
सवाईकल कैंसर गर्भाशय के निचले हिस्से में होता है। ये ब्रेस्ट कैंसर के बाद सबसे घातक कैंसर है इसलिए इलाज में देरी न करें।
क्या आप जानते हैं महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के बाद दूसरा सबसे बड़ा कैंसर कौनसा है? सर्वाइकल कैंसर को सबसे घातक माना गया है। ये इंसानों में पैपीलोमा वायरस या एचपीवी से होता है। एचपीवी या तो यौन संपर्क से फैलता है या त्वचा से। स्क्रीनिंग की मदद से इसका पता लगाया जा सकता है। सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों में प्राइवेट पार्ट से खून, दर्द, ज्यादा समय तक मासिक धर्म चलना आदि मुख्य माने जाते हैं। पैप परीक्षण के जरिए कोशिकाओं का परीक्षण होता है जिससे पता चलता है कि कैंसर या नहीं। अगर समय रहते टीकाकरण हो या आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाए तो कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। कई केसों में सर्जरी, कीमोथैरेपी भी दी जाती है। सर्वाइकल कैंसर का खतरा उन महिलाओं को ज्यादा रहता है जिनकी उम्र 30 से 45 के बीच है। अक्सर महिलाएं इसके संकेतों को समझ नहीं पाती तो चलिए आज हम आपको इसकी जानकारी देते हैं। हम आपको ऐसे 5 संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको इस बीमारी से बचा सकते हैं।
क्या हैं सर्वाइकल कैंसर के संकेत? (Signs of cervical cancer)
असामान्य रक्तस्राव (Excessive bleeding)
आमतौर पर सर्वाइकल कैंसर 35 से 40 साल की उम्र के बाद होता है लेकिन इसके संकेतों को आप पहले ही पहचान सकते हैं। अगर शारीरिक संबंध और मीनोपॉज के बाद आप अधिक रक्तस्राव या फिर अपने प्रजनन अंग में तेज दर्द महसूस करती हैं तो ये सर्वाइकल कैंसर का एक सकेंत हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप तुंरत डॉक्टर से बात करें और इस समस्या से बारे में बात करें।
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वाइट डिस्चार्ज होना (White discharge)
अक्सर महिलाएं वाइट डिस्चार्ज जैसी परेशानी को यूं ही आम समस्या मानकर नजरअंदाज करती है, जो आगे चलकर बेहद खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकता है। लेकिन ऐसी किसी समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि ये सर्वाइकल कैंसर का एक गंभीर सकेंत हो सकती है।
पेडू का दर्द (Pelvic pain)
मासिक धर्म में आमतौर पर महिलाओं को पेडू का दर्द नहीं होता लेकिन अचानक हल्का या तेज दर्द होना सर्वाइकल कैंसर का सकेंत हो सकता है। इसलिए ऐसी स्थिति को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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पेशाब करते वक्त दर्द होना (Pain while passing urine)
अक्सर संकेतों या लक्षणों को नजरअंदाज करने पर कैंसर इतना बढ़ जाता है कि वह यूरिन की थैली तक पहुंच जाता है। पेशाब के दौरान दर्द होने से मतलब है कि कैंसर यूरिन थैली तक जा पहुंचा है। ऐसी स्थित में आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और जांच करवानी चाहिए।
गुप्तांग में जलन (Pain in private part)
पीरियड्स के दौरान संबंध बनाते वक्त रक्तस्राव होना या फिर अचानक गर्भाशय ग्रीवा में जलन होना भी सर्वाइकल कैंसर का एक संकेत हैं। इसलिए इस परिस्थिति को नजरअंदाज न करें और किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह लें क्योंकि इस प्रकार का कैंसर आपके लिए घातक और जानलेवा साबित हो सकता है।
ऐसा कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत अपनी जांच करवाएं, समय रहते इलाज करवाने से आपको लंबे ट्रीटमेंट से छुटकारा मिलेगा।
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