
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर काफी जानी मानी डाइट न्यूट्रीशनिस्ट हैं, उन्होंने स्वस्थ भोजन, वजन प्रबंधन आदि के बारे में कई किताबें प्रकाशित की हैं। कई बड़े-बड़े फिल्मस्टार भी रूजुता दिवेकर को अपनी फिटनेस का श्रेय देते हैं। हाल में रूजुता दिवेकर ने पीरियड्स में होने वाले दर्द और पीरियड्स के दर्द से निपटने के लिए कुछ डाइट टिप्स बताए हैं।
पीरियड्स हर लड़की के जीवन से जुड़ा सबसे जरूरी मुद्दों में से एक है। पीरियड्स में दर्द और ऐंठन होना हर लड़की की आम समस्या है, जो कि कई बार काफी असहनीय भी होती है। लेकिन ऐसा पेट व गर्भाशय के आसपास की मांसपेशियों में सिकुड़न के कारण दर्द होता है। पीरियड्स में होने वाला दर्द आमतौर पर पीरियड के पहले दिन से शुरू हो सकता है और एक या दो दिन तक रह सकता है और कई बार ये अंतर्निहित बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। ऐसे में अधिकतर लोग इस असहनीय दर्द से निपटने के लिए पेनकिलर या फिर कोई अन्य घरेलू उपचार की मदद लेते हैं।
इस समस्या को लेकर इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के माध्यम से रुजुता दिवेकर ने हर उस महिला के लिए जो हर महीने, पीरियड्स के दौरान दर्द से गुजरती है, उनके लिए कुछ जरूरी डाइट टिप्स दिए हैं। जिनका पालन करके पीरियड्स के दर्द को कम या दूर किया जा सकता है।
इसे भी पढें: पीरियड्स में महिलाओं के बढ़ते वजन की समस्या के पीछे हैं ये 5 कारण, आप भी हो सकती हैं इनसे परेशान
पीरियड्स के दर्द को दूर करने के उपाय (Five quick tips to ease #periodpain)
- आप अपने पीरियड्स से एक हफ्ते पहले, अपने दिन की शुरुआत भीगे हुए किशमिश और केसर के साथ करें। इससे पीरियड्स के दर्द को कम किया जा सकता है।
- अपनी डाइट में हर दूसरे दिन एक फलियां या अंकुरित और उबली बीन्स व फली शामिल करें।
- हफ्ते में कम से कम दो बार कंद वाली सब्जियां जैसे सूरन, शकरकंद आदि का सेवन करें।
- रोजाना नियमित रूप से व्यायाम करें, यह भी आपके पीरियड्स में होने वाले दर्द को दूर करने का असरदार तरीका है। यानि हफ्ते में कम से कम 150 मिनट एक्सरसाइज करें।
- पीरियड्स के दौरान रात को सोने से पहले कैल्शियम सप्लीमेंट लें।
View this post on Instagram
अनियमित पीरियड्स और पीरियड्स में होने वाला दर्द और ऐंठन काफी तकलीफदेहक होता है। पीरियड्स में ऐंठन आमतौर पर निचले पेट और श्रोणि क्षेत्र में महसूस होती है, कुछ मामलों में यह ऐंठन पीठ के निचले हिस्से, कूल्हों, ऊपरी जांघों और पैरों को भी प्रभावित कर सकती है। यह दर्द आमतौर पर तीन दिनों तक रहता है, लेकिन आमतौर पर पहले के दो दिनों के दौरान और पांच दिन की अवधि के दौरान सबसे अधिक गंभीर होता है।
इसे भी पढें: पीरियड्स में होने वाली देरी से हैं परेशान, तो आजमायें ये 5 आसान घरेलू उपाय
इसलिए इस दर्द से निपटने के लिए केवल हॉट वाटर बैग काफी नहीं होता। इस दर्द से राहत पाने के लिए स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है। जिससे कि पीरियड्स के दर्द को नियंत्रित किया जा सकता है।
Read More Article On Women's Health In Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version