पीना, व्यायाम न करना और संतुलित आहार का सेवन न करने से शरीर में टॉक्सिंस जमा हो सकते हैं। इसकी वजह से लिवर के कार्य प्रभावित होते हैं, जिससे शरीर में अपशिष्ट पदार्थ इकट्ठा होने लगते हैं। 

थकान रहना 

शरीर में टॉक्सिन इकट्ठा होने पर थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है। दरअसल, टॉक्सिन की वजह से शरीर के अंग सही तरह से कार्य नहीं करते हैं। जब इनकी कार्य क्षमता प्रभावित होती है, तो आपको थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है। 

sign that your body indicate detoxification

स्किन में समस्याएं होना

शरीर में गंदगी इकट्ठा होने की वजह से स्किन में कई तरह की समस्याएं उभर सकती हैं। इस दौरान मुंहासे और झुर्रियों की समस्या हो सकती है। ऐसे में अधिक सीबम (नेचुरल स्किन ऑयल) बन सकता है, जिसकी वजह से स्किन से जुड़ी अलग-अलग समस्याएं हो सकती है। 

वजन में बढ़ोतरी 

विषाक्त पदार्थ (टॉक्सिंस) की वजह से आपकी पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है, इससे वजन में तेजी से बढ़ोतरी होती है। टॉक्सिंस की फैट बढ़ सकता है और इसे कम करने में परेशानी हो सकती है। यह बॉडी में टॉक्सिंस की एक संकेत माना जाता है। 

नींद न आना 

टॉक्सिन इकट्ठा होने से शरीर की आंतरिक क्लॉक में गड़बड़ी होती है। इसकी वजह आपको नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में शरीर के जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और अकड़न महसूस हो सकती है। 

पीठ के निचले हिस्से में दर्द

शरीर में गंदगी (टॉक्सिंस) बढ़ने से शरीर में की मांसपेशियों में दर्द की शिकायत हो सकती है। इसकी वजह से पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस हो सकता है। कई बार टॉक्सिन की वजह से हार्मोनल बदलाव की वजह से भी पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। 

बॉडी को डिटॉक्स करने के उपाय - How To Detox Your Body In Hindi 

आयुर्वेद में कई औषधियों और थेरेपी के माध्यम से बॉडी की गंदगी को बाहर किया जा सकता है। आगे मध्यप्रदेश के जिला स्वास्थ्य केंद्र की मेडिकल ऑफिस आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर सोनल गर्ग से जानते हैं इस बारे में। 

पंचकर्म थेरेपी

शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ को दूर करने के लिए और एनर्जी को बढ़ाने के लिए आप पंचकर्म थेरेपी को अपना सकते हैं। इसे शोधन प्रकिया के नाम से जाना जाता है। पंचकर्म में पांच तरह से शरीर को डिटॉक्स किया जाता है। रोगी की स्थिति और जरूरतों के आधार पर, पंचकर्म चिकित्सा 21 दिनों से लेकर एक महीने तक चल सकती है। पंचकर्म से शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर करने के लिए 21 से 28 दिनों का समय लग सकता है। 

इस प्रक्रिया में निम्न क्रियाओं को शामिल किया जाता है। 

  • वमन: औषधी द्वारा उल्टी कराना।
  • विरेचन: औषधी द्वारा पेट को साफ कराना।
  • बस्ती: एक तरह औषधीय एनीमा।
  • नस्य: नाक में जल डालकर शरीर को डिटॉक्स करना।
  • रक्तमोक्षण : इससे ब्लड को डिटॉक्स किया जाता है।

आहार में बदलाव

शरीर को डिटॉक्स करने के लिए आप डाइट में बदलाव कर सकते हैं। इससे शरीर के विषाक्त पदार्थ दूर होत हैं। यह शरीर के मोटापे को कंट्रोल करता है और थकान को दूर करने में मदद करता है। इसमें व्यक्ति को जंक फूड से दूरी बनाने की सलाह दी जाती है। साथ ही, व्यक्ति को वात, कफ और पित्त प्रकृति के अनुसार भोजन लेने की सलाह दी जाती है। 

इसे भी पढ़ें : शरीर को डिटॉक्स करने के लिए अपनाएं ये 10 आसान नेचुरल उपाय, निकल जाएगी सारी गंदगी

इसके अलावा शरीर के टॉक्सिन को दूर करने के लिए अभ्यंग थेरेपी को भी अपनाया जाता है। इसमें गर्म औषधिय युक्त तेल से व्यक्ति की मालिश की जाती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। साथ ही, शरीर के सभी अंग सही तरह से कार्य करते हैं। 

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