जब से कोरोना वायरस के खिलाफ बने टीके को सरकार ने मंजूरी दी है तब से देश में एक उम्मीद की लहर दौड़ गई है। बता दें कि टीकाकरण का पहला अभियान 16 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने वैक्सीनेशन को लेकर फिर एक जानकारी साझा की है। उनके अनुसार देश में यह टीकाकरण अभियान 1 साल या उससे अधिक समय ले सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को जानकारी दी कि इस पूरे अभियान को सफल बनाने के लिए पांच प्रमुख प्रिंसिपल्स हैं, जिनका पालन किया जाए तो वह 1 साल से अधिक समय ले सकता है।
दूसरी तरफ एक खबर ये भी मिल रही है कि सरकार ने पोलियो टीकाकरण पर अस्थाई रोक लगा दी है। यह टीकाकरण 17 जनवरी से देशभर में शुरू होने जा रहा था। कार्यक्रम का नाम राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण था। लेकिन अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा राज्यों में केंद्र शासित प्रदेशों को इस कार्यक्रम में रोक लगाने आदेश दिया गया है।
Due to unforeseen activities, it is decided to postpone the scheduled Polio NID (national immunisation day) round from 17th January 2021 till further notice: Ministry of Health & Family Welfare pic.twitter.com/Az3m9VFn3A
— ANI (@ANI) January 13, 2021
क्यों लगी पोलियों के टीकाकरण पर रोक?
वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि देश में 13 जनवरी 2011 के बाद से पोलियो का कोई केस सामने नहीं आया है। क्योंकि 16 जनवरी कोरोना का टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है ऐसे में उन्होंने कहा है कि पोलियो के टीकाकरण को फिलहाल रोका जाना ही अच्छा है। एक बार सफल तरीके से कोरोनावायरस टीका सभी स्वास्थ्य कर्मियों को लग जाएगा। उसके बाद फिर से पोलियो टीकाकरण शुरू कर देंगे।
बता दें कि पूर्व राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस जो कि 17 जनवरी से शुरू होने वाला था, उसे अगले नोटिस तक स्थगित कर दिया है। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक पत्र जारी किया जो केंद्रीय शासित प्रदेश और राज्य को भेजा गया।
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फाइजर की वैक्सीन
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजीव भूषण ने मंगलवार में हुई कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि अनेक देशों में फाइजर की वैक्सीन को आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल करने की अनुमति मिल गई है। ऐसे में फाइजर और बायोएनटेक की वैक्सीन के एक डोज का दाम 1431 रुपये रखा गया है। वही मॉडर्ना की वैक्सीन 2300 से 2700 रुपए के आस-पास कीमत निर्धारित की गई है।
स्वदेशी वैक्सीन की कीमत
भारत सरकार ने इंस्टीट्यूट से टीके के 110 लाख डोज ऑर्डर किए हैं। इनकी कीमत टैक्स को न मिलाकर 200 रुपये प्रति डोज निर्धारित की गई है। वहीं अगर भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की बात करें तो इसके सरकार ने 38 लाख डोज ऑर्डर किए हैं। बता दें कि भारत सरकार को इनमें से 12 लाख डोज मुफ्त मिल रहे हैं। ऐसे में वैक्सीन की औसत कीमत टैक्स छोड़कर 206 रुपये प्रति डोज तय की गई है।
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वैक्सीन का नाम कीमत
फाइजर और बायोएनटेक की वैक्सीन की - 1431 रुपये प्रति डोज
मॉडर्ना की वैक्सीन की संभावित कीमत- 2348 से 2715 रुपये प्रति डोज
कोविशील्ड वैक्सीन की - 200 रुपये प्रति खुराक
कोवैक्सीन - 206 रुपये प्रति डोज
नोट- बता दें कि देश में कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत प्रति डोज 200 रुपये है। पर ये तय की गई कीमत केवल सरकार के लिए रखी गई है मतलब भारत सरकार इन कीमतों पर कंपनी से टीके की खुराक खरीद रही है।
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