
पुराने समय से प्रेगनेंसी में मालिश की जाती है। ऐसा मानते हैं कि मालिश की मदद से गर्भवती महिला को आराम मिलता है। पुराने समय से आयुर्वेदिक इलाज के तौर पर मालिश की जाती रही है। प्रेगनेंसी में मालिश करवाकर कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। लेकिन कुछ मामलों में मालिश करवाना जोखिम भरा हो सकता है। गलत तरीके से मालिश करवाने के कारण मांसपेशियों में दर्द बढ़ सकता या आप चोटिल हो सकती हैं। अगर आपको डर है कि प्रेगनेंसी में मालिश सुरक्षित है या नहीं तो आपको बता दें डॉक्टर प्रेगनेंसी में मालिश को फायदेमंद मानते हैं। इस लेख में हम जानेंगे प्रेगनेंसी में मालिश का सही तरीका और फायदे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
प्रेगनेंसी में मालिश करवाने के फायदे
- प्रेगनेंसी में मालिश करवाने से रक्तचाप को नियंत्रण में रखने में मदद मिलती है।
- प्रेगनेंसी में पैर और पीठ के दर्द से छुटकारा पाने के लिए मालिश करवा सकती हैं।
- मालिश करवाने से प्रेगनेंसी में सिर के दर्द से छुटकारा मिलता है।
- प्रेगनेंसी में मालिश करवाएंगे, तो मूड में सुधार होगा और नींद अच्छी आएगी।
- मालिश करवाने से प्रेगनेंसी में तनाव, एसिड रिफ्लक्स, हार्ट बर्न आदि समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- मालिश करवाने से प्रेगनेंसी में इम्यूनिटी बढ़ती है और एंग्जाइटी या डिप्रेशन वाले लक्षण दूर होते हैं।
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प्रेगनेंसी में मालिश कब करवाएं?
प्रेगनेंसी में मालिश करवाने के लिए दूसरी और तीसरी तिमाही का समय ठीक होता है। यानी 14 से 30 हफ्ते के बीच मालिश करवा सकते हैं। अगर बात करें कि प्रेगनेंसी में मालिश करवाने की सबसे बेहतर पोजिशन क्या है, तो आपको बता दें एक तरफ करवट लेकर मालिश करवा सकते हैं। सहारे के लिए महिला पीठ के पीछे और पैरों के बीच में तकिया रख सकती है।
प्रेगनेंसी में मालिश करवाने का सही तरीका
- प्रेगनेंसी के दौरान आप पीठ, पैर, हाथ, गर्दन, हिप्स और गर्दन आदि अंगों में मालिश करवा सकती हैं।
- मालिश करवाने के लिए आरामदायक मुद्रा में लेट जाएं।
- जो भी मालिश करे, उससे दबाव न डालने के लिए कहें। प्रेगनेंसी में हल्के हाथ से ही मालिश की जाती है।
- तेल से मालिश करने के बाद कुछ देर आराम करें।
- मालिश के दौरान अगर ज्यादा दर्द महसूस हो, तो मालिश रोक दें।
- पेट के बल लेटकर मालिश न करवाएं। ये गर्भस्थ शिशु के लिए सही पोजिशन नहीं है।
मालिश के दौरान न करें ये गलती
प्रेगनेंसी का दौर नाजुक होता है। इस दौरान मालिश करवा रही हैं, तो विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होगी। शरीर के कुछ अंगों में मालिश नहीं करवानी चाहिए जैसे पेट, स्तन आदि। प्रेगनेंसी में कंधे, हाथ-पैर, पीठ, सिर और गर्दन आदि अंगों की मालिश करवा सकती हैं।
प्रेगनेंसी में मालिश के लिए कौनसा तेल इस्तेमाल करें?
प्रेगनेंसी के दौरान मालिश के लिए ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऑलिव ऑयल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिससे दर्द और सूजन की समस्या दूर होती है। इसके अलावा बादाम का तेल या सर्दियों में तिल के तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाएं खुद की मालिश भी कर सकती हैं। लेकिन ध्यान रखें कि मालिश करने के दौरान आप ज्यादा थक न जाएं या मालिश के लिए ज्यादा न झुकना पड़े। हो सके तो किसी अनुभवी व्यक्ति से ही मालिश करवाएं।
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