
Hair Smoothening Side Effects In Hindi: हर किसी को खूबसूरत, मुलायम और चमकदार बाल पसंद होते हैं। बालों को सिल्की और शाइनी बनाने के लिए लोग महंगे प्रोडक्ट्स का प्रयोग करते हैं। कई लोग बालों पर अलग-अलग हेयर ट्रीटमेंट्स भी करवाते हैं। खासतौर पर महिलाऐं स्ट्रेट और सिल्की बालों के लिए हेयर स्मूदनिंग करवाती हैं। हेयर स्मूदनिंग एक तरह का केमिकल ट्रीटमेंट है, जो बालों को सीधा और सिल्की करने के लिए होता है। हेयर स्मूदनिंग से फ्रिजी और डैमेज बालों को सीधा और मुलायम किया जाता है। हेयर स्मूदनिंग करवाने से करीब एक-डेढ़ साल तक बाल स्ट्रेट रहते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इससे बालों की सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है? हेयर स्मूदनिंग ट्रीटमेंट आपके बालों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। दरअसल, स्मूदनिंग के दौरान फॉर्मेल्डिहाइड जैसे केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है और बालों को अमीनो एसिड की परत से कवर किया जाता है। फिर हाई हीट पर बालों को स्ट्रेट किया जाता है। इससे बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचता है और बाल डैमेज हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं हेयर स्मूदनिंग करवाने के नुकसान -
हेयर स्मूदनिंग करवाने के नुकसान - Hair Smoothening Side Effects In Hindi
बाल पतले होते हैं
अगर आप बार बार हेयर स्मूदनिंग ट्रीटमेंट लेते हैं, तो इससे बालों की सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। हेयर स्मूदनिंग के दौरान फॉर्मेल्डिहाइड जैसे केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इससे बाल ऊपर से देखने में तो हेल्दी लगते हैं, लेकिन यह बालों की जड़ों को काफी कमजोर कर देता है। इससे बाल टूटने लगते हैं और पतले हो जाते हैं।
बाल डल और रफ होते हैं
हेयर स्मूदनिंग में बालों पर केमिकल ट्रीटमेंट किया जाता है, जिससे बालों को नुकसान पहुंचता है। बालों में बार-बार केमिकल यूज होने पर आपके बाल डल और रफ हो सकते हैं। इससे बालों की कुदरती नमी खो जाती है और बालों को सही पोषण नहीं मिल पाता है। इसलिए, हेयर स्मूदनिंग करवाने से बालों की नैचुरल चमक खो सकती है, जिससे बाल डल होने लगते हैं।
बालों की जड़ें कमजोर होती हैं
हेयर स्मूदनिंग के प्रोसेस में केमिकल्स और हाई हीटिंग टूल्स का प्रयोग किया जाता है। जिसकी वजह से बालों की जड़ों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। बार-बार केमिकल्स और हीट का यूज करने की वजह से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। इससे नए बाल उगाने वाली ग्रंथियों पर भी प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण हेयर ग्रोथ धीमी हो जाती है या बंद हो जाती है। बालों में बार-बार हेयर स्मूदनिंग करवाने से आपके सिर पर नए बाल उगना बंद हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: बालों में केमिकल वाला हेयर कलर लगाने के होते हैं ये 5 नुकसान, जानें बचाव के उपाय
हेयर फॉल की समस्या हो सकती है
हेयर स्मूदनिंग के दौरान बालों पर केमिकल की परत चढ़ाई जाती है, जिससे बालों के क्यूटिकल्स को नुकसान पहुंच सकता है। बालों पर हीटिंग और आयरनिंग की वजह से बाल काफी कमजोर हो जाते हैं। इसकी वजह से बालों का झड़ना, दोमुंहे बाल और डैंड्रफ की समस्या भी बढ़ सकती है।
त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है
हेयर स्मूदनिंग से न केवल बालों को, बल्कि त्वचा को भी नुकसान पहुंच सकता है। हेयर स्मूदनिंग के प्रोसेस के इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स की वजह से कई लोगों को एलर्जी हो सकती है। ये केमिकल्स आंखों में जलन और दर्द पैदा कर सकते हैं। इतना ही नहीं, कुछ लोग हेयर स्मूदनिंग ट्रीटमेंट लेने के बाद सांस की नली में जलन की शिकायत भी करते हैं। अगर आप बार-बार हेयर स्मूदनिंग करवाते हैं, तो इसकी वजह से आपके फेफड़ों को भी नुकसान पहुंच सकता है।
इसे भी पढ़ें: परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग कराने जा रही हैं तो पहले जान लें ये जरूरी बातें
बार-बार हेयर स्मूदनिंग करवाने से बालों की जड़ें कमजोर हो सकती हैं। इसके कारण आपको हेयर फॉल, दोमुंहे बाल और डैंड्रफ की समस्या हो सकती है। बालों में बार-बार हेयर स्मूदनिंग ट्रीटमेंट करवाने से त्वचा और आंखों को भी नुकसान पहुंच सकता है।