मुंबई में पिछले 7 दिनों में 50% तक बढ़े डेंगू-मलेरिया और स्टमक फ्लू के मामले, जानें बचाव के तरीके

बीएमसी के डेटा के मुताबिक शहर में पिछले 7 दिनों में डेंगू,मलेरिया, लेप्टोस्पायरोसिस के साथ-साथ पेट के इंफेक्शन के मामले 50 प्रतिशत तक बढ़े हैं। 
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मुंबई में पिछले 7 दिनों में 50% तक बढ़े डेंगू-मलेरिया और स्टमक फ्लू के मामले, जानें बचाव के तरीके

बारिश के कारण दिल्ली, यूपी समेत मुंबई में वेक्टर जनित बीमारियां भी बढ़ गई हैं। ऐसे में डेंगू-मलेरिया के मामले तेजी से देखे जा रहे हैं। मुंबई में पिछले कुछ दिनों से इन मामलों ने तेजी से रफ्तार पकड़ी है। बीएमसी द्वारा जारी किए एक डेटा के मुताबिक शहर में पिछले 7 दिनों में डेंगू,मलेरिया, लेप्टोस्पायरोसिस के साथ-साथ पेट के इंफेक्शन के मामले 50 प्रतिशत तक बढ़े हैं। 

मुंबई में इतने बढ़े मामले 

शहर में 13 अगस्त तक डेंगू के मरीजों की संख्या लगभग 500 तक पहुंच गई थी, जबकि अब यह संख्या और भी ज्यादा बढ़ गई है। वहीं, पेट के इंफेक्शन से पीड़ितों की संख्या 429 थी, जो अब 20 अगस्त तक बढ़कर 660 तक पहुंच चुकी है। बात करें अगर मलेरिया की तो इससे पीड़ित मरीजों की संख्या 13 अगस्त तक 462 थी, जो अब 700 का आंकड़ा पार कर चुकी है। यही नहीं इन बीमारियों के अलावा शहर में अन्य वेक्टर जनित बीमारियों समेत हेपेटाइटिस का भी खतरा बढ़ रहा है। 

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डेंगू-मलेरिया से बचने के तरीके 

डेंगू मलेरिया मच्छरों से फैलने वाले संक्रमण हैं इसलिए इससे बचने के लिए सबसे पहले मच्छरों से बचने की जरूरत है। इसके लिए रात में सोते समय मच्छरदानी लगाकर या फिर मॉस्किटो कॉइल जलाकर सोएं। इसके लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनें साथ ही किसी बर्तन या फिर टंकी में पानी जमा न होने दें। इससे मच्छर फैलने का खतरा बढ़ता है। घर से बाहर निकलने से पहले आप शरीर पर तेल भी लगा सकते हैं। इससे मच्छर के काटने का असर काफी कम होता है। 

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स्टमक फ्लू और लेप्टोस्पायरोसिस से बचने के तरीके 

बारिश होने के चलते शहर में स्टमक फ्लू और लेप्टोस्पायरोसिस के मामले भी बढ़े हैं। स्टमक फ्लू से बचने के लिए अनहेल्दी डाइट से दूरी बनाएं साथ ही किसी भी संक्रमित चीज को छूने से बचें, जिससे बैक्टीयिया या वायरस आपके पेट तक न पहुंच सके। ऐसे में शरीर में पानी की कमी न होने दें। वहीं लेप्टोस्पायरोसिस बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है, जो आमतौर पर गंदे या फिर रुके हुए पानी से फैलती है। इससे बचने के लिए गंदे पानी या फिर बारिश के पानी से नहाने और चलने-फिरने से भी बचें। 

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