Setu Bandha Asana Benefits To Reduce Back Pain During Periods In Hindi: किशोरावस्था के बाद हर महिला को पीरियड्स की एक निश्चित साइकिल से गुजरना पड़ता है। पीरियड्स आना एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। लेकिन, कुछ महिलाओं को तनाव, अनियमित खानपान और लाइफस्टाइल के चलते पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग्स, कमर दर्द और पीठ दर्द का सामना करना पड़ता है। हालांकि, यह दर्द कुछ समय के लिए ही होता, जो पीरियड साइकिल खत्म होने के बाद अपने आप ही ठीक हो जाता है। लेकिन, यदि आप पीरियड्स के दौरान होने वाले पीठ दर्द को दूर करना चाहती हैं तो आपको सेतु बंधासन (Bridge Pose) को रोजाना रुटीन में शामिल करना होगा। इस समय में दर्द को दूर करने के लिए किसी भी तरह की पेन किलर्स नहीं लेनी चाहिए। फिलहाल इस लेख में एएस फिटनेस सेंटर के कोच साईं श्रीवास्तव जानते हैं कि पीरियड्स के दौरान पीठ दर्द को दूर करने में सेतु बंधासन किस तरह से फायदेमंद हो सकता है।
पीरियड्स में सेतु बंधासन के फायदे- Benefits of Setu Bandhasana During Periods In Hindi
इस आसन को करते समय शरीर से पुल का आकार बनता है, इसलिए इसे सेतु बंधासन कहा जाता है। जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग या दर्द होता है उनको इस आसन को करते समय ज्यादा खिंचाव नहीं करना चाहिए। इसे आसन को सहजता से करें। यह योगासन पीठ, पेट और कमर की मांसपेशियों को सक्रिय करता है और शरीर को संतुलन प्रदान करता है। पीरियड्स के दौरान होने वाले कमर दर्द को कम करने के लिए सेतु बंधासन एक बेहतरीन योगासन माना जाता है। आगे जानते हैं इसके फायदे।
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कमर दर्द को दूर करने में सहायक
यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और मांसपेशियों में खिंचाव को कम करता है, जिससे पीरियड्स के दौरान होने वाला कमर दर्द में आराम मिलता है।
ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करना
इस आसन को करने से शरीर के पेल्विक एरिया का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन, दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
हार्मोन को संतुलित करने में मददगार
सेतु बंधासन करने से थायरॉयड ग्रंथि को एक्टिव करने में सहायक होता है, जिससे हार्मोनल अंसतुलन के कारण होने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है और पीरियड्स के दौरान महसूस होने वाले लक्षण में आराम मिलता है।
कमर और पेट की मांसपेशियों को करें मजबूत
सेतु बंधासन रेगुलर करने से महिलाओं को पेट और कमर के आसपास के हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसे करने वाली महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द की परेशानी कम होती है। साथ ही, पेट में भारीपन भी महसूस नहीं होता है।
रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने में मददगार
इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है। जिससे पीरियड्स के दौरान पीठ और कमर के निचले हिस्से में होने वाला दर्द कम होता है। इससे तनाव और स्ट्रेस को भी दूर करने में मदद मिलती है। ऐसे में मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन कम होता है।
सेतु बंधासन करने की सही विधि - Steps to Perform Setu Bandhasana In Hindi
- सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं।
- इसके बाद अपने पैरों को मोड़ें और घुटनों को ऊपर की ओर करें।
- पैरों के तलवों को फर्श पर मजबूती से रखें और हाथों को शरीर के पास रखें।
- सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपने कूल्हों (hips) और पीठ के निचले हिस्से को ऊपर उठाएं।
- अपनी छाती को ठोड़ी की ओर ले जाने की कोशिश करें, लेकिन गर्दन पर ज्यादा जोर न डालें।
- इस पोजीशन में कुछ सेकेंड रुकें और धीरे-धीरे सांस लेते रहें।
- सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपने कूल्हों को नीचे लाएं और पूरी पीठ को फर्श पर टिका लें।
- इस आसन को 3-5 बार दोहराएं।
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Setu Bandha Asana Benefits During Periods: यदि पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द हो रहा है, तो इस आसन को बहुत अधिक बल लगाकर न करें। इसके साथ ही, अगर आपको गंभीर पीठ दर्द यासर्वाइकल की समस्या है, तो इस आसन को करने से पहले योग विशेषज्ञ से सलाह लें। इसके अलावा प्रेग्नेंसी और हाई ब्लड प्रेशर में इस आसन को ना करें। इस आसन की शुरुआत धीरे-धीरे करें। पीरियड्स के दौरान ज्यादा समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।