
प्रेंग्नेंसी अपने साथ जितनी खुशियां लाता है, उतनी ही चुनौतियां भी लाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मॉर्निंग सिकनेस (morning sickness in pregnancy) महिलाओं को परेशान करने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक है। मॉर्निंग सिकनेस में गर्भवती मां डिहाइड्रेशन से परेशान रहती हैं। हालांकि, बच्चे को इससे कोई नुकसान नहीं है पर गंभीर डिहाइड्रेशन शरीर में अन्य परेशानियां पैदा कर सकती है। डिहाइड्रेशन के कारण आपको सुस्ती, त्वचा में सूखापन, मुंह सूखना, सिरदर्द, चक्कर आना, बार-बार प्यास लगना और पेशाब में कमी जैसी परेशानियां हो सकती हैं। ऐसे में इस डिहाइड्रेशन को भगाने का एक क्विक उपाय है ओआरएस का घोल (ors ka ghol)
इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी (dehydration during pregnancy)
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में मॉर्निंग सिकनेस का अनुभव करने वाली गर्भवती महिलाएं बड़ी आसानी से शरीर का तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स खो देती हैं। वहीं डिहाइड्रेशन तब होता है जब ये तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स को शरीर में दोबारा पूर्ति नहीं कर पाते हैं। इस तरह अगर आप सीमित समय के अंदर शरीर में फिर से इलेक्ट्रोलाइट्स नहीं भर पाते हैं, तो यह और गंभीर हो सकता है। ऐसे में इन महिलाओं ओआरएस की मदद लेनी चाहिए। ये डिहाइड्रेशन से तुरंत निपटने में आपकी मदद कर सकता है।
इसे भी पढ़ें : प्रेग्नेंसी में सुनें इस तरह के गाने, मां और बच्चा दोनों को मिलेंगे सेहत से जुड़े गजब फायदे
गर्भावस्था के दौरान ओआरएस के लाभ (ors ke fayde)
ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओआरएस) एक ऐसा घोल है, जिसमें ओरल इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं और इसे डिहाइड्रेशन की किसी भी स्थिति में सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा सुरक्षित रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है। ओआरएस शरीर को एकदम से जरूरी सोडियम, पोटेशियम, चीनी और अन्य महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट्स से भरा देता है। अगर सही मात्रा में सेवन किया जाता है, तो यह शरीर को फिर से सक्रिय करने के लिए खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स और तरल पदार्थों को बदलने में मदद करता है। ओआरएस दस्त या उल्टी वाले लोगों के लिए भी सहायक है, जिससे अक्सर डिहाइड्रेशन हो जाता है।
शॉल्ट एंड शुगर को बैलेंस करता है ओआरएस का घोल
ऑस्मोसिस वह प्रक्रिया है, जिसमें शॉल्ट एंड शुगर पानी को रक्तप्रवाह में खींचते हैं और रिहाइड्रेशन को गति देते हैं। पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स नहीं होते हैं। इसलिए, केवल पानी होने से डिहाइड्रेशनठीक नहीं हो सकता है। ORS में शॉल्ट एंड शुगर एक संतुलित रूप से है। बस प्रेग्नेंसी के दौरान अपने डॉ़क्टर से इसे कितनी मात्रा में लेना है, उसके बारे में बात जरूर कर लें।
इसे भी पढ़ें : महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित करता है PCOS, जानें पीसीओएस के बावजूद गर्भवती होने की संभावनाएं?
शरीर में प्लाज्मा की कमी नहीं होने देता
गर्भावस्था के दौरान खून की मात्रा काफी बढ़ जाती है। प्लाज्मा, जो खून का एक प्रमुख घटक है, पानी के एक बड़े हिस्से में बनता है, जो पानी की बढ़ती आवश्यकता में भी योगदान देता है। ऐसे में इन दौरान शरीर में प्लाज्मा की कमी न हो इसके लिए भी ओआरएस का घोल बहुत ही फायदेमंद है। साथ ही, मां को पानी की ज्यादा जरूरत पड़ती है। उदाहरण के लिए, गर्भावस्था के दौरान वजन का दो-तिहाई हिस्सा पानी से बना होता है, जिसका अधिकांश उपयोग बच्चे द्वारा किया जाता है। फिर, बच्चे के जन्म के बाद भी शरीर को पानी की जरूरत होता है, जिसे संतुलित करने के लिए ओआरएस का घोल फायदेमंद है।
ORS गर्भवती महिलाएं के लिए सच में एक बेहतरीन विकल्प हैं क्योंकि यह सुरक्षित है और तत्काल परिणाम प्रदान करता है। ये सुस्ती को कुछ ही मिनटों में खत्म कर देता है। सबसे खास बात ये है कि इसका स्वाद भी आपको अच्छा लग सकता है। इसलिए, जैसे ही निर्जलीकरण के लक्षण पैदा होते हैं, घर पर ओआरएस रखें और तुरंत इसे पानी में मिलाएं और पी लें। यह उल्टी के कारण खो जाने वाले इलेक्ट्रोलाइट को जल्दी से भर देगा। साथ ही पसीने या तीव्र दस्त के कारण होने वाली गंभीर निर्जलीकरण के लिए, यह रिहाइड्रेशन को गति देता है और शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित कर देगा।
Read more articles on Women's Health in Hindi