हाइपरटेंशन को हाई बीपी के नाम से भी जाना जाता है। ये समस्या वयस्कों में ज्यादा होती है। अगर आपके माता-पिता में भी हाइपरटेंशन के लक्षण नजर आते हैं तो आपको उनका चेकअप करवाना चाहिए। अगर हाइपरटेंशन की समस्या का इलाज न किया जाए और उसे बिना इलाज के छोड़ दें तो समस्या बढ़ सकती है। हाई बीपी की समस्या का बुरा असर कार्डिवैस्कुलर सिस्टम पर भी पड़ता है। आपको अपने माता-पिता का समय-समय पर चेकअप जरूर करवाना चाहिए। आपको आगे बताएंगे 5 लक्षण जो आपके पेरेंट्स में नजर आ सकते हैं अगर उन्हें हाइपरटेंशन की समस्या है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Asian Heart Institute, Mumbai के Senior Cardiologist, Dr Santosh Kumar Dora से बात की। mh की सीरीज 'focus of the month' के तहत हम आपको बताने जा रहे हैं वयस्कों में हाइपरटेंशन की समस्या के लक्षण के बारे में, इसका मकसद आपको बीमारी के बारे में जागरूक बनाना है।
वयस्कों में हाइपरटेंशन के लक्षण (Hypertention symptoms in adults)
1. आंखें कमजोर होना (Weak eyesight)
अगर आपके पेरेंट्स को हाइपरटेंशन की समस्या है तो आपकी आंखें कमजोर हो सकती है। आंखें कमजोर होना भी हाइपरटेंशन के कारण हो सकता है। हाइपरटेंशन के शिकार होने के कारण वयस्कों को ब्लर्ड विजन की समस्या हो सकती है।
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2. थकान की समस्या (Fatigue)
अगर माता-पिता को थकान की समस्या होती है तो आपको ये हाई बीपी के लक्षण हो सकते हैं। हाई बीपी के कारण घबराहट या थकान नजर आने लगती है और अगर आपके पेरेंट्स को जल्दी थकान हो जाती है तो ये हाइपरटेंशन के लक्षण हो सकते हैं।
3. सांस लेने में समस्या (Shortness of breath)
अगर सांस लेने में समस्या हो रही है तो इसका कारण हाइपरटेंशन की समस्या भी हो सकती है। वयस्कों में सांस लेने की समस्या अस्थमा के कारण भी होती है पर ज्यादा दिक्कत होने पर आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
4. सिर में तेज दर्द होना (Severe headache)
अगर सिर में दर्द की समस्या हो रही है तो इसका कारण हाइपरटेंशन की समस्या भी हो सकती है। अगर सिर में तेज दर्द होता है तो ये माइग्रेन या हाई बीपी के लक्षण हो सकते हैं।
5. नाक से खून आना (Nose bleed)
अगर नाक से खून आ जाता है तो ये हाइपरटेंशन के लक्षण हो सकते हैं। हाइपरटेंशन होने पर बीपी बढ़ जाता है जिसका असर ब्लड वैसल्स पर भी पड़ता है। हाइपरटेंशन के कारण ब्लीडिंग की समस्या कॉमन हो जाती है और खासकर ये समस्या गर्मियों के दिनों में ज्यादा होती है।
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हाई बीपी से बचना है तो वजन कम करें
अगर आपका वजन ज्यादा है तो आप आसानी से हाई बीपी के शिकार हो सकते हैं। हाई बीपी की समस्या से बचने के लिए आप वेट कंट्रोल करें, वजन कम करने के उपायों को अपनाने से आप हार्ट डिसीज, हाई बीपी की समस्या से बच सकते हैं। अगर आपके माता-पिता का वजन ज्यादा है तो उनकी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें। अगर पुरुष है तो उसकी कमर का साइज 40 से ज्यादा नहीं होना चाहिए वहीं अगर आप महिला हैं तो आपकी कमर का साइज 35 इंच से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
95 प्रतिशत लोगों में नजर नहीं आते लक्षण
डॉ संतोष ने बताया कि 95 प्रतिशत लोगों में हाई बीपी के लक्षण नजर नहीं आते हैं। हाई बीपी की समस्या होने तक बहुत देर हो सकती है और अन्य अंगों पर इसका बुरा असर नजर आना शुरू हो सकता है इसलिए आपको जैसे ही हाई बीपी के लक्षण नजर आएं, आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। वहीं आप समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप करवाते रहें ताकि हाई बीपी का इलाज समय पर शुरू किया जा सके।
हाई बीपी की समस्या से कैसे बचें? (How to prevent High BP)
- रोजाना एक्सरसाइज करें
- पोटैशियम का सेवन करें
- डाइट से सोडियम की मात्रा कम करें
- एल्कोहल और स्मोकिंग की लत को छोड़ दें
- स्ट्रेस को कंट्रोल करें
- वेट कंट्रोल करें
- डाइट में फाइबर की मात्रा एड करें
- रोजाना वॉक पर जाएं
- तेल युक्त चीजों का सेवन अवॉइड करें
इन आसान टिप्स की मदद से आप वेट कंट्रोल कर सकते हैं और हाई बीपी की समस्या से बच सकते हैं।