पीरियड्स के दौरान लड़कियों और महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसके कारण गुस्सा आना, मूड स्विंग और बहुत ज्यादा इमोशनल होना आम बात है। लेकिन इस दौरान कई महिलाओं को पेट में ऐंठन, दर्द, पीरियड फ्लो बढ़ना और कमर में दर्द की समस्या बढ़ जाती है, जिसके कारण वे अपने फिटनेस रूटीन को भी फॉलो नहीं कर पाती है। कई महिलाएं पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज पूरी तरह अवॉइड कर देती हैं, जबकि कुछ ऐसी हैं, जो अपने फिटनेस रूटीन को तोड़ें बिना किसी न किसी तरह के फिजिकल एक्टिविटी को करती हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि पीरियड्स के दौरान किस तरह की एक्सरसाइज करने से परहेज करना चाहिए और क्यों। अगर नहीं, तो आइए महिला हेल्थ और फर्टिलिटी एक्सपर्ट महक खन्ना से जानते हैं कि पीरियड्स आने पर किस तरह की फिजिकल एक्टिविटी को नहीं करना चाहिए।
पीरियड्स के दौरान न करें ये 7 फिजिकल एक्टिविटी - 7 Physical Activities To Avoid During Periods in Hindi
1. कार्डियो एक्सरसाइज न करें
पीरियड्स के दौरान कार्डियो करने से ब्लड फ्लो बढ़ सकता है, जिससे असुविधा और थकान की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए पीरियड के समय कार्डियो करने से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
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2. कोर स्ट्रेंथनिंग से बचें
पीरियड्स के दौरान कोर स्ट्रेंथनिंग करने से आपके पेट में ऐंठन और पीरियड क्रैम्प्स की समस्या बढ़ सकती है।
3. पेट की एक्सरसाइज न करें
पेट की मांसपेशियों को लक्षित करने वाले व्यायाम पीरियड्स के दौरान असुविधा का कारण बन सकते हैं और पेट में ऐंठन, दर्द की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
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4. हलासन करने से बचें
हलासन आपके पीरियड्स के नेचुरल फ्लो को प्रभावित कर सकता है, जिसके कारण आपको चक्कर आना, पेट में दर्द होना और शरीर में ऐंठन की समस्या हो सकती है।
5. पेट पर संतुलन बनाने से बचें
ऐसे एक्सरसाइज, योग और फिजिकल एक्टिविटी करने से बचें, जो पेट पर संतुलन बनाते हो। पेट पर दबाव डालने से, पीरियड्स में ऐंठन की समस्या तेज हो सकती है।
6. कपालभाति करने से परहेज करें
कपालभाति जैसी तेज सांस लेने की तकनीक पेट की मांसपेशियों को बहुत ज्यादा उत्तेजित कर सकती है और पीरियड्स के लक्षणों को खराब कर सकती है।
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7. तेज गति वाले प्राणायाम न करें
प्राणायाम अभ्यास जिसमें तेजी से सांस लेना या रोकना शामिल है, ऐसे प्राणायन करने से बचना चाहिए क्योंकि वे आपके पीरियड्स साइकिल को बिगाड़ सकते हैं और पीरियड्स के लक्षणों को प्रभावित कर सकते हैं।
पीरियड्स के दौरान हमेशा अपने शरीर की सुनें और हल्के एक्सरसाइज, योग और फिजिकल एक्टिविटी को ही करने की कोशिश करें। आप पैदल चलना, वॉक करना जैसी गतिविधियों को अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं।
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