
सेल्युलाइट की समस्या 90 प्रतिशत महिलाओं को होती है। बहुत सारी महिला को जीवन में कभी ना कभी इस समस्या का सामना करना ही पड़ जाता है। सेल्युलाइट की समस्या में त्वचा के नीचे फैट जमा हो जाता है। जिससे त्वचा उबड़-खाबड़ और असमान सी हो जाती है इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं होता लेकिन ये देखने में अच्छी नहीं लगती है। लेकिन सेल्युलाइट की समस्या को लेकर कई सारे मिथ्स फैले हैं। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं सेल्युलाइट से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स के बारे में।
मिथ- सेल्युलाइट शरीर में ज़मा टॉक्सिन्स के कारण होता है
बाज़ार में कई सारे प्रोडक्ट्स ऐसे आते हैं जो ये दावा करते हैं कि वो शरीर में जमा टॉक्सिन्स को खत्म करके सेल्युलाइट से छुटकारा दिला सकते हैं। लेकिन इस तरह के दावों को विज्ञान स्पोर्ट नहीं करता है। सेल्युलाइट त्वचा के नीच फैट के जमा होने से होता है। इसके होने का मुख्य कारण होता है कि कनेक्टिव टिशू हार्मोन्स के कारण कमजोर हो जाते हैं या फिर एक्सरसाइज ना करने से फैट जमा होने के कारण भी ऐसा होता है। अगर आपकी त्वचा पर सेल्युलाइट है तो इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि आपके शरीर में जमा टॉक्सिन्स से ये हुआ है।
फैक्ट- सेल्युलाइट महिलाओं को पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है
महिलाओं के कूल्हों और जांघों के आसपास फैट जमा होने का खतरा ज्यादा होता है। हमारे पास इसे लेकर कनेक्टिव टिशू की कमी भी होती है। केवल 10 प्रतिशत पुरुषों में ही ये समस्या पाई जाती है जबकि 90 प्रतिशत महिलाओं को इस परेशानी का सामना करना पड़ता है।
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मिथ- स्किन फर्मिंग क्रीम सेल्युलाइट को कम करती है
जिन प्रोडक्टस में रेटिनॉइड होता है वे कुछ समय के लिए सेल्युलाइट छुपा जरुर सकते हैं लेकिन किसी भी क्रीम की मदद से इसे नहीं हटाया जा सकता।
फैक्ट- उम्र के साथ बढ़ जाती है सेल्युलाइट की समस्या
बढ़ती उम्र में शरीर एस्ट्रोजन हार्मोन के उत्पादन को कम कर देता है, जो कि शरीर में ब्लड वैसल्स को आराम से फ्लो करने में मदद करता है। ऐसे में बढ़ती उम्र के साथ सेल्युलाइट बढ़ सकता है।
फैक्ट-एक्सरसाइज सेल्युलाइट की समस्या को कम करती है
सेल्युलाइट की समस्या एक्सरसाइज के कारण पूरी तरह ठीक तो नहीं होती लेकिन रोजाना एक्सरसाइज करने से ये कम दिखने लगती है और साथ ही अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति रोजाना एक्सरसाइज करता है, तो उसको सेल्युलाइट होने की संभावना भी कम हो जाती है।
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मिथ- जिनका वज़न अधिक होता है उनको सेल्युलाइट होने का खतरा ज्यादा होता है
जिनका वज़न अधिक होता सिर्फ उन्हें ही सेल्युलाइट ज्यादा हो ये जरुरी नहीं हैं. जो लोग बहुत फिट होते हैं उन्हें भी सेल्युलाइट की समस्या हो सकती है।
फैक्ट-कुछ खाद्य पदार्थ भी सेल्युलाइट को कम करने में मददगार होते हैं
यदि आप वे खाद्य पदार्थ खाते हैं जिनमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण हो और पानी की मात्रा अधिक हो, तो वे क्नेक्टिव टिश्यू को स्ट्रॉग करते हैं जिससे सेल्युलाइट की समस्या से बचा जा सकता है। इसके लिए आप गाज़र,मूली, खीरा आदि खा सकते हैं।
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