दिल्ली और इसके आस-पास के शहरों की हवा अब दम घोंटू (Delhi Air Pollution) हो गई है। पिछले कुछ दिनों से लगातार एयर क्वालिटी (delhi air quality) 400 और इसके आस-पास के स्तर पर रही है। इस समय अगर दिल्ली की एयर क्वालिटी इनडेक्स (AQI) पर नजर डालें तो ये 318 के स्तर पर पहुंच गया है, जो कि बेहद खराब (Very Poor) श्रेणी में आता है। इसके चलते अब दिल्ली में लॉकडाउन जैसी स्थिति हो रही है। दिल्ली सरकार ने एक हफ्ते के लिए दिल्ली के स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज और कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम के निर्देश दिए हैं। दरअसल, बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों की सेहत को नुकसान पहुंच रहा है और अगर इसे ना रोका गया तो स्थिति बेहद खराब हो सकती है। सबसे ज्यादा परेशानी फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों वाले लोगों को होगी। क्योंकि प्रदूषण बढ़ने से हवा में ऑक्सीजन की कमी है, जो कि फेफड़ों की बीमारियों को ट्रिगर कर सकती है।
दरअसल, पार्टिकुलेट मैटर (PM) गैसों का एक जटिल मिश्रण है जिसमें धुआं, धातु, नाइट्रेट, सल्फेट, धूल, पानी और टायर रबर हो सकता है। इन कणों का आकार स्वास्थ्य समस्याओं को पैदा करने की उनकी क्षमता से सीधे जुड़ा हुआ है। छोटे कण पीएम 2.5 (PM 2.5) फाइन पार्टिकुलेट मैटर के रूप में जाने जाते हैं और सबसे बड़ी समस्या पैदा करते हैं। क्योंकि ये शरीर की इम्यूनिटी को दरकिनार कर देते हैं और आपके फेफड़ों और संभावित रूप से आपके खून में मिल सकते हैं और आपके फेफड़े और हृदय दोनों प्रभावित हो सकते हैं। जिसके चलते आप श्वसन संबंधी लक्षणों में बढ़ोतरी महसूस कर सकते है, जैसे सांस लेने में जलन, गले में जलन महसूस होना, खांसी या सांस लेने में कठिनाई। इसके अलावा ये फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी ला रहा है और ब्रोंकाइटिस, निमोनिया और अस्थमा को ट्रिगर कर सकता है।
ऐसे में जरूरी है कि आप शरीर को एनर्जी देने के साथ ऑक्सीजन बढ़ाने वाले फूड्स (Protein Rich Foods to boost Oxygen level) का सेवन करें। इसलिए आज हम आपको प्रोटीन से भरपूर कुछ ऐसे एनर्जी बढ़ाने वाले फूड्स (oxygen rich foods) के बारे में बताएंगे जो कि बॉडी में ऑक्सीजन लेवन को सही रखने में मदद कर सकता है। इसी बारे में हमने डायटिशियन अश्वनी.कुमार से भी बात की, जो कि लखनऊ डाइट क्लीनिक, आलमबाग, लखनऊ में कार्यरत हैं।
ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ-Foods to boost Oxygen level
1. नट्स एंड सीड्स
नट्स और कुछ बीजों को खाना जहां शरीर को एनर्जी दे सकता है वहीं ये ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में भी मदद करता है। जैसे कि खजूर, बादाम, अखरोट, खुबानी, किशमिश और सूरजमुखी के बीज। दरअसल, ये सभी प्रोटीन से भरपूर होने के साथ आयरन, कॉपर, जिंक, कैल्शियम, विटामिन बी3, बी5, बी6, और ई, प्रोटीन, डाइटरी फाइबर और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड के बेहतरीन स्रोत हैं। ये पोषक तत्व ऑक्सीजन के प्रवाह को बेहतर बनाते हैं। साथ ही ये ऑक्सीजन युक्त खून को हृदय से शरीर के अन्य अंगों तक पहुंचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा प्रदूषण बढ़ने के कारण बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है, ताकि शरीर का सर्कुलेटरी सिस्टम सही रहे। आप नाश्ते में या सलाद में 2-4 भीगे हुए बादाम, दो अखरोट मुट्ठी भर सूरजमुखी के बीज का सेवन करें।
टॉप स्टोरीज़
2. मशरूम
