
शरीर की कोशिकाएं असीमित रूप से बढ़ने की समस्या को कैंसर कहा जाता है। शरीर के जिस हिस्से में कैंसर होता है, उसे उसी हिस्से के कैंसर के नाम से जानते हैं। होंठों पर कोशिकाओं के असीमित रूप से विभाजन को लिप कैंसर कहा (What is Lip Cancer) जाता है। लिप कैंसर का इलाज संभव है। सही स्टेज पर लिप कैंसर के इलाज से इस बीमारी को दूर की जा सकती है। अधिकतर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का पता आखिरी स्टेज पर चलता है, क्योंकि हम में से अधिकतर लोग अपने शरीर के हल्के-फुल्के लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं। लिप कैंसर एक काफी खतरनाक (Symptoms of Lip cancer) बीमारी है, इससे पीड़ित व्यक्ति का खाना-पीना मुश्किल हो जाता है। साथ ही इससे व्यक्ति की सुंदरता पर भी बुरा (Treatment of Lips Cancer) असर पड़ता है। लिप कैंसर के बारे में गाजियाबाद की ओरल हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर स्मिता का कहना है कि लिप कैंसर सूर्य की किरणों में अधिक समय तक रहने की वजह से भी लिप कैंसर हो सकता है। इसके अलावा तंबाकू और गुटखा जैसे अन्य चीजों का सेवन करने वालों को भी लिप कैंसर होने की संभावना होती है। आइए विस्तार से जानते हैं लिप कैंसर (Lip cancer causes) के कारण, लक्षण और बचाव
कैसे पहचानें होठों का कैंसर (Symptoms of Lip cancer)
- होठों से या उसके आस-पास से खून निकलना
- दांतों का ढीला हो जाना
- होंठों में सूजन के साथ दर्द होना।
- गले और मुंह के आसपास दर्द महसूस होना।
- आवाज में बदलाव
- खाने या पीने में परेशानी
- होठों पर लाल या सफेद रंग के दाग
- जीभ हिलाने में परेशानी
- गले में घाव
- कान में दर्द
इत्यादि लक्षण दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें, ताकि सही स्टेज पर लिप कैंसर का इलाज हो सके।
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लिप कैंसर के क्या कारण हो सकते हैं ? (causes of Lip cancer)
- तंबाबू या फिर शराब के अत्यधिक सेवन से लिप कैंसर होने की संभावना होती है। इसके अलावा अन्य कई कारण हो सकते हैं-
- सूर्य की किरणों में ज्यादा समय तर रहने की वजह से भी आपको लिप कैंसर हो सकता है।
- ओरल सेक्स (Oral Sex) करने वालों को होठों का कैंसर होने का खतरा काफी ज्यादा होता है।
- तम्बाकू और गुटखे का अत्यधिक सेवन करने वालों को होठों का कैंसर हो सकता है।
- धूम्रपान करने की वजह से भी आपको लिप कैंसर हो सकता है।
- हुक्का या फिर पाइप से धूम्रपान करने वालों को लिप कैंसर होने का खतरा सबसे अधिक होता है।
- शराब का सेवन करने से भी आपको लिप कैंसर का खतरा रहता है।
किन्हें हैं सबसे ज्यादा खतरा (Risk of Lip cancer)
- महिलाओं की तुलना में पुरुषों को लिप कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है।
- 40 से अधिक उम्र के लोगों को लिप कैंसर की संभावना ज्यादा होती है।
- शराब का सेवन करने वालों को लिप कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है।
- ह्यूमन पेपिलोमा वाइरस से संक्रमित लोगों को लिप कैंसर हो सकता है।

कैसे की जाती है लिप कैंसर की जांच (Diagnosis of Lip cancer)
