
Iodine Deficiency Symptoms in Hindi: आयोडीन, शरीर के लिए एक अहम पोषक तत्व है। शरीर में थायराइड हार्मोन बनाने के लिए आयोडीन की जरूरत होती है। थायराइड हार्मोन, शरीर के मेटाबॉलिज्म को सही रखने में काम आता है। सांस लेने, हृदय गति को ठीक रखने, मांसपेशियों को मजबूती देने जैसे कार्यों के लिए आयोडीन की जरूरत होती है। आयोडीन की कमी से नींद ज्यादा आती है। वयस्कों को दिनभर में करीब 150 एमसीजी आयोडीन की जरूरत होती है। गर्भवती महिलाओं को दिनभर में करीब 200 एमसीजी आयोडीन की जरूरत होती है। शरीर में आयोडीन की कमी के कारण कई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। आयोडीन की कमी से हाइपोथायरायडिज्म, हार्ट डिजीज, मानसिक समस्याएं, पेरीफेरल न्यूरोपैथी और नवजात शिशु में जन्मजात असामान्यताएं आदि रोग हो सकते हैं। हमारा शरीर, आयोडीन की कमी के कई संकेत बताता है। इन संकेतों पर हमें गौर करना चाहिए। आगे लेख में हम ऐसे ही कुछ संकेतों के बारे में बात करेंगे, जो आयोडीन की कमी के कारण नजर आते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
आयोडीन की कमी के लक्षण- Iodine Deficiency Symptoms in Hindi
1. जन्मजात असामान्यताएं- Birth Abnormalities
शरीर में आयोडीन की कमी से हार्ट की बीमारी और कब्ज की समस्या बढ़ सकती है। प्रेग्नेंसी में आयोडीन की कमी से, नवजात शिशु को जन्मजात असामान्यताएं हो सकती हैं। आयोडीन की कमी से नवजात शिशु के मस्तिष्क विकास में कमी आ सकती है। इसका असर उसकी मेमोरी पॉवर पर पड़ सकता है। शिशु मानसिक रूप से कमजोर हो सकता है।
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2. गर्दन में सूजन- Swollen Neck
आयोडीन की कमी से गर्दन में सूजन नजर आ सकती है। ये एक मेडिकल कंडीशन का लक्षण है जिसे गोइटर (Goiter) के नाम से जाना जाता है। थायराइड ग्लैंड के बड़े होने के कारण ये बीमारी होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर को जितने थायराइड हार्मोन की जरूरत होती है, उतनी मात्रा बन नहीं पाती। क्योंकि शरीर में आयोडीन की कमी होती है। ऐसे में थायराइड ग्लैंड को क्षमता से ज्यादा कार्य करना पड़ता है। इस कारण ग्लैंड का साइज बढ़ जाता है।
3. वजन बढ़ना- Weight Gain
आयोडीन की कमी से वजन बढ़ सकता है। हेल्दी शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज होता है। लेकिन आयोडीन की कमी से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और वजन बढ़ जाता है। मेटाबॉलिज्म रेट धीमा होने का कारण हार्मोनल असंतुलन भी है। आयोडीन की कमी से थायराइड हार्मोन में गड़बड़ी के चलते हार्मोनल असंतुलन होता है। इस कारण से शरीर में फैट बढ़ने लगता है और वजन बढ़ जाता है।
4. स्मरण शक्ति कमजोर होना- Memory Problems
आयोडीन की कमी से स्मरण शक्ति कमजोर हो सकती है। व्यक्ति को कुछ भी याद रखने में समस्या महसूस हो सकती है। अगर ये लक्षण नजर आए, तो समझ जाएं कि शरीर में आयोडीन की कमी है। आयोडीन की कमी से व्यक्ति को एंग्जाइटी और डिप्रेशन के लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। आयोडीन की कमी के कारण हार्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं। इसका बुरा असर मस्तिष्क पर पड़ता है और तनाव महसूस हो सकता है।
5. ठंड लगना- Cold Sensitivity
आयोडीन की कमी से हाइपोथायरायडिज्म की समस्या हो जाती है। हाइपोथायरायडिज्म के कारण आपको ठंडक महसूस हो सकती है। आयोडीन कम होने से, मेटाबॉलिज्म, शरीर में हीट उत्पादन की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। इस कारण से व्यक्ति को हर समय ठंड ज्यादा महसूस होती है।
आयोडीन की कमी कैसे पूरी करें?- Iodine Deficiency Treatment
आयोडीन की कमी के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर खून की जांच करवाएं। अगर शरीर में आयोडीन की कमी है, तो निम्न उपायों को आजमां सकते हैं-
अनाज, दालें, अंडे, आलू, मुनक्का, दही, ब्राउन राइस, मशरूम, लहसुन आदि का सेवन करें। ये आयोडीन के अच्छे स्रोत हैं।
आयोडीन की कमी दूर करने के लिए रोस्टेड आलू का सेवन कर सकते हैं। रोस्टेड आलू में पोटैशियम, आयोडीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
आयोडीन की कमी है, तो रोजाना एक गिलास दूध का सेवन करें। दूध में आयोडीन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं।
ऊपर बताए खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करने से आयोडीन की कमी को दूर कर सकते हैं। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।