प्रेग्‍नेंसी में ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट का अधिक इस्‍तेमाल हो सकता है खतरनाक, जानें इसके दुष्‍प्रभाव

कोशिश करें कि वो प्राकृतिक प्रसाधनों का प्रयोग करें, जिससे उनको या उनके या उनके बच्चे को किसी तरह का नुकसान ना हो। हम आपको उन प्रसाधनों के बारे में बता रहे हैं जिनका इस्‍तेमाल गर्भावस्‍था के दौरान करने से बचना चाहिए। 
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प्रेग्‍नेंसी में ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट का अधिक इस्‍तेमाल हो सकता है खतरनाक, जानें इसके दुष्‍प्रभाव


प्रसाधनों में कई तरह के रसायनों का प्रयोग होता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को सौंदर्य़ प्रसाधनों के उपयोग में सावधानी बरतनी चाहिए। कोशिश करें कि वो प्राकृतिक प्रसाधनों का प्रयोग करें, जिससे उनको या उनके या उनके बच्चे को किसी तरह का नुकसान ना हो। हम आपको उन प्रसाधनों के बारे में बता रहे हैं जिनका इस्‍तेमाल गर्भावस्‍था के दौरान करने से बचना चाहिए। 

 

परफ्यूम, फाउंडेशन और लिपस्‍टिक

परफ्यूम और डियो में ऐसे 100 प्रकार के रसायन होते हैं जो आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं। ब्रांडेड लिपस्‍टिक्‍स में कम मात्रा में लेड पाया जाता है, जो चाय या कॉफी पीते वक्‍त शरीर के अंदर चला जाता है। यह मां के साथ बच्‍चे को भी नुकसान पहुंचा सकता है। फाउंडेशन मे भी लेड मिला हुआ होता है। लेड से मिसकैरेज होने की संभावना बढ़ जाती है। 

हेयर डाई करने से बचें

हेअर डाई जैसे उत्पादों में बहुतायत मात्रा में कृत्रिम रंगों का प्रयोग किया जाता है। इनमें मौजूद रसायनों से गंभीर किस्म के ददोरे और एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं। अगर आप अपने बालों को डाई करवाना चाहती हैं तो प्रसव के बाद ही करायें। लेकिन अगर आपको किसी वजह से हेयर डाई कराना जरूरी हो तो दूसरे तिमाही में कराएं। हेयर डाई के कुछ ब्रांड्स में काफी खतरनाक रसायन होते हैं।

शैंपू का रखें ध्यान

शैंपू में सोडियम लॉरियल सल्फेट होता है। यह व्‍यक्ति को समय से पहले बूढ़ा बना सकता है। कृत्रिम सुगंध का सौंदर्य प्रसाधनों में भारी उपयोग होता है। इससे त्वचा में खुजली हो सकती है, सिरदर्द हो सकता है तथा ददोड़े भी उठ सकते हैं। इसका एक साइड इफेक्ट घातक है और वह है त्वचा का रंग काला होना। 

कौन कितना है हानिकारक 

लिपस्‍टि‍क

ज्यादातर महिला होठों को खूबसूरत बनाने के लिए लिपस्टिक का प्रयोग करती हैं। लिपस्टिक में मौजूद रसायन आपके होठों को काला बनाने के साथ ही इसकी नमी चुरा लेते हैं। इसकी जगह अगर आप लिप बाम अपनाएं तो ज्यादा अच्छा रहेगा। लाल लिपस्‍टि‍क में रंग ज्‍यादा गाढ़ा करने के लिए लीड की ज्‍यादा मात्रा भी मिला दी जाती है जिससे कई तरह की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं पैदा होती हैं।

मॉश्‍चराइजर

त्वचा में नमी बनाए रखने वाले मॉश्चरराइजर में ऐसे रसायन मिले होते हैं जो त्वचा की प्राकृतिक नमी को छीन लेते हैं। अधिकतर मॉश्चरराइजर में डिटर्जेंट जैसे कई केमिकल मिले होते है जो आपकी त्‍वचा को काफी नुकसाच पहुंचाने के लिए पर्याप्‍त होते हैं।

काजल

काजल का ज्यादा प्रयोग आंखों से संबंधित कई समस्याओं को जन्म दे सकता है। काजल में मौजूद रसायन का आंखों से संपंर्क होने पर आंखों में जलन, खुजली या पानी आने की समस्या हो सकती है।

नेलपॉलिश

कभी अपने नाखूनों पर हमेशा नेलपॉलिश ना लगाएं। इससे नाखूनों की प्राकृतिक चमक खो जाती है। डार्क रंग की नेलपॉलिश आपके नाखूनों पर धब्‍बे छोड़ सकती है और उनमें पीलापन ला सकती है। 

टेल्‍कम पाउडर

टेल्‍कम पाउडर में सिलिकेट्स टेल्‍क पड़ा हुआ होता है जो न केवल एक रासायनिक तत्‍व है बल्कि इसमें कैंसर कर देने वाले तत्‍व भी मौजूद होते है। इसके ज्‍यादा इस्‍तेमाल से एलर्जी और फेफडों में सक्रंमण होने का खतरा रहता है। टेल्‍क, बॉडी से मॉइश्‍चर को सोख लेता है और उसे ग्‍लो करता हुआ बना देता है जो नुकसानदायक होता है। 

ब्‍लीच क्रीम

ब्‍लीच क्रीम में रसायन होते है जो आपकी त्‍वचा की नमी को सोख लेते हैं और चेहरे की स्‍कीन में आने वाले ऑयल को भी सोख लेती है, वैसे यह ऑयल भी चेहरे पर आना जरूरी होता है। चेहरे पर आने ऑयल से त्‍वचा की नरमी बरकरार रहती है और झुर्रिया जल्‍दी नहीं होती है। इसके ज्यादा प्रयोग से बचें। 

वैक्‍स

वैक्सिंग का उपयोग अनचाहे बालों को हटाने के लिए किया जाता है। लेकिन इसका उपयोग करने वाले विकसित बाल, लाल दाग व हल्की ब्लीडिंग जैसी समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं। 

हेयर कलर और हेयर डाई

सफेद बालों को छिपाने के लिए प्रयोग किए जाने वाले हेयर कलर और डाई में मौजूद रसायन आंखों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसके अलावा बालों का झड़ना, जलन होना, लाल चकत्‍ते होना, खुजली होना, चेहरे पर सूजन आ जाना और सांस सम्‍बंधी समस्‍या होना।

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डियोड्रन्ट्स

आपको पसीने की बदबू से निजात दिलाने वाले डियोड्रन्ट्स त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। शोध के मुताबिक, डिओडेरेंट में ऐसे कई रसायन मौजूद होते है जो आपकी त्‍वचा और शरीर को नुकसान पहुंचाते है। वास्‍तव में, डियोड्रन्ट्स में एल्‍कोहल होता है जिसकी वजह से त्‍वचा में जलन और खुजली होती है।

फ्रैग्‍नेंस

फ्रैग्‍नेंस में कई प्रकार के रसायन होते है यह कई उत्पादों में होती है जैसे - फ्र‍ैब्रिक सॉफ्टनर्स, लॉउड्री डिटर्जेंट, परफ्यूम, पर्सनल केयर प्रोडक्‍ट, एयर फ्रेशनर और कई अन्‍य उत्‍पाद, जिन्‍हे हम रोजमर्रा की जिन्‍दगी में इस्‍तेमाल करते है जिनके इस्तेमाल से आपको नुकसान हो सकता है। 

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