भारत में सावन माह का एक विशेष महत्व है। इस माह से भारत में त्योहारों की शुरुआत होती है और लोग पूरे महीने सात्विक जीवनशैली का पालन करते हैं। इस दौरान खान-पान में लोग सात्विक खाना खाने पर जोर देते हैं। सात्विक आहार आयुर्वेद और योग साहित्य में सुझाए गए खाद्य पदार्थों पर आधारित एक आहार है, जिसमें गुणवत्ता (गुना) सत्त्व होता है। आहार वर्गीकरण की इस प्रणाली में, शरीर की ऊर्जा को कम करने वाले खाद्य पदार्थों को तामसिक माना जाता है, जबकि शरीर की ऊर्जा की वृद्धि करने वाले खाद्य पदार्थों को राजसिक माना जाता है। सात्विक आहार धार्मिक तत्व अहिंसा के सिद्धांत या अन्य जीवित चीजों को नुकसान पहुंचाने जैसी बातों को भी शामिल करता है और यही कारण है कि योगी अक्सर शाकाहारी आहार का पालन करते हैं।
सात्विक डाइट में क्या होता है?
सात्विक आहार एक ऐसा आहार होता है जो मौसमी खाद्य पदार्थ, फल, डेयरी उत्पाद, बीज, तेल, परिपक्व सब्जियां, फलियां, पूरे अनाज, और बिना-मांस आधारित प्रोटीन पर जोर देता है। सात्विक आहार में मुख्य रूप से सरल, शुद्ध और हल्का भोजन होता है, जो आपको अपने शरीर और दिमाग के लिए आवश्यक शुद्धता प्राप्त करने में मदद करता है। सात्विक आहार अक्सर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो
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- -वजन कम करना चाहते हैं।
- -डायबिटीज से पीड़ित हैं।
- -कोलेस्ट्रोल कंट्रोल करना और ब्लड प्रेशर को संतुलित रखना चाहते हैं।
सात्विक डाइट में मीठे के लिए खाएं श्रीखंड
सात्विक भोजन में मीठे में लोग खीर और श्रीखंड खाना बहुत पसंद करते हैं। श्रीखंड पेट के लिए ठंडा और प्रोटीन से भरा हुआ माना जाता है। ये जितना खाने में स्वादिष्ट होता है, उतना ही शरीर के लिए फायदेमंद होता है। ये पेट पर मूल रूप से हल्का और आसान होता है, जो आसानी से पच जाता है। ये सात्विक आहार मूड स्विंग्स को भी कंट्रोल करने में मदद करता है। इसे खाने के बाद शरीर को हाई प्रोटीन और कार्ब्स मिलते हैं, जो आपको दिन भर भूखा हुआ महसूस नहीं करने देते हैं।
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श्रीखंड की सामग्री
श्रीखंड बनाने का तरीका
- -श्रीखंड बनाने के लिए पहले एक साफ मलमल के कपड़े में छन्नी लगाकर इसे एक बड़े बर्तन पर रख लें।
- -अब इस छन्नी लगे कपड़े में दही डालें।
- -इसके बाद इसे कपड़े को इतना कस कर बांधे कि इसका सारा पानी निचोड़ जाए।
- -फिर इसे ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख लें।
- -लगभग 5 से 6 घंटे के बाद दही को कटोरी में डालें। ये गाढ़ा नजर आना चाहिए।
- -अब इसमें कुछ बूंद गुलाब जल डाल लें।
- -अब केसर, इलायची, कटा हुआ बादान, काजू, पिस्ता सभी को इसमें मिला कर फेंट लें।
- -अब चीनी या गुड़ को पीस कर इसमें मिला लें।
- -उसी मखमल के कपड़े से ढक कर इसे फ्रिज में रख लें और कुछ देर बाद सर्व करें।
श्रीखंड खाने के फायदे- Benefits of shrikhand
श्रीखंड दही से बनता है इसलिए इसमें मौजूद तत्व शरीर को कई तरीके से फायदा पहुंचाते हैं। ये प्रो-बायोटिक फूड कैल्शियम से भरपूर होता है। कैल्शियम की उपस्थिति दांत और हड्डियों को मजबूती देने का काम करती है। कैल्शियम के साथ श्रीखंड में मिलाए गए ड्राई फ्रूट्स विटामिन और दूसरेकई पोषक तत्वों से भी भरपूर है जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं। इसके फायदों की बात करें, तो
1. इम्यूनिटी बढ़ाता है श्रीखंड
हर रोज एक श्रीखंड खाने से भी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद गुड बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं। साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम और फॉस्फोरस होता है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
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2. वजन घटाने में कारगर
दही में बहुत अधिक मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। ये एक ऐसा तत्व है जो शरीर को फूलने नहीं देता है और वजन नहीं बढ़ने देने में सहायक होता है। वहीं ड्राई फ्रूटर्स हाई प्रोटीन देते हैं, जो वजन घटाने के लिए जरूरी होता है। इसे खाने से आपको बार-बार भूख नहीं लगेगी और आप कम खाना खाएंगे।
3. मूड-स्विंग्स और तनाव कम करता है
दही खाने का सीधा संबंध मस्तिष्क से है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि दही का सेवन करने वालों को तनाव की शिकायत बहुत कम होती है। इसी वजह से विशेषज्ञ रोजाना दही खाने की सलाह देते हैं। वहीं श्रीखंड काफी सारी चीजों से बना है, ऐसे में जब आपका मूड स्विंग हो या मीठा खाने का मन हो तो ये बेहद फायदेमंद होगा। वहीं
अगर आप खुद को बहुत थका हुआ महसूस कर रहे हैं, तो हर रोज इसका सेवन करना आपके लिए अच्छा रहेगा। ये सावन के व्रत के दौरान या ऐसे भी शरीर को हाइड्रेटेड करके एक नई ऊर्जा देने का काम करेगा।
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