ग्रीन टी को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें ढेर सारे नैचुरल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को फायदा पहुंचाते हैं। ग्रीन टी भारत में पिछले 2 दशक में काफी तेजी से पॉपुलर हुई है। ज्यादातर लोग इसे खुद को फिट रखने और वजन घटाने के लिए पीते हैं। लेकिन ग्रीन टी के फायदे सिर्फ वजन घटाने तक ही सीमित नहीं हैं। चूंकि ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ-साथ कई मिनरल्स और पोषक तत्व भी होते हैं, इसलिए ये आपके शरीर को कई बीमारियों से बचाती है और रेगुलर पीने से शरीर में कई तरह के पॉजिटिव बदलाव लाती है। लेकिन अति हर चीज की बुरी होती है और ऐसा ग्रीन टी के भी साथ है। अक्सर लोग इसके फायदों को जानकर इसका इस्तेमाल तो करते हैं, लेकिन अधूरी जानकारी या अधिक उत्साह के कारण सेवन में कई गलतियां करते हैं, जिससे शरीर को फायदे के बजाय नुकसान पहुंचने लगता है। आइए आपको बताते हैं ग्रीन टी का सेवन करने में आम गलतियां और इसे पीने का सही तरीका।
क्यों फायदेमंद होती है ग्रीन टी?
- ग्रीन टी बिना फर्मेंट किए पत्तियों से बनती है, इसलिए इसमें प्राकृतिक रूप से पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पॉलीफेनॉल्स आदि की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।
- ग्रीन टी के सेवन से आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे आपका शरीर ज्यादा चर्बी बर्न करता है और रेगुलर पीने से आपका वजन भी घट सकता है (लेकिन वजन घटाने के लिए ग्रीन टी पीने के अलावा भी लाइफस्टाइल में कई बदलाव जरूरी हैं)।
- रिसर्च बताती हैं कि ग्रीन टी के सेवन से तनाव यानी स्ट्रेस भी कम होता है क्योंकि ग्रीन टी में ब्रेन सेल्स और टिशूज को रिलैक्स करने वाले तत्व होते हैं।
ग्रीन टी फायदेमंद तो है, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं पीना चाहिए
ग्रीन टी को बनाना बहुत आसान है, इसलिए अक्सर लोग इसे हेल्दी समझकर इसका बहुत ज्यादा सेवन शुरू कर देते हैं। लेकिन ज्यादा सेवन करने से ग्रीन टी के साइड इफेक्ट्स यानी दुष्प्रभाव भी देखने को मिलते हैं। ग्रीन टी का ज्यादा सेवन करने से या गलत समय पर सेवन करने से आपको अपच, सीने में जलन, पेचिश जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए आपको एक दिन में ज्यादा से ज्यादा 3 कप ग्रीन टी ही पीनी चाहिए। 3 कप से ज्यादा ग्रीन टी सामान्यतः लंबे समय तक पीना सेहत के लिहाज से अच्छा नहीं है। क्या आप ज्यादा ग्रीन टी पी रहे हैं, जानने के लिए इस लिंक पर जाएं।
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ग्रीन टी में कभी न मिलाएं ये 2 चीजें
शुद्ध और बिना मिलावट वाली ग्रीन टी का स्वाद थोड़ा कसैला (कड़वा) होता है, जिसे पीना सबको पसंद नहीं आता है। इसलिए बहुत सारे लोग इसे पीने से पहले इसमें थोड़ा सा शुगर (सफेद चीनी) घोल लेते हैं या रिफाइंड शहद डालकर पीते हैं। सफेद चीनी का प्रयोग तो ग्रीन टी के साथ कभी भी नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे अतिरिक्त कैलोरीज बढ़ती हैं और ग्रीन टी पीने से फायदे के बजाय नुकसान होने लगता है। इसके अलावा रिफाइंड या प्रॉसेस्ड शहद का प्रयोग भी बेकार है, क्योंकि इस तरह के शहद में भी पोषक तत्व कम होते हैं। इसके बजाय आपको हमेशा ग्रीन टी के साथ नैचुरल या ऑर्गेनिक शहद का प्रयोग करना चाहिए।
दूसरी चीज जो आपको ग्रीन टी में नहीं मिलानी चाहिए, वो है दूध। दूध भी ग्रीन टी के फायदों को कम कर देता है। इसलिए आपको ग्रीन टी बनाने में सिर्फ पानी का प्रयोग करना चाहिए। आइए आपको बताते हैं ग्रीन टी के सही सेवन का तरीका।
ये है ग्रीन टी बनाने का सही तरीका
- ग्रीन टी बनाने के लिए सबसे पहले पानी को गर्म करें और फिर आंच से पानी को उतारकर इसमें ग्रीन टी की पत्तियां या टी-बैग डालें।
- ध्यान रखें कि इसे काली चाय की तरह कभी भी आंच में नहीं उबालना है। पानी भी उबलता हुआ नहीं, बल्कि 70-90 डिग्री सेल्सियस तक ही गर्म होना चाहिए।
- अगर आप पत्तियों का प्रयोग कर रहे हैं तो इसे गर्म पानी में बस 2 मिनट तक रहने दें, अगर टी-बैग का प्रयोग कर रहे हैं, तो 4-5 मिनट तक रहने दें।
- बस आपकी चाय तैयार है। इसे पीने के लिए छानकर पत्तियां अलग कर लें या टी-बैग को बाहर निकाल लें।
ग्रीन टी को पीने का सही तरीका
बेहतर तो यही है कि आप ग्रीन टी को ऐसे ही सादा पिएं, जैसे पानी में डालने के बाद ये बनकर तैयार हुई है। लेकिन अगर आपको इसका स्वाद कड़वा लगता है, तो इसमें सिर्फ ऑर्गेनिक या नैचुरल शहद का प्रयोग करें, वो भी एक चम्मच से थोड़ा कम। ऐसा नहीं कि आप एक कप ग्रीन टी में 2 चम्मच शहद घोलकर पी रहे हैं। इसके अलावा दिन में 2-3 कप ही ग्रीन टी पिएं।
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