Measles Outbreak in Mumbai: भारत में अचानक खसरा का प्रकोप देखने को मिल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुंबई में पिछले 24 घंटों में खसरे से 3 बच्चों को मौत हो गई है। पिछले दो सप्ताह में मुंबई में खसरे का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के आंकड़ों की मानें तो पिछले कुछ दिनों में मुंबई में खसरे के मामलों की संख्या 29 पर पहुंच गई है। मुंबई में खसरे के बढ़ते मामलों के बाद बृहन्मुंबई महानगरपालिका, महाराष्ट्र सरकार (measles cases in mumbai) अलर्ट हो गई है। इसके साथ ही रोग को लेकर केंद्र सरकार भी चिंता में आ गई है और इसलिए जांच के लिए एक खास टीम को स्वास्थ्य मंत्रालय ने भेजा है।
खसरा एक ऐसी बीमारी है जो अगर किसी बच्चे को एक बार हो जाए तो उसका कोई ठोस इलाज मौजूद नहीं है। इसलिए खसरे के लक्षणों के बारे में जानना बहुत जरूरी है, ताकि इससे पीड़ित मरीज को सही समय पर डॉक्टरी इलाज मिल सके। आइए जानते हैं खसरे के लक्षण (measles symptoms in Kids) और इसके इलाज के बारे में।
खसरा क्या है? - What is measles?
खसरा रोग को रूबेला (Rubella) कहा जाता है। खसरा संक्रामक वायरस के कारण होने वाला एक संक्रामक रोग है। खसरा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बड़ी ही आसानी से फैल सकता है। खसरा होने पर पूरे शरीर में लाल दाने, लाल चकत्ते निकल आते हैं। शुरुआत में खसरा के लक्षण सिर पर दिखाई देते हैं और बाद में पूरे शरीर में फैल जाता है। शालीमार बाग स्थित मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की डॉ नीति प्रवेश का कहना है कि खसरा दुनिया की सबसे संक्रामक बीमारियों में से एक है। यह खांसने और छींकने, निकट व्यक्तिगत संपर्क या संक्रमित नाक या गले के स्राव के सीधे संपर्क से फैलता है।
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खसरे के लक्षण क्या हैं? - What are symptoms of measles?
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक खसरा रोग छोटे बच्चों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। अगर कोई बच्चा खसरा रोग (khasra rog ke lakshan) से पीड़ित है और दूसरा बच्चा उसके संपर्क में आता है तो उसमें 7 से 10 दिनों के बाद खसरा के लक्षण दिखाई देते हैं। खसरे के मुख्य लक्षणों में शामिल हैः
- तेज बुखार (104 डिग्री या इससे ज्यादा बढ़ सकता है।)
- खांसी,
- नाक का बहना
- आंखों का लाल होना या आंखों से पानी आना।
सीडीसी के मुताबिक खसरा रोग के लक्षण शुरू होने के तीन से पांच दिन बाद शरीर पर दाने निकल आते हैं। यह आमतौर पर फ्लैट लाल धब्बे के रूप में शुरू होता है जो चेहरे पर हेयरलाइन पर दिखाई देते हैं और गर्दन, धड़, हाथ, पैर और पैरों तक नीचे की ओर फैलते हैं। खसरा रोग के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर या नजदीकी अस्पताल से संपर्क करना चाहिए।
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खसरा रोग का इलाज क्या है? - khasra rog ka ilaj kya hai
बच्चों में खसरा रोग को फैलने से रोकने का एकमात्र तरीका है कि उन्हें टीका लगवाया जाए। खसरा से बच्चों को बचाने के लिए मीजल्स वैक्सीन लगाई जाती है। खसरा से बच्चों को बचाने के लिए मीजल्स वैक्सीन के 2 शॉट दिए जाते हैं। अगर किसी बच्चे में खसरा रोग के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें ये उपाय (khasra rog ke upay) करने चाहिएः
खसरा रोग से संक्रमित बच्चे को दूसरों बच्चों के साथ न खेलने दें।
जहां तक संभव हो बच्चे को घर में ही रखें।
संक्रमित मरीज और उसके आस पास की सफाई का ध्यान रखें।
बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथ अच्छी तरह धोएं।
बच्चे के शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए जूस पिलाएं।
खतरा रोग में अगर बच्चे में बुखार के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह पर ही उसे दवाई दें।