
Side Effects Of Crossing Legs In Hindi: आमतौर पर आप चेयर पर कैसे बैठते हैं? पैरों को क्रॉस करके? ऐसे बैठने में मजा भी बहुत आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस तरह बैठने से पैरों में तकलीफ हो सकती है? जी, हां! असल में पैरों को लंबे समय तक क्रॉस करके बैठने कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। खासकर, जिन लोगां को किसी न किसी तरह स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उनके लिए यह चिंता का विषय बन सकती है। तो क्या आप जानना चाहते हैं कि क्रॉस लेग करके बैठने से किस तरह के नुकसान होते हैं? इस संबंध में अपोलो स्पेक्ट्रा पुणे के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विश्वजीत चव्हाण से विस्तार से जानते हैं।
हाई बीपी
अगर किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर हाई है, तो उन्हें किसी भी हालत में एक पैर पर दूसरे पैर को चढ़ाकर नहीं बैठना चाहिए। असल में, माना जात है कि अगर एक पैर को दूसरे पैर पर चढ़ाकर यानी क्रॉस करके बैठने से बीपी का लेवल थोड़ा सा बढ़ जाता है। जरनल ऑफ क्लीनिक नर्सिंग होम में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार एक पैरों को दूसरे पैर के घुटनों तक चढ़ाकर बैठने से बीपी बढ़ता है। हालांकि, पैरों को एंकल तक यानी टखनों तक ऊंचा करने से ऐसी कोई समस्या नहीं देखी जाती है। खैर, अगर आपको बीपी की प्रॉब्लम है, तो बेहतर होगा कि आप इस स्थिति में लंबे समय तक न बैठें। पैरों को फर्श की सतह पर फ्लैट रखें। यह पॉश्चर आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर रहेगा।
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प्रेग्नेंसी के दौरान
यह बात तो हर कोई जानता है कि गर्भवती महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी का टाइम बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे महिला के लिए चलना-फिरना, यहां तक कि सहज होकर उठने-बैठने में भी दिक्कतें आने लगती हैं। कई बार खुद को कंफर्टेबल करने के लिए महिलाएं अपने पैरों को क्रॉस करके बैठती हैं। हालांकि, इस तरह बैठने में कोई बुराई नहीं है। इससे पैरों को आराम मिलता है और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी कोई नुकसान नहीं है। लेकिन, लंबे समय तक इसी स्थिति में बैठने से गर्भवती महिला के पैरों में सूजन, टखनों में सूजन और दर्द हो सकता है। अगर आपको भी ऐसा हो, तो बेहतर होगा कि आप अपनी सिटिंग पॉजिशन बदल दें। लंबे समय तक पैरों को क्रॉस करके न बैठने से बचें।
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कमर दर्द
अगर आप अपने एक पैर को दूसरे पैर के घुटने तक चढ़ाकर रखते हैं, तो इससे कई तरह की समस्या हो सकती है। पहला, घुटना ऊपर चढ़ाने की वजह से पॉश्चर खराब हो जाता है, जिससे पीठ में दर्द शुरू हो सकता है। इसके अलावा, लंबे समय तक इस पॉजिशन में बैठने की वजह से पेल्विस मुड़ जाता है, जिस वजह से पीठ के निचले हिस्से में दर्द शुरू हो जाता है। यही नहीं, इस पॉजिशन में बैठे रहने की वजह से रीढ़ की हड्डी टेढ़ी हो सकती है। इसके साथ ही, यह भी देखा जा सकता है कि लंबे समय तक एक पैर को दूसरे पैर के घुटने पर चढ़ाने की वजह से मसल्स को अतिरिक्त काम करना पड़ता है। इसका रिजल्ट ये होता है कि मसल्स में अकड़न और दर्द शुरू हो जाता है।
नसों पर दबाव
जब आप अपना पैर घुटने पर चढ़ाकर लंबे समय तक बैठते हैं तो इससे पैरों की नसों पर दबाव पड़ता है। अगर समय-समय पर बैठने की पॉजिशन में बदलाव न किया जाए, तो नसों में दर्द, तकलीफ और पैरों में झनझनाहट की दिक्कत भी हो सकती है। इसके अलावा, पैरों का ब्लड फ्लो भी प्रभावित हो सकता है। बेहतर यही होगा कि आप एक पॉजिशन में लंबे समय तक न बैठें।
कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि जब आप लंबे समय तक पैरों को अपने घुटने के ऊपर चढ़ाकर बैठते हैं, तो इससे शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर अलग-अलग तरह का असर पड़ता है। कुछ मामलों में यह घातक भी हो सकता है। आपको यही सलाह दी जाती है कि एक ही पॉजिशन पर लंबे समय तक बैठने से बचें।
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