मलद्वार में दर्द के क्या कारण हो सकते हैं? जानें इसे दूर करने के 5 घरेलू उपाय

मलद्वार में दर्द बवासीर के अलावा अन्य कारणों से भी होता है। लेकिन इस दर्द को आप घरेलू उपाय से कम कर सकते हैं।   
  • SHARE
  • FOLLOW
मलद्वार में दर्द के क्या कारण हो सकते हैं? जानें इसे दूर करने के 5 घरेलू उपाय


Causes of Rectal Pain in Hindi: कुछ लोगों को शौच करते समय मलद्वार में दर्द महसूस होता है। ऐसा होने पर लोग घबरा जाते हैं, और इसे बवासीर से ही जोड़कर देखने लगते हैं। आमतौर पर मरीज इस समस्या के बारे में किसी से भी बात नहीं करता है। यहां तक की कई लोग तो इस परेशानी में डॉक्टर के पास जाने से भी शर्माते हैं। लेकिन, किसी भी तरह की समस्या को अनदेखा करने से परेशानी कम होने की बजाय बढ़ जाती है, इसलिए बेहद आवश्यक है कि आप डॉक्टर की सलाह लें। आपको बता दें कि मलाशय में दर्द (Rectal Pain) केवल बवासीर की वजह से ही नहीं होता, कई अन्य स्थितियां भी इसके लिए जिम्मेदार होती है। कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर आप इन समस्याओं को कम कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको मलद्वार में दर्द के कारण और उसके बचाव के लिए कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं।  

मलद्वार में दर्द के कारण क्या होते हैं? Causes of Rectal Pain In Hindi  

  • बवासीर - मलद्वार में दर्द होने का मुख्य कारण बवासीर होता है। ये रोग कब्ज की वजह से होता है। साथ ही, आपको मल त्याग में जलन महसूस होती है। 
  • फिशर - ये समस्या भी मलद्वार से जुड़ी हुई है। इस समस्या में आपके मलाशय में मल त्याग करते समय खरोंच आ जाती है। इसकी वजह से मल में खून भी आता है।  
  • प्रोक्टाल्गिया फूगैक्स (Proctalgia fugax) - इसमें व्यक्ति को मलद्वार की मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है। इसकी वजह से भी मरीज को मलद्वार में दर्द होता है।  
  • लिवैटर एनी सिंड्रोम (Levator ani syndrome) - ये समस्या मुख्य रूप से महिलाओं को अधिक होती है। इसमें गुदा मार्ग की मांसपेशियों में ऐंठन होती है। जिसकी वजह मल त्याग में दर्द होता है।  

इसे भी पढ़ें : कब्ज से छुटाकारा पाना है, तो डाइट में शामिल करें ये 5 चीजें 

rectal pain causes and home remedies

मलद्वार में दर्द का घरेलू इलाज - Home Remedies Of Rectal Pain In Hindi  

गर्म पानी के टब में बैठें  

गर्म पानी के टब में बैठने से गुदा मार्ग की मांसपेशियों में होने वाले संक्रमण और सूजन को कम किया जा सकता है। इस पानी में आप हल्का सा सेंधा नमक भी डाल सकते हैं। दर्द से आराम पाने के लिए आप गर्म पानी से भरे टब में करीब 15 से 20 मिनट तक बैठ सकते हैं।  

नारियल तेल का करें इस्तेमाल  

यदि आपको गुदा मार्ग में जलन या दर्द महसूस हो रहा है, तो ऐसे में आप गर्म पानी में बैठ सकते हैं। इसके बाद आप नारियल तेल को गुदा मार्ग के बाहर लगाएं। इसे लगाने के लिए आप कॉटन का उपयोग कर सकते हैं। नारियल तेल में त्वचा को ठीक करने के गुण होते हैं। साथ ही इसके उपयोग से आपको मल त्याग करते समय परेशानी नहीं होती है।  

गुदा मार्ग में खुजली न करें  

यदि आपको मलद्वार में दर्द हो रहा है या मलत्याग करते समय परेशानी हो रही है तो ऐसे में आपको गुदा मार्ग में खुजली नहीं करनी चाहिए। कई बार मल त्याग करते समय मलाशय के अंदरूनी हिस्से की त्वचा छिल जाती है, जिसके बाद आपको खुजली महसूस होने लगती है। यदि आप ऐसे में खुजली करते हैं तो इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है।  

ज्यादा टाइट कपड़े न पहनें  

यदि आपको गुदा संबंधी समस्या हो रही है तो ऐसे में आपको ज्यादा टाइट कपड़े पहनने से बचना चाहिए। मलाशय में दर्द होने पर या मलद्वार के पास सूजन होने पर ज्यादा टाइट कपड़े पहनने से आपको असहज महसूस हो सकता है। साथ ही आपको बैठने में भी परेशानी हो सकती है। ऐसे में आपको हल्के पैजामा या पैंट पहननी चाहिए।  

आहार में फाइबर डाइट लें  

मलद्वार में दर्द की मुख्य समस्या कब्ज मानी जाती है। यदि आपको भी सुबह मल त्याग करते समय परेशानी होती है तो ऐसे में आप अपनी डाइट में फाइबर युक्त आहार शामिल कर सकते हैं। इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं और सलाद खाने की आदत डालें। इससे आपको कब्ज की समस्या कम होती है।  

इसे भी पढ़ें : आंतों को साफ करने के लिए रोज सुबह करें इन 5 फलों से बने जूस का सेवन 

पर्याप्त पानी पिएं 

पानी कम पीने से आपको मल त्याग करते समय परेशानी होती है। इस समस्या से बचने के लिए आपको दिन में 7 से 8 गिलास पानी पीना चाहिए। इससे मल सॉफ्ट होता है और आपको मल  त्याग करते समय परेशानी नहीं होती है। 

बवासीर की समस्या आज के समय में एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। कई व्यक्ति शर्म के चलते इस समस्या पर बात करने से झिझकते हैं। लेकिन, समय रहते डॉक्टर की सलाह लेने से आपको इसके शुरुआती दौर में ही आराम मिल सकता है। साथ ही, डॉक्टर आपको लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव के कुछ उपयोगी टिप्स दे सकते हैं। इन सुझावों से बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है और इसकी गंभीरता को काफी हद तक कम किया जा सकता है। 

Read Next

नैचुरल तरीके से फेफड़ों की सफाई कैसे करें? जानें 5 आसान तरीके

Disclaimer