मशरूम में प्रोटीन की एक अच्छी मात्रा होती है। ये इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ फेफड़ों के हेल्दी रखने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें आयरन, जिंक कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम है, जो कि ब्लड सेल्स को हेल्दी रखने में हमारी मदद कर सकते हैं। मशरूम में मौजूद बीटा-ग्लुकन में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीकोलेस्ट्रोलेमिक गुण होते हैं जो कि प्लाज्मा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और तंत्रिका क्षति को रोकता है। इस तरह मशरूम ब्लड वेसेल्स को फैलने में, ब्लड क्लॉटिंग को रोकने में और धमनियों को साफ करने में मदद करते हैं। हफ्ते में 2-3 बार आधा कप मशरूम का सेवन करें या फिर अपने सब्जी या सूप में इसे जरूर शामिल करें।
इसे भी पढ़ें : कलौंजी का तेल पीने के फायदे: वजन घटाने से लेकर बेहतर पाचन तक, जानें कलौंजी के तेल के 6 फायदे
3. स्प्राउट्स में नींबू मिला कर खाएं
नाश्ते में रोजाना स्प्राउट्स खाना शरीर में एनर्जी देने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में भी मद करता है। इसके लिए आप मूंग, मेथी, चना और कई प्रकारों के दालों को अंकुरित करके खा सकते हैं। दरअसल, स्प्राउट्सऑयरन, पोटेशियम, जिंक और बी विटामिन से भरपूर होती हैं। ये लिपिड प्रोफाइल में सुधार करता है और इनका एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है। इस तरह ये ब्लड वेसेल्स का साफ रखने और सही से काम करने में मदद करते हैं। अब बात नींबू की तो नींबू विटामिन सी से भरपूर है और इंफेक्शन को कम करने में मदद करता है। ये आपके फेफड़ों को इंफेक्शन से बचाएगा। साथ ही इसका एंटीऑक्सीडेंट गुण अस्थमा का कारण बनने वाले तत्वों को बेअसर कर सकता है। इस तरह ये अस्थमा से लड़ने में मददगार है। इसके अलावा नींबू सूजन और बलगम को कम करने में भी मदद कर सकते हैं, इसलिए ये फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
4. ब्रोकली
ब्रोकली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, इसमें फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो फेफड़ों के सूजन को रोकने में मदद करते हैं। ये शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम कर सकता है और ब्लड सेल्स और टिशूज को हेल्दी रखने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ब्रोकली में सल्फोराफेन (sulforaphane) पाया जाता है जो कि लंग्स सेल्स को बाहरी टॉक्सीन्स के नुकसान से बचाता है। साथ ही इसके काम काज को तेज करता है। इसलिए फेफड़ों को सही रखने के लिए ब्रोकली का सेवन करें। इसे आप अपने सलाद और सूप में मिला सकते हैं। ध्यान रखें कि इसे ज्यादा पका कर ना खाएं।
इसे भी पढ़ें : सेब खाने का सही समय क्या है? डायटीशियन से जानें इससे होने वाले 11 फायदे
5. पालक-चुकंदर-गाजर स्मूदी
पालक में प्रोटीन होने के साथ एंटीऑक्सीडेंट, हाइपोग्लाइसेमिक और हाइपोलिपिडेमिक गुण होता है। ये ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकता है। साथ ही ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकता है। वहीं चुकंदर में चुकंदर में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला नाइट्रिक ऑक्साइड होता है जो रक्त वाहिकाओं को पतला करने में मदद करता है और ऑक्सीजन के सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। इसके अलावा गाजर का एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को डिटॉक्सीफाई करने और टिशूज में को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने में मददगार है। इसलिए इन तीनों को मिला स्मूदी बनाएं और इसका सेवन करें।
इस तरह इन तमाम चीजों का सेवन कर आप अपने शरीर में ऑक्सीजन लेवल को सही रख सकते हैं। इसके अलावा घर में ही प्राणायाम या फिर फेफड़ों को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज करें। घर के बाहर मास्क लगा कर जाएं, फेफड़ों को साफ करने के लिए लौंग की चाय पिएं और प्रदूषण से अपना बचाव करें।
All images credit: freepik