
पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन (Pulmonary Arterial Hypertension) एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है, जिसे यदि नजरअंदाज किया जाए, तो स्थिति समय के साथ खराब हो जाती है। लेकिन उपचार की मदद से इसके लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है, ताकि आप बीमारी से बेहतर तरीके से निपट सकें। पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन (PAH) आपके दिल से फेफड़ो तक जाने वाली धमनियों में हाई ब्लड प्रेशर को कहा जाता है। यह आपके सामान्य हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से अलग है। यह आपके फेफड़ों में धमनियों और आपके दिल के दाहिने हिस्से को प्रभावित करता है। आइए यहां विस्तार में जानते हैं कि पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन क्या है और इसके कारण और लक्षण क्या हैं?
पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन क्या है?
पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन की समस्या होने पर आपके फेफड़ों में छोटी धमनियां, जो कि फेफड़ो तक खून की आपूर्ति करती हैं, वह संकीर्ण या अवरुद्ध हो जाती हैं। ऐसे में उनके लिए रक्त का बहाव कठिन हो जाता है और इससे आपके फेफड़ों में खून का दबाव बढ़ जाता है। आपके दिल को उन धमनियों के माध्यम से खून को पंप करने में मुश्किल और कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। जिसकी वजह से कुछ समय बाद हृदय की मांसपेशी कमजोर हो जाती है और यह हार्ट फेल्योर का कारण बन सकताह है।
पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन के कारण
हांलांकि कुछ स्थितियों में पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन के कारणों का पता नहीं चल पाता लेकिन इसके पीछे आपकी जीवनशैली और सक्रिय न रहना शामिल है। पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन के साथ आपके ब्लड प्रेशन में वृद्धि कोशिकाओं में परिवर्तन के कारण होती है, जो आपकी पल्मोनरी आर्टरी से चिपकी होती हैं। इन परिवर्तनों से धमनियों की दीवारें कठोर और मोटी हो सकती हैं, और एक्सट्रा टिश्यु बन सकते हैं और रक्त वाहिकाओं में सूजन और उन्हें तंग बना सकती हैं। इसके अलावा, पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन के कई अन्य कारण हो सकते हैं, जो कि इस समस्या को पैदा कर सकते हैं।
- मोटापा या अधिक वजन
- पारिवारिक इतिहास
- ऑटोइम्युन डिजीज
- कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर
- फेफड़ों में खून के थक्के बनना
- एचआईवी
- अवैध दवा का उपयोग (जैसे कोकीन या मेथामफेटामाइन)
- लिवर की बीमारी
- रुमेटाइड आर्थराइटिस
- स्लीप एप्निया
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पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन के लक्षण
पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन के शुरूआत में कुछ लक्षण आम या फिर ध्यान देने योग्य नहीं हो सकते हैं। लेकिन जैसे-जैसे समस्या बढ़ती है, तो इसके लक्षण कुछ इस प्रकार दिखते हैं:
- सांस की तकलीफ
- थकान महसूस होना
- चक्कर आना या बेहोशी
- सीने में ऐंठन या दर्द महसूस होना
- पाचन का असंतुलित होना
- होठों और त्वचा के लिए नीला रंग
- दिल की धड़कन बढ़ जाना या कम होना
- टखनों और पैरों में सूजन
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पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन का उपचार और बचाव के तरीके
पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन के इलाज के लिए आमतौर पर दवा और सर्जरी के साथ ट्रीटमेंट किया जाता है। जिसमें डॉक्टर कुछ टेस्ट के साथ ट्रीटमेंट शुरू करता है। इसके अलावा, डॉक्टर कुछ ऐसी दवाएं व इंजेक्शन दे सकता है, जो आपके रक्त वाहिकाओं को आराम और रक्त प्रवाह को आसानी से नियंत्रित कर सकते हैं।
इसके साथ ही आपको स्वस्थ खानपान और सक्रिय जीवन जीने की सलाह दी जाती है, जो कि हर बीमारी से निपटने के लिए जरूरी है।
कुछ मामलों में ऑक्सीजन थेरेपी दी जाती है, जो खून में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए की जाती है।
हाई ब्लड प्रेशर से निपटने वाले कुछ घरेलू उपचारों को भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहे। जैसे कि नमक के सेवन में कटौती।
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