टखनों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं जैसे मोच आना, चोट लगना या गठिया की बीमारी होना। इसमें टखने के अंदर चोट लगने से दर्द होता है। इस दर्द से बचने के उपाय किए जा सकते हैं, हालांकि गठिया या अर्थराइटिस जैसे रोगों के लिए डॉक्टरी इलाज की जरूरत होती है। यह दर्द कई बार असहनीय होता है। टखने में दर्द होने पर टखने में सूजन व खिंचाव महसूस हो सकता है। टखने में दर्द के कई संभावित कारण हो सकते हैं, लेकिन इसका इलाज और घरेलू उपाय दोनों ही बचाव के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। जब आपको टखने में दर्द होता है तो कई बार टखने की सिंकाई करने से भी लाभ मिलता है। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि टखने में दर्द के कारण क्या हैं और इससे बचाव कैसे करें।
टखने में दर्द के लक्षण
- टखने में दर्द होना
- टखना का लाल हो जाना
- टखने पर सूजन होना
- चलने में परेशानी होना
- टखना नीला पड़ जाना
- जोड़ों में सूजन होना
टखने में दर्द के कारण
1. गठिया
गठिया जोड़ों में दर्द होने पर जोड़ों पर सूजन आ जाती है। इस रोग मे जोड़ों में गाठें बन जाती हैं। गठिया होने पर जोड़ों में दर्द के साथ-साथ बुखार की समस्या भी होने लगती है। तो टखनों में दर्द का एक कारण अर्थसाइटिस भी हो सकता है।
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2. फ्रैक्चर
फ्रैक्चर होने पर टखनों में दर्द होता है। आमतौर पर टखने की किसी भी हड्डी में अगर चोट आती है या मोच आती है तब भी टखने में दर्द होता है।
3. जोड़ों में संक्रमण
जोड़ों में किसी तरह का इंफेक्शन होने पर भी टखनों में दर्द हो सकता है।
4. ल्युपस (Lupus)
ल्युपस एक ऐसी बीमारी है जो हेल्दी टिशुज को नुकसान पहुंचाती है। यह टखने के जोड़ों को सीधा प्रभावित करती है। ल्युपस के लिए अब तक कोई इलाज नहीं है, पर इसे कंट्रोल किया जा सकता है। आपका हेल्दी लाइफस्टाइल इसे ठीक रख सकता है।
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5.गाउट
टखने पर बड़ा सा गुमड़ा या उभरा हुआ भाग निकलना गाउट कहलाता है। यह भाग शरीर में अपशिष्ट पदार्थ ‘युरिक एसिड’ सुई जैसी आकृति में बदलकर जोड़ों में जमा हो जाता है। इसे गाउट कहा जाता है। इस स्थिति में टखने में दर्द और सूजन होती है।
6. फ्लैट पैर
जब आपका पैर फ्लैट होता है तो उससे दर्द तो नहीं होता, लेकिन यह भी टखने में दर्द का कारण हो सकता है। पैर में कर्व का नहीं होना भी टखने में दर्द का कारण होता है।
7. कार्पल टनल सिंड्रोम
कार्पल टनल सिंड्रोम होने पर पैर की कोई नस दब जाती है, जिस वजह से पैर या टखने में सूजन हो सकती है और उसमें तीव्र दर्द हो सकता है। साथ ही चलने फिरने में भी दिक्कत सकती है। इसमें पैर में जलन और झुनझुनी भी महसूस हो सकती है।
8. टखने में मोच
टखने में मोच तब आती है जब बाहरी टिशु जिसे लिगामेंट्स (ligaments) कहा जाता है, इसमें नुकसान होने से होती है। यह टखने के ऊतकों को साथ रखते हैं, जब इनमें क्षति हो जाती है, तब टखने में दर्द होता है। टखने में मोच आपका पैर मुड़ने से भी हो सकती है।
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टखने में दर्द से बचाव
सही जूते चुनें
टखनों में दर्द से बचने के लिए जरूरी है कि आप सही चप्पल, जूते, हील पहनें। अधिक ऊंचे जूते लेने से भी पैर का बैलैंस ठीक नहीं बन पाता जिस वजह से टखने से लेकर पूरे में पैर में दर्द हो सकता है। साथ ही सही सोल वाले जूते खरीदें जो आपके पैरों के लिए कंफर्टेबल हों।
ठीक तरह बैठें
आपके ठीक से बैठने या चलने से भी आप टखने के दर्द से बच सकते हैं। कई बार हमारे सावधानी पूर्वक नहीं चलने से भी टखने में चोट लगती है या मोच आती है और टखने में दर्द होने लगता है। इसलिए ठीक से चलें और बैठें।
फिजियोथेरेपी
घरेलू उपायों से अगर आपको फायदा नहीं मिल पा रहा है तो आप फिजियोथेरेपिस्ट का भी सहारा ले सकते हैं। साथ ही आप बर्फ से सिकाई कर सकते हैं। अधिक परेशानी होने पर डॉक्टर से मिलें।
टखने में दर्द के कई कारण हैं। जिसमें मोच आने से लेकर गाउट की समस्या तक शामिल है। लंबे समय तक दर्द रहने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
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