
मोटापा कई तरह के रोगों का कारण बनता है, जिनमें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक आदि प्रमुख हैं। मगर हाल में हुई एक रिसर्च के बाद वैज्ञानिकों ने इस बात का खुलासा किया है कि मोटापे के कारण व्यक्ति का मस्तिष्क डैमेज हो सकता है और उसमें कई तरह के हार्मोनल असंतुलन हो सकते हैं, जो उसकी जीवनशैली बदल देते हैं। इसका खतरा टीनएज (युवा) बच्चों में ज्यादा देखने को मिला है। शोध के लिए वैज्ञानिकों ने मोटापे के शिकार युवाओं के मस्तिष्क का एमआरआई स्कैन (MRI Scan) किया।
शोधकर्ताओं ने बताया कि मोटापे के कारण न सिर्फ व्यक्ति का वजन बढ़ता है, बल्कि पूरे शरीर और नर्वस सिस्टम में अंदरूनी सूजन (इन्फ्लेमेशन) की समस्या हो सकती है, जिसके कारण ब्रेन डैमेज हो सकता है।
मोटापे के कारण मस्तिष्क में होते हैं बदलाव
ये शोध पिछले रविवार को रेडियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका की सालाना बैठक में पेश किया गया। इस शोधपत्र के लेखक और साओ पाओलो यूनिवर्सिटी के पीएचडी स्टूडेंट और बायोमेडिकल साइंटिस्ट Pamela Bertolazzi ने कहा, "मोटापे के शिकार युवाओं के मस्तिष्क में कई तरह के बदलाव देखे गए, खासकर उन हिस्सों में बदलाव पाए गए, जो भूख और इमोशन को कंट्रोल करते हैं।" शायद यही कारण है कि कई बार मोटापे के साथ-साथ लोगों के स्वभाव में चिड़चिड़ापन और भूख ज्यादा लगने की समस्या बढ़ जाती है।
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कैसे की गई रिसर्च
इस छोटी सी रिसर्च में कुल 120 लोगों को शामिल किया गया। इनमें 61 लोग मोटापे का शिकार थे, जबकि 59 लोग सामान्य और स्वस्थ थे। शोधकर्ताओं ने इन सभी के मस्तिष्क के एमआरआई स्कैन की तुलना की और अध्ययन किया। आमतौर पर मोटे लोगों के मस्तिष्क में लेप्टिन हार्मोन का स्राव ज्यादा होने लगता है। ये एक ऐसा हार्मोन है, जो फैट सेल्स के द्वारा बनाया जाता है और स्टोर किए हुए फैट और एनर्जी को रेगुलेट करता है। शरीर इस हार्मोन को इसलिए रिलीज करता है कि आपको अपना पेट भरा हुआ लगे और आप ज्यादा खाना न खाएं। सामान्य शरीर विज्ञान यही कहता है कि आप जितने ज्यादा मोटे होंगे, आपका शरीर उतना ज्यादा लेप्टिन का निर्माण करता है।
मगर शोधकर्ताओं ने शोध के दौरान पाया कि कुछ लोगों में ब्रेन डैमेज के कारण लेप्टिन हार्मोन के प्रति संवेदनशीलता खत्म हो जाती है, जिसके कारण उन्हें खाने के बाद भी भूख खत्म होने का एहसास नहीं होता है। यही कारण है कि उनका वजन लगातार बढ़ता जाता है।
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पिछले 50 सालों में काफी बढ़ा है मोटापा
मोटापा इन दिनों एक आम समस्या बन चुकी है। आधुनिकता, जीवनशैली और खानपान में बदलावों के कारण पिछले 50 सालों में मोटापे के शिकार लोगों की संख्या की गुना अधिक बढ़ गई है। 2016 में जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में मोटापे के शिकार लोगों की संख्या 135 मिलियन से भी ज्यादा है। हेल्थ इश्यूज इंडिया में छपे एक शोध के अनुसार मोटापे का सबसे ज्यादा शिकार लोग शहरों में और कार्पोरेट जॉब में बढ़ रहे हैं। कुल मिलाकर मोटापा एक बड़ी समस्या है, जिसे जल्द से जल्द कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।
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