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हीटवेव का कहर झेल रही जनता, बचने के लिए डॉक्टर ने दी ये सलाह

Heatwave Prevention Tips: कड़कती गर्मी और हीटवेव का लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है, डॉक्टर से जानें कैसे करें अपना बचाव।
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हीटवेव का कहर झेल रही जनता, बचने के लिए डॉक्टर ने दी ये सलाह


Heatwave Prevention Tips: बीते महीने से ही उत्तर भारत दर्जन भर से ज्यादा प्रदेशों में हीटवेव और  भयंकर गर्मी का कहर चल रहा है। बढ़ते तापमान और हीटवेव को लेकर आईएमडी ने भी गाइडलाइन जारी कर लोगों को बाहर न निकलने की सलाह दी है। मई और जून के महीने में हीटवेव का खतरा उत्तर भारतीय इलाकों में बना रहता है। सामान्य से कुछ डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ते ही हीटवेव का कहर शुरू हो जाता है। लू या हीटवेव का गंभीर असर लोगों की सेहत पर भी पड़ता है। OMH HyperLocal की मुहिम के तहत हमने लोगों से यह जानने की कोशिश की, हीटवेव का लोगों पर कितना असर पड़ रहा है? इससे बचने के लिए लोग किस तरह के उपाय अपना रहे हैं? इसके अलावा हमने डॉक्टर से भी हीटवेव के प्रभाव और बचाव से जुड़ी जरूरी सवालों का जवाब लिया। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।

नोएडा सेक्टर 16 स्थित कार मार्केट में काम कर रहे अंकित ने बताया कि, बढ़ते हीटवेव और गर्मी की वजह से दिन के समय में काम करना मुश्किल हो रहा है। इसकी वजह से स्किन में जलन, पसीना, डिहाइड्रेशन और डायरिया जैसी समस्याएं भी हो रही हैं। सड़क के किनारे काम कर रहे लोगों के लिए कड़कती धूप में काम करना सबसे ज्यादा मुश्किल हो रहा है। आसपास काम कर रहे लोगों ने बताया कि हीटवेव और गर्मी से बचने के लिए पानी, ओआरएस जैसी चीजों का सेवन रहे हैं। दिन भर धूप में काम करने वाले लोगों के शरीर के आंतरिक अंगों पर भी हीटवेव और गर्मी का गंभीर असर पड़ता है।

Side Effects Of Heatwave on Body in Hindi

हीटवेव और गर्मी का प्रभाव- Side Effects Of Heatwave on Body in Hindi

वॉकहार्ट हॉस्पिटल्स मुंबई के इमरजेंसी फिजीशियन डॉ तुशाऊ प्रसाद कहते हैं, हीटवेव और बढ़ती गर्मी का शरीर पर इस तरह से प्रभाव पड़ता है-

1. डिहाइड्रेशन (Dehydration): अत्यधिक गर्मी में शरीर से पसीने के रूप में अधिक तरल पदार्थ निकल जाते हैं, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इससे थकान, सिरदर्द, चक्कर आना और मुंह सूखना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

2. हीट क्रैम्प (Heat Cramps): पसीने के साथ खो जाने वाले इलेक्ट्रोलाइट्स के असंतुलन के कारण मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन हो सकती है। 

3. गर्मी की वजह से थकान (Heat Exhaustion): लंबे समय तक धूप में रहने या गर्म वातावरण में काम करने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जिससे कमजोरी, अत्यधिक पसीना आना, मतली और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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4. हीटस्ट्रोक (Heatstroke): यह लू से संबंधित सबसे गंभीर स्थिति है। इसमें शरीर का तापमान बहुत तेजी से बढ़ जाता है और उसे नियंत्रित करने में शरीर विफल हो जाता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, बेहोशी, दौरे और कभी-कभी मृत्यु भी शामिल हो सकती है।

5. हार्ट से जुड़ी समस्याएं (Heart Problems): बहुत ज्यादा देर तक धूप और गर्मी में रहने या हीटवेव की चपेट में आने के कारण हार्ट से जुड़ी समस्याओं का खतरा रहता है।

हीटव से कैसे बचें?- How to Prevent Heatstroke in Hindi

गर्मी के मौसम में हीटवेव और भीषण गर्मी से बचने के लिए डॉ तुशाऊ प्रसाद ने कुछ सुझाव दिए हैं, जो इस तरह से हैं-

  • पानी पीते रहें (Stay Hydrated): दिन भर में पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें, भले ही आपको प्यास न लगे। पानी, छाछ, फलों का रस, नारियल पानी आदि का सेवन करें। शराब और कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से बचें क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं। 
  • धूप से बचें (Avoid Sun Exposure): सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच जब धूप सबसे तेज होती है, तब सीधे धूप में निकलने से बचें। अगर आपको बाहर निकलना ही पड़े, तो छाते, टोपी या कपड़े से सिर और चेहरे को ढक लें। 
  • हल्के और ढीले कपड़े पहनें (Wear Light and Loose Clothes): गहरे रंगों के बजाय हल्के रंग के, सूती और ढीले कपड़े पहनें। इससे पसीना जल्दी सूख जाएगा और शरीर को ठंडक महसूस होगी। 
  • घर को ठंडा रखें (Keep Your Home Cool): घर के पर्दे या खिड़कियों को बंद कर दें ताकि धूप अंदर न आ पाए। पंखों का इस्तेमाल करें और अगर संभव हो तो AC चलाएं। 
  • नहाते रहें (Take Showers Regularly): ठंडे पानी से नहाना या ठंडे तौलिये से शरीर को पोंछना शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है।

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गर्मी के मौसम में बढ़ते तापमान की वजह से डायरिया, पाचन तंत्र से जुड़ी परेशानियां, स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ सकता है। हीटवेव से बचने के लिए पानी पीने के अलावा खानपान और जीवनशैली से जुड़ी अन्य चीजों का भी ध्यान रखना चाहिए। आप बचाव के लिए तरबूज, खीरा, ककड़ी जैसे मौसमी फलों का सेवन करें।

(Image Courtesy: freepik.com)

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