सूखे मेवों का जब भी नाम आता है तो काजू, बादाम, अखरोट के साथ किशमिश का नाम भी जरूर आता है। ऐसे में सुखे अंगूर से प्राप्त किशमिश टेस्ट में बढ़िया होने के साथ-साथ अनेक लाभकारी गुणों से भी भरपूर हैं। इसके सेवन से सेहत को तंदुरुस्त बनाया जा सकता है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि किशमिश खाने से क्या फायदे होते हैं। साथ ही इसके नुकसान के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
किशमिश के लाभ
वजन बढ़ाने में किशमिश है मददगार
बता दें कि किशमिश के अंदर ग्लूकोज और फ्रुक्टोज भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं इसलिए इनका सेवन खिलाड़ियों में बॉडीबिल्डर्स को करने के लिए भी कहा जाता है क्योंकि इन लोगों को ऊर्जा की ज्यादा आवश्यकता होती है। अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं तो किशमिश का सेवन एक अच्छा विकल्प है। इससे शरीर में खराब कोलेस्ट्रोल की मात्रा नहीं जमती और आप स्वस्थ तरीके से वजन बढ़ा सकते हैं।
बालों की सेहत के लिए किशमिश हैं उपयोगी
किशमिश के अंदर पोटेशियम, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन बी, लोहा आदि तत्व मौजूद होते हैं, जिससे बालों की स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। बता दें कि अगर शरीर में लोहे की कमी हो जाए तो इससे बाल बेजान और रूखे नजर आते हैं और साथ ही झड़ने लगते हैं। अगर आप बालों में प्राकृतिक रंग लाना चाहते तो आप नियमित रूप से किशमिश का सेवन करें।
त्वचा के लिए किशमिश है अच्छी
किशमिश के अंदर फिनोल नामक एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाया जाता है जो त्वचा में मौजूद हानिकारक कणों को दूर करने में कारगर है। इससे चेहरे पर आने वाली झुर्रियां, फाइन लाइंस, बढ़ती उम्र के लक्षण दूर हो जाते हैं। साथ ही यह शरीर को साफ रखने में मददगार है, जिससे आपकी त्वचा भी चमकदार नजर आती है।
किशमिश करें हाइपरटेंशन से बचाव
हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त लोगों को बता दें कि किशमिश के अंदर हाइपरटेंशन को कम करने के गुण पाए जाते हैं। साथ ही स्वास्थ्य की रक्षा भी इसी के माध्यम से की जा सकती है। बता दें कि किशमिश के अंदर पोटेशियम पाया जाता है जो रक्त वाहिकाओं के तनाव को कम कर सकता है और रक्तचाप को भी नियंत्रित कर सकता है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि किशमिश से हाइपरटेंशन की समस्या को दूर किया जा सकता है। हालांकि अभी तक इस पर कोई अध्ययन सामने नहीं आया है।
बुखार को दूर करें किशमिश
किशमिश के अंदर प्रोनोलिक फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जिससे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। ऐसे में यह वायरल, बुखार, संक्रमण आदि से रक्षा कर सकते हैं।
आंखों के लिए किशमिश है अच्छी
क्योंकि किशमिश के अंदर पॉलीफेनॉलिक फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जो आंखों की सेहत के लिए अच्छे होते हैं। यह आंखों को साफ करने के साथ-साथ मोतियाबिंद, कमजोर दृष्टि, मैकुलर डिजनरेशन आदि से भी रक्षा करते हैं क्योंकि किशमिश के अंदर पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए, बीटा कैरोटीन आदि पाया जाता है इससे आंखों का स्वास्थ्य अच्छा बनता है।
किशमिश से हड्डियों को मजबूत
हड्डियों की मजबूती के लिए किशमिश एक अच्छा विकल्प है क्योंकि किशमिश के अंदर कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसके अलावा किशमिश ड्राई फ्रूट बोरान का भी अच्छा स्रोत है। यह हड्डी और जोड़ों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसके अलावा किस विषय में पोटेशियम भी पाया जाता है, जिससे हड्डियों को मजबूती मिलती है और उनका विकास होता है।
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किशमिश के नुकसान
कहते हैं किसी भी चीज का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो वह फायदे के साथ-साथ शरीर को नुकसान भी बचा सकता है। ऐसा ही कुछ किशमिश के साथ भी है। आइए जानते हैं किशमिश के नुकसान के बारे में-
1- अगर किशमिश का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो इससे शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है और वजन भी बढ़ सकता है। ऐसे में बढ़ता वजन शरीर में अनेक समस्याओं को पैदा कर सकता है।
2- किशमिश के अंदर ट्राइग्लिसराइड्स का भी उच्च स्तर पाया जाता है। ऐसे में इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो फैटी लिवर कैंसर, ह्रदय रोग, मधुमेह आदि की संभावना बढ़ सकती है।
भीगी हुई किशमिश के फायदे
अगर रात को सोने से पहले किशमिश को भीगोकर रखा जाए और अगले दिन खाली पेट किशमिश का सेवन उसके पानी के साथ किया जाए तो ये सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से ना केवल वजन कम होता है बल्कि ब्लड प्रेशर की समस्या, हड्डियों को मजबूती, शरीर में पानी की कमी, कब्ज की समस्या आदि को दूर करने में भी भीगी हुई किशमिश काफी फायदेमंद हैं। ध्यान रहे कि किशमिश में डाइट्री फाइबर की मात्रा होती है, जिससे पाचन तंत्र तंदुरुस्त रहता है लेकिन अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो इससे पाचन स्वास्थ्य खराब भी हो सकता है। इसके अलावा भीगी किसमिस का अधिक सेवन करने से अपच और पेट की अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं इसीलिए भीगी हुई किशमिश का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
ये लेख मंजरी वेलनेस की डायटिशियन ओर संस्थापक मंजरी चंद्रा द्वारा दिए गए इनपुट्स पर बनाया गया है।