कुछ लोगों को अक्सर हाथ-पैरों में दर्द की समस्या हो महसूस होती है। खानपान के गलत आदतों और कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के चलते लोगों को शरीर के अंगों में झुनझुनहट और सुन्नता महसूस हो सकती है। डॉक्टर्स बताते हैं कि इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। लेकिन, ब्लड सर्कुलेशन में आए बदलाव को इसका सामान्य और मुख्य लक्षण माना जाता है। हालांकि, हाल में हुई हाथों की सर्जरी या किसी तरह की चोट भी उंगलियों की नसों पर दबाव पड़ने की वजह बन सकती हैं। उंगलियों में सुन्नता होने पर मरीज को रोजाना के कार्यों को करने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। शुरुआती दौर में इस समस्या के लक्षण हल्के और कम गंभीर होते हैं। लेकिन, समय के साथ यह लक्षण कम गंभीर हो सकते हैं। इस लेख में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर एपी सिंह से जानते हैं कि उंगलियों में सुन्नता होने के क्या कारण हो सकते हैं? साथ ही, जानते हैं कि इस समस्या में व्यक्ति को जीवनशैली में किस तरह के बदलाव करने चाहिए?
उंगलियों में सुन्नता के सामान्य कारण - Causes Of Numbness In Fingers In Hindi
- कर्पल टनल सिंड्रोम (Carpal Tunnel Syndrome) - इसमें कलाई की मध्य नस (Median Nerve) पर दबाव पड़ता है, जिससे अंगूठे, तर्जनी और मध्य उंगलियों में सुन्नता और दर्द होता है।
- डायबिटीज - हाई ब्लड शुगर नसों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे हाथों और पैरों में सुन्नता या झुनझुनाहट महसूस होती है।
- गर्दन की नसों में दबाव - रीढ़ की हड्डी से निकलने वाली नसों पर दबाव पड़ने से यह लक्षण हाथों और उंगलियों तक पहुंचता है।
- गलत मुद्रा में सोना - कई बार हम हाथ को शरीर के नीचे दबा लेते हैं, जिससे रक्त संचार रुक जाता है और अस्थायी सुन्नता हो जाती है।
- विटामिन B12 की कमी - यह विटामिन नर्वस सिस्टम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी कमी से झुनझुनी और सुन्नता जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
उंगलियों की सुन्नता से राहत पाने के लिए जीवनशैली में क्या बदलाव करने चाहिए? - Lifestyle Changes To Reduce Finger Numbness in Hindi
हाथ और कलाई के पोश्चर में सुधार करें
लंबे समय तक कंप्यूटर पर टाइपिंग या मोबाइल पर गेम खेलने से कलाई पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। कोशिश करें कि कलाई सीधी रहे और हाथ एक आरामदायक स्थिति में हो। काम करते समय हाथों को बार-बार हिलाएं और स्ट्रेच करें।
नियमित योग और व्यायाम करें
उंगलियों में सुन्नता होने पर आप गर्दन, कंधे और कलाई से जुड़े योगासन जैसे भुजंगासन और गरुड़ासन करने की सलाह दी जाती है। हल्का वजन उठाने वाला व्यायाम और हाथों की स्ट्रेचिंग नसों को मजबूत बनाती है।
विटामिन और पोषक तत्वों का ध्यान रखें
विटामिन B12, B6 और मैग्नीशियम नर्वस सिस्टम को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडा, दूध, केला, नट्स और मछली का सेवन बढ़ाएं। यदि डॉक्टर सलाह दें तो सप्लीमेंट्स भी लिया जा सकता है।
तनाव प्रबंधन
अत्यधिक तनाव का सीधा असर नसों पर भी पड़ता है। ध्यान, प्राणायाम और पर्याप्त नींद से मानसिक शांति मिलती है और नसों को भी राहत मिलती है।
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उंगलियों की सुन्नता को हल्के में लेना कभी-कभी बड़ी समस्या का कारण बन सकता है। हालांकि अधिकतर मामलों में यह जीवनशैली में कुछ आसान बदलाव करके रोकी जा सकती है। सही पोषण, उचित व्यायाम, और कार्य के दौरान सावधानी से इस असुविधाजनक स्थिति से राहत पाई जा सकती है।
FAQ
हाथों में सुन्नता दूर करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?
हाथ पैरों की उंगलियों में सुन्नता का इलाज आप घर पर कोल्ड कंप्रेस, दर्द निवारक आदि का उपयोग से किया जा सकता है। लेकिन अगर यह सुन्नता लगातार महसूस हो रही है, तो ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।क्या गर्म पानी सुन्नता को कम कर सकता है?
अगर आपको हाथों की उंगलियों में सुन्नता के लक्षण हल्के महसूस हो रहे हैंं तो ऐसे में आप गर्म पानी से सिकाई कर सकते हैं। इसके लिए आप सिकाई को 10 से 15 मिनट तक कर सकते हैं।कौन सा विटामिन सुन्नता का कारण बनता है?
विटामिन ई, बी-1, बी-12 या नियासिन की कमी से हाथों या पैरों में झुनझुनी या सुन्नता हो सकती है। ये सभी विटामिन नर्वस सिस्टम के कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं।