कई बार हंसी, मुस्कुराहट और बातूनी चेहरे के पीछे एक डर और भय होता है, वह घर के किसी सदस्य से लेकर और या फिर ऑफिस बॉस से हो सकता है। नकारात्मक या निराशावादी लोगों के आसपास रहने से आप तनावग्रस्त हो सकते हैं। आपका बॉस आपके दोस्त या आपके पार्टनर आपसे बार-बार शिकायत करते रहते हैं, जिससे कि आप परेशान हो जाते हैं। इन सभी छोटी-छोटी बातों को लेकर स्ट्रेस लेना सैकेंड हैंड स्ट्रेस का कारण बन सकता है। आप बिना एहसास के भी दूसरे व्यक्ति की भावनाओं को समझ सकते हैं और इसके बारे में चिंतित होना शुरू कर सकते हैं, इसे सेकेंड हैंड स्ट्रेस कहा जाता है। इस स्थिति में, एक व्यक्ति बिल्कुल नहीं जानता कि वह तनावग्रस्त क्यों है या चिंतित महसूस कर रहा है। आइए यहां हम आपको सेकेंड हैंड स्ट्रेस के 5 संकेत बता रहे हैं, जिनसे आप पहचान सकते हैं कि आप भी कहीं सेकेंड हैंड स्ट्रेस में तो नहीं हैं।
सैकेंड हैंड स्ट्रेस के संकेत
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तनाव महसूस होने पर वजह मालूम न होना
सेकेंड हैंड स्मोक की तरह ही सेकेंड हैंड स्ट्रेस भी सेहत के लिए खराब है। यह आपके तंत्रिका तंत्र पर तुरंत प्रभाव डाल सकता है और किसी भी कार्य को करने के लिए आपकी एकाग्रता और प्रेरणा को कम कर सकता है। कई बार आप काम पर बुरे दिन या फिर अपने पार्टनर के साथ लड़ाई- झगड़े के बाद किसी कारण से तनाव सा चिंता महसूस करते हैं। हो सकता है यह तनाव थोड़ी देर के लिए हो या फिर लंबे समय तक चले, लेकिन अगर आपको इस तनाव की वजह मालूम नहीं होती, तो यह सेकेंड हैंड स्ट्रेस है।
निराशावादी और उलझन में रहना
यदि आप हमेशा जुबिलेंट और हमेशा उम्मीद रखने वालों में से एक हैं, लेकिन अचानक आपके आस-पास होने वाली चीजों से आप निराशावदी हो गए हैं। तो, यह एक चेतावनी संकेत है आप अपने आस-पास से मिलने वाले तनाव को बेवजह खुद भी ले रहे हैं और सेकेंड हैंड स्ट्रेस के शिकार हो रहे हैं।
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हमेशा थका हुआ महसूस करना
यदि आप उन लोगों में से एक हैं, जो पहले एक दम खुश रहते थे। लेकिन इन दिनों अपने आसपास रहने वाले तनावग्रस्त रहने वाले ऐसे लोगों के साथ रह रहे हैं, जो हमेशा एक या दूसरी चीज के बारे में शिकायत करते हैं, तो यह आपकी ऊर्जा पर भी असर डालता है। ऐसे में आप हमेशा थका हुआ महसूस करेंगे, जो समय के साथ आपके स्वास्थ्य पर गंभीर असर डालेगा और यह सेकेंड हैंड स्ट्रेस का भी संकेत है। इसलिए, नकारात्मक लोगों के साथ रहने से बचने की कोशिश करें।
ब्रेन फॉग महसूस होना
यदि आपको भूलने, याददाश्त में कमी, ब्रेन फॉग, फोकस करने में कठिनाई होती है, तो यह भी सेकेंड हैंड स्ट्रेस का संकेत हो सकता है। यदि हाल ही में इन लक्षणों को महसूस कर रहे हैं, तो इससे निपटने की कोशिश करें, हो सकता है आपके सहयोगी या मित्र इसके पीछे का कारण हों।
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निर्णय लेने और सोचने में सक्षम न होना
यदि आप काम के बारे में सोचने या कोई निर्णय लेने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं, तो यह भी सेकंड हैंड स्ट्रेस हो सकता है। सेकंड हैंड स्ट्रेस भी आपको कम उत्पादक बना सकता है। ऐसे में आपको अपना काम पूरा करने में खुशी नहीं मिल सकती है, यह आपके लिए एक कठिन काम बन सकता है आदि।
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