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वजन घटाने के लिए जरूरी है हार्मोन्स का संतुलन, एक्सपर्ट से जानें हार्मोन बैलेंस करने के 3 तरीके

Natural Ways To Balance Hormones For Weight Loss: अगर आपका वजन शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ने की वजह से नहीं घट रहा है, तो ये टिप्स आजमाएं।
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वजन घटाने के लिए जरूरी है हार्मोन्स का संतुलन, एक्सपर्ट से जानें हार्मोन बैलेंस करने के 3 तरीके

Natural Ways To Balance Hormones For Weight Loss: क्या लगातार कोशिश और खूब पसीना बहाने के बाद भी आपका वजन कम नहीं हो रहा है? तो आपको बता दें कि ऐसा शरीर में हार्मोन्स के असंतुलन के कारण देखने को मिल सकता है। हालांकि, यह समस्या महिलाओं के साथ देखने को मिलती है। ऐसा मुख्य रूप से शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर प्रभावित होने के कारण होता है। शरीर में इस हार्मोन का स्तर बढ़ जाने का कारण कई अन्य हार्मोन्स भी असंतुलित हो जाते हैं। लेकिन अगर किसी महिला का वजन एस्ट्रोजन हार्मोन के बढ़ने के कारण नहीं कम हो रहा है, तो वह इसके बारे में कैसे जान सकती हैं। मैटरनल और चाइल्ड न्यूट्रिशनिस्ट रमिता कौर की मानें, तो एस्ट्रोजन हार्मोन के बढ़ने के शरीर में कई संकेत और लक्षण देखने को मिल सकते हैं। यह हार्मोन आपकी वेट लॉस जर्नी को कई तरह से प्रभावित कर सकता है। अब सवाल यह उठता है कि अगर वजन न कम होने का कारण हार्मोन्स का असंतुलन है, तो आप इस समस्या से कैसे छुटकारा पा सकते हैं? न्यूट्रिशनिस्ट रमिता कौर ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने के संकेत और वजन घटाने के लिए हार्मोन्स को संतुलित रखने के कुछ आसान तरीके बताए हैं। इस लेख में इनके बारे में विस्तार से जानें...

Natural Ways To Balance Hormones For Weight Loss

शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने के लिए लक्षण- Symptoms Of Increased Estrogen In Hindi

  • पीरियड्स के दौरान हैवी और दर्दनाक ब्लीडिंग होना
  • मूड स्विंग होना
  • हर समय थकान महसूस होना
  • पेट फूलने या ब्लोटिंग की समस्या

अगर आप इस तरह के लक्षण नोटिस करती हैं, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और जीवनशैली में कुछ बदलाव भी करने चाहिए।

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वजन घटाने के लिए हार्मोन्स को संतुलित करने के 3 तरीके- Natural Ways To Balance Hormones For Weight Loss In Hindi

1. सीड साइकिलिंग (Seed Cycling)

मेंस्ट्रुअल साइकिल खत्म होने से ओव्यलेशन तक ( 1 से 14 दिन) तक रोज 1-1 चम्मच अलसी और कद्दू के बीज खाएं। वहीं ओव्यूलेशन के बाद वाले 15-28 दिन तक रोज 1-1 चम्मच तिल और सूरजमुखी के बीज खाएं।

 
 
 
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2. विटामिन डी प्राप्त करें (Get Vitamin D)

कोशिश करें कि रोज सुबह या शाम के समय धूप में 10-15 मिनट जरूर बैठें। साथ ही, हेल्दी फैट्स का सेवन करें। इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार होगा और इम्यूनिटी भी मजबूत होगी।

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3. मौसमी गाजर खाएं (Eat Seasonal Carrot)

गाजर खाने से अतिरिक्त एस्ट्रोजन को बांधने या कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। साथ ही, यह अतिरिक्त एस्ट्रोजन को शरीर से बाहर निकालने में भी योगदान देती है।

All Image Source: Freepik

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