महिलाओं को मोटापे के कारण कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मोटापे की वजह से महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। यह पीसीओएस, पीसीओडी व पीरियड्स से जुड़ी अन्य समस्याओं की वजह हो सकती हैं। आज के समय काम के अनियमित घंटे और खान पान की गलत आदतों के चलते ज्यादातर महिलाओं को मोटापे की समस्या का सामना करना पड़ता है। दरअसल, पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम-PCOS) की समस्या 25 से 35 आयु की महिलाओं के लिए एक आम समस्या बनती जा रही है। इसके अधिकतर मामलों में सावधानियां बरतने से महिलाओं की समस्या का समय रहते इलाज किया जा सकता है। पीसीओएस में होने वाले हार्मोनल बदलाव महिलाओं में अनियमित पीरियड्स, मुंहासे, पेट में दर्द, चेहरे में बालों का बढ़ना और वजन में तेजी से बढ़ोतरी के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। आगे साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनोक्लॉजिस्ट से जानते हैं कि पीसीओएस में हार्मोनल बदलाव होने पर महिलाओं को क्या लक्षण महसूस हो सकते हैं?
PCOS से पीड़ित महिलाओं में हार्मोनल बदलाव होने पर दिखाई देने वाले लक्षण
थकान
PCOS में हार्मोनल बदलाव होने से महिलाओं को थकान हो सकता है। इस दौरान महिलाओं को थकान बनी रह सकती है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कोर्टिसोल और थायराइड हार्मोन में तेजी से बदलाव होते हैं। इससे एनर्जी के लेवल में डाउन होता है और थकान महसूस होने लगती है।
पेट की चर्बी
पीसीओएस में महिलाओं को पेट के आसपास फैट जमा हो जाता है। यह फैट हार्मोन और शरीर के अन्य अंगों के कार्यों को प्रभावित करता है। इससे शरीर में सूजन और इंसुलिन के स्तर पर उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में महिलाओं को डायबिटीज और हृदय रोग का जोखिम बढ़ जाता है।
अनियमित पीरियड्स
हार्मोनल बदलाव होने पर महिलाओं के पीरियड्स में बदलाव होते हैं। पीसीओएस में ओवुलेशन की प्रक्रिया बाधित होती है। इस दौरान महिलाओं की पीरियड साइकिल एक से डेढ़ माह तक बढ़ सकती है। ऐसे में टेस्टोस्टेरोन का स्तर तेजी से बढ़ता है।
शुगर क्रेविंग्स
PCOS में महिलाओं को अक्सर इंसुलिन से जुड़ी समस्या हो सकती है। इसमें महिलाओं को कार्बोहाइड्रेट लेने की आवश्यकता होती है। ऐसे में महिलाओं को शुगर क्रेविंग्स होती है। ऐसे में महिलाओं को ज्यादा चीनी खाने से बचना चाहिए।
बालों का झड़ना
पीसीओएस में महिलाओं के शरीर के टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ता है। इससे बालों की हेल्थ पर असर पड़ता है और ऐसे में बालों के झड़ने की समस्या देखने को मिल सकती है।
पीसीओएस में हार्मोन अंसुलन से बचाव कैसे करें?
- इस दौरान आप पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। हाईड्रेट रहने से आप हार्मोनल अंसुतलन के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
- समय रहते डॉक्टर से मिले और उनके द्वारा दी गई दवाओं को समय पर लें।
- इसके अलावा, नींंद के एक निश्चित पैर्टन को फॉलो करें।
- संतुलित आहार का सेवन करें। साबुत अनाज और फलों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।
इसे भी पढ़ें: Home remedies for PCOS: पीसीओएस की समस्या को कम करने के लिए अपनाएं ये 5 घरेलू उपाय
पीसीओएस में होने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए आप संतुलित आहार का सेवन करें। इसके अलावा, हाइड्रेट रहें, डिहाइड्रेशन से आपकी समस्या बढ़ सकती है। साथ ही, आपको पेट में दर्द और अनियमित पीरियड्स की समस्या हो सकती है। पीसीओएस में गंभीर लक्षण दिखाई देने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version