
पपीता खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद (Papaya Benefits For Health In Hindi) होता है। इस बेहतरीन फल का लाभ आप पूरे साल किसी भी मौसम में उठा सकते हैं। यह पोषक तत्वों का भंडार है जो न सिर्फ आपके शरीर को पर्याप्त पोषण प्रदान करता है बल्कि कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को भी कम करता है। पपीता में फाइटोकेमिकल्स, कार्बोहाइड्रेट (पॉलीसेकेराइड), प्रोटीन, फाइबर, एंजाइम, ग्लाइकोसाइड और फ्लेवोनोइड जैसे पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। साथ ही इसमें पपीता विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी 9 (फोलेट), विटामिन बी 1, विटामिन बी 3, विटामिन बी 5, विटामिन ई और विटामिन के जैसे कई विटामिन्स का भी बेहतरीन स्रोत है, जो इसे सेहत के लिए बेहद फायदेमंद (Papaya Benefits In Hindi) बनाता है।
पपीता हृदय रोग, डायबिटीज, कैंसर जैसे गंभीर रोगों के जोखिम कम करता है, पेट को स्वस्थ रखता है, ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है, ब्लड प्रेशन को कम करने में मददगार है, और त्वचा के घाव जल्दी भरने में मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, अगर पीरियड्स के दौरान महिलाएं पपीते का सेवन करती हैं, तो यह पीरियड्स के लक्षणों, दर्द को कम करने के साथ ही कई अन्य लाभ भी प्रदान कर सकता है? जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा है। इस लेख में हम डायटीशियन मनप्रीत से जानेंगे पीरियड्स में पपीता खाना कैसे फायदेमंद है (Papaya Benefits During Periods In Hindi)।
इन 5 तरीकों से पीरिड्स में फायदेमंद है पपीता खाना (Papaya Benefits During Periods In Hindi)
1. पीरियड्स के दौरान टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकालता है
पपीते में पपेन नामक एंजाइम मौजूद होता है जो पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। साथ ही पपीता फाइबर का अच्चा स्रोत है और इसमें पानी अच्छी मात्रा में होता है, जिससे मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद मिलती है और शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं।
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2. पीरिड्स के दौरान कब्ज से राहत दिलाता है
ज्यादातर महिलाएं पीरियड्स के दौरान कब्ज की समस्या का सामना करती हैं। पपीता के सेवन करने से कब्ज से राहत मिलती है, और पेट संबंधि समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
3. पपीता विटामिन सी और फोलेट का अच्छा स्रोत है
पीपती में विटामिन सी और फोलेट मौजूद होता है। जो एस्ट्रोजन के स्तर बनाए रखने में मदद करते हैं और प्रोजेस्टेरोन के स्तर को कम कर सकते हैं। जिससे गर्भाशय संकुचित होता है और गर्भाशय की परत टूट जाती है, इससे पीरियड्स आसीनी से हो जाते हैं।
4. शरीर में अतिरिक्त एस्ट्रोजन को कम करता है
पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए एस्ट्रोजन एक महत्पूर्ण हार्मोन है। पपीते में लाइकोपीन, कैरोटीनॉयड, कई अन्य जरूरी विटामिन और मिनरल मौजूद होते हैं, जो शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं और पीरिड्स नियमित रहते हैं।
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5. शरीर में प्रोजेस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ावा देता है
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को हार्मोनल अंसुलन की समस्या का सामना करना पड़ता है। प्रोजेस्टेरोन शरीर में हार्मोन के संतुलन को बनाए रखने के लिए जरूरी है। शरीर में हार्मोनल असंतुलन के कारण पीरियड्स के लक्षण बढ़ते हैं और महिलाओं को गंभीर दर्द जैसी समस्याएं होती हैं।
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यह भी ध्यान रखें
पीरियड्स के दौरान कच्चा या आधा पका हुआ पपीता ना खाएं। क्योंकि पपीता में मजौदू पपैन एंजाइम गर्भाशय में संकुचन का कारण बनता है, जिससे पीरियड्स का दर्द बढ़ सकत है। अगर आप पीरियड्स के दौरान दर्द बढ़ने की समस्या का अनुभव करती हैं, तो आप पपीता खाना बंद कर सकती हैं। आमतौर पर पीरियड्स के दौरान एहतियात के साथ कच्चे या आधे पके पपीते का सेवन करना ठीक है, लेकिन दर्द बढ़ने पर इसका सेवन न करें।
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