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How Excess Sugar Impacts Pregnancy: प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव होने के कारण महिलाओं को कई तरह की क्रेविंग होती है। कई बार खट्टा खाने का मन करता है, कभी तीखा और चटपटा खाने का। लेकिन प्रेगनेंसी में मीठा खाने की क्रेविंग कभी खत्म नहीं होती है। पिछले दिनों की ही बात है पड़ोस की भाभी की मैंने लड्डू खाते हुए देखा। भाभी को लड्डू खाता देख मैंने पूछा कि एक दिन में कितनी पीस खाती हो? भाभी ने हंसते हुए जवाब दिया सिर्फ लड्डू नहीं खाती मेरा पूरा फ्रिज कई तरह की मिठाइयों, चॉकलेट और कैंडी से भरा हुआ है। जब मीठा खाने का मन करता है तो फ्रिज खोलती हूं और जो मन आता है तुरंत खा लेती हूं।
भाभी की ये बात सुनने के बाद मेरे मन में ख्याल आया कि क्या प्रेगनेंसी में इतना मीठा खाना सही है? वैसे भी भारत में डायबिटीज के मामले जिस तरह के बढ़ रहे हैं ऐसे में इस तरह के सवाल उठना लाजिमी है। प्रेगनेंसी में मीठा खाना कितना सही है? क्या प्रेगनेंसी में मीठा खाने से महिला में डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। भाभी को देखने के बाद मेरे मन में आए सभी सवालों का जवाब जानने के लिए हमने दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल में बतौर वरिष्ठ सलाहकार काम कर रहीं डॉ. अंकिता सिंह से बातचीत की।
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क्या प्रेगनेंसी में बहुत ज्यादा मीठा खाना सही है?
डॉ. अंकिता सिंह ने हमारे साथ खास बातचीत में बताया कि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह के खाने की क्रेविंग होती है। प्रेगनेंसी में मीठा खाने की क्रेविंग होना बहुत ही आम बात है। हालांकि प्रेगनेंसी में ज्यादा मीठा खाने से होने वाली मां और गर्भ में पलने वाले बच्चे को नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में;
प्रेगनेंसी में ज्यादा मीठा खाने के नुकसान
ब्लड में बढ़ता है सुक्रोज का लेवल
प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा मीठा या कोई भी ऐसी चीज जिसमें शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है खाने से ब्लड में सुक्रोज का स्तर बढ़ जाता है। शरीर में सुक्रोज का लेवल बढ़ने से होने वाली मां में डायबिटीज का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है।
वजन बढ़ाता है मीठा
प्रेगनेंसी में महिलाएं कुकीज, पेस्ट्री, मिठाई, हलवा, कैंडी और चॉकलेट या आलू जैसी हाई कैलोरी खाद्य पदार्थ का सेवन करती हैं तो इससे उनका वजन ज्यादा बढ़ सकता है। प्रेगनेंसी में ज्यादा वजन बढ़ने की वजह से डिलीवरी के समय कई तरह के कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं।
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बच्चे में हो सकती है कई स्वास्थ्य समस्याएं
प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा मीठा खाने से गर्भ में पलने वाले बच्चे पर नकारात्म असर पड़ सकता है। यदि कोई महिला प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा मीठा खाती है तो गर्भ में पलने वाले बच्चे को डायबिटीज और मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने का चांस गई गुणा बढ़ सकता है। कई बार ज्यादा प्रेगनेंट महिला का ज्यादा मीठा खाना बच्चे में हार्ट संबंधी समस्याओं का भी कारण बन सकता है।
बच्चे में बढ़ता है अस्थमा का खतरा
अमेरिकन स्टडी के अनुसार अगर कोई प्रेगनेंट महिला ज्यादा चीनी या सोडे का सेवन करती है तो ये उसके बच्चे में अस्थमा का खतरा बढ़ा सकता है। प्रेगनेंसी में ज्यादा मीठा खाने या सोडे का सेवन करने से गर्भ में पलने वाले बच्चे की सीखने की क्षमता भी कमजोर हो सकती है।
प्रेगनेंसी में मीठा खाने की क्रेविंग हो तो क्या करें?
डॉक्टर का कहना है कि प्रेगनेंसी या नॉर्मल दिनों में भी मीठा खाने की क्रेविंग होना बहुत ही आम बात है। जब आपको मीठा खाने की क्रेविंग हो तो एक साथ बहुत ज्यादा न खाकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में इसका सेवन करें। डॉक्टर ने बताया कि प्रेगनेंसी के दौरान जब महिला को मीठा खाने की क्रेविंग हो तो प्रोसेस्ड शुगर वाली चीजों का सेवन करने की बजाय ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो गुड़ या रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से बनाएं गए हों।