लिप कैंसर की जांच सबसे पहले आपके होंठों पर हुए घाव की जांच करके की जाती है। इसके लिए डॉक्टर्स आपके कुछ महत्वपूर्ण सवाल कर सकता है। जैसे कितने दिनों से आपको यह घाव है? आपको किस तरह की परेशानी हो रही है, आप धूम्रपान का सेवन करते हैं या नहीं? इस तरह के कई सवाल डॉक्टर आपसे कर सकते हैं, जिसके आधार पर कैंसर का पता लगाने की कोशिश की जाती है। इसके अलावा अगर डॉक्टर को कैंसर होने का संदेह होता है, तो वह आपसे निम्न टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं।
- कंप्यूटेड स्कैन करवाया जा सकता है।
- MRI यानि मैग्नेटिक इमेज रेजोनेंस
- पोसिट्रॉन ( Positron ) एमिशन टेस्ट
- चेस्ट एक्स रे (Chest X-ray)
- एंडोस्कोपी (Endoscopy)
- कम्पलीट ब्लड काउंट( Complete Blood Count test) का टेस्ट।
लिप कैंसर का इलाज (Treatment of Lip cancer)
कैंसर का इलाज रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy), सर्जरी (Surgery), कीमोथेरेपी (Chemotherapy) जैसी तकनीक से किया जाता है। इसके अलावा कई अन्य तरीकों से भी कैंसर का इलाज किया जाता है। जैसे - टार्गेटेड थेरेपी (Targeted Therapy), इम्म्यूनोथेरेपी (Immunotherapy), जीन थेरेपी(Gene Therapy) और इनवेस्टिगेटिव ट्रीटमेंट (Investigative Treatment) से भी कैंसर का इलाज करना संभव है। इन सभी टेक्नीक का इस्तेमाल कैंसर के स्टेज के पर निर्भर करता है।
अगर मरीज को होंठो पर ट्यूमर ज्यादा बड़ा नहीं है, तो सर्जरी के द्वारा ट्यूमर निकालने की कोशिश की जाती है। इसके बाद होठो का रिकंस्ट्रक्शन यानि कॉस्मेटिक सर्जरी की जाती है, ताकि आपके होंठ पहले जैसे हो जाए।
वहीं, अगर ट्यूमर काफी ज्यादा बड़ा है, तो रेडिएशन या कीमोथेरेपी की मदद से ट्यूमर को छोटा करने की कोशिश की जाती है। इसके बाद सर्जरी से इसे बाहर निकाला जाता है। ताकि ट्यूमर दोबारा न बढ़ सके। इसके अलावा अगर सही स्टेज पर कैंसर का इलाज शुरू किया जाए, तो दवाओं के जरिए भी इसका इलाज संभव है।
होठों के कैंसर से बचाव (Prevention on Lip Cancer)
- तंबाकू और गुटखे से दूर रहें।
- धूम्रपान का सेवन न करें।
- फलों और सब्जियों को अधिक से अधिक सेवन करें।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
- हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें।
- धूप में अधिक समय के लिए न निकलें।
- मुंह के आसपास किसी तरह की परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- आपने दांतों का नियमित रूप से चेकअप कराएं।
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कैंसर होने पर कैसा हो डाइट? (Diet for Cancer Patient)
- नियमित अंतराल में थोड़ा-थोड़ा खाएं।
- ज्यादा तेल मसालेयुक्त आहार से दूर रहें।
- वसायुक्त भोलन न करें।
- बासी या फिर रोड साइड के खाना खाने से बचें।
- खाना चबाने या फिर निगलने में समस्या हो, तो नरम चीजें खाएं।
- पानी अधिक से अधिक पिएं।
- फाइबरयुक्त आहार का सेवन करें। कैंसर रोगियों के लिए यह लाभकारी माना जाता है।
होठों या फिर मुंह के आसपास किसी तरह की परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर कैंसर का इलाज करने से गंभीर खतरों से बचाव किया जा सकता है। इसलिए अपनी छोटी से छोटी समस्याओं को नजरअंदाज न करें। क्योंकि यह आगे गंभीर रूप धारण कर सकती है।
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