गुलाब के यूं तो कई फायदे हैं। आयुर्वेद में गुलाब के फूल के कई गुण बताएं गए हैं। गुलाब की पंखड़ियों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो हमें कई मौसमी बीमारियों से दूर रख सकते हैं। साथ ही ये हमारे एड्रीनल ग्रंथि को प्रभावित करते हैं। गुलाब की पंखुड़ियों से कई सारी चीजें बनाकर खा सकते हैं। गुलाब की पंखुड़ियों को सुबह उठ कर खाने से पेट में गैस और एसिडिटी आदि की तकलीफ नहीं होती। इसके अलावा यह हमारी त्वचा के लिए भी काफी लाभदायक है। आप गुलाब की पंखुड़ियों का इस्तेमाल करके आप काढ़ा, गुलकंद और फालूदा भी बना सकते हैं। वहीं अगर हम फालूदा में तुलसी की कुछ पत्ते पीस कर मिला तो सह आपके लिए अधिक लाभकारी हो जाएगा।
तुलसी को खाने के अपने ही फायदे हैं। ठंड के मौसम में अक्सर लोग इसका काढ़ा बनाकर पीने या रोज सुबह उठकर इसे खाने को कहते हैं। इससे आप सर्दी-जुकाम से बचे रहते हैं। वहीं फालूदा के नाम पर लोगों को फालूदा कुल्फी ही याद आती है। पर सोचिए अगर आपसे कहा जाए कि फालूदा खाकर आप सर्दी-जुकाम से बच सकते हैं, तो आपको कैसा लगेगा। तो आइए हम आपको एक स्वास्थ्यकारी गुलाब- तुलसी फालूदा बनाने का तरीका बताते हैं। यह गुलाब-तुलसी फालूदा को अगर आप रोज सुबह ब्रेकफस्ट में खाएं, तो आप किसी भी इंफेक्शन और मौसमी बीमारी से बचे रह सकते हैं। तो आइए जानते हैं गुलाब-तुलसी फालूदा बनाने की विधि।
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गुलाब-तुलसी फालूदा बनाने की विधि
सामग्री
- 2 बड़े चम्मच गुलाब का शरबत या गुलाब की कुछ पंखुड़ियां
- एक कटोरी साबुदाना
- तुलसी के पत्ते
- दूध
- चीनी या शहद
- सूखे मेवे
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विधि
- पहले यह तय कर लें कि आप फालूदा के लिए गुलाब के शरबत का इस्तेमाल करेंगे या ताजा पंखुड़ियों का। ज्यादा बेहतर यही होगा कि आप गुलाब की पंखुड़ियों को पीस पर फालूदा के लिए इस्तेमाल करें। इसके लिए आप पहले गुलाब की पंखड़ियों को धो कर रख लें और फिर इसमें कच्चा दूध मिला कर पीस लें।
- इसके बाद तुलसी के कुछ पत्तों को पीस कर उसे एक कटोरी में शहद मिलाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। दरअसल इस तरह से तुलसी में शहद की मिठास घुल जाएगी और जब आप इसे फालूदा के लिए इस्तेमाल करेंगे तो आपको इसमें ज्यादा चीनी डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- इसके बाद एक कटोरी साबुदाने को भीगो कर रख लें। साथ में सेंवई को भी एक अलग से पानी में हल्की आंच पर उबाल लें। जब आपको लगे कि सेंवई हल्की पक गई तो उसे गर्म पानी में से छान कर निकाल लें। साथ ही साबुदाने को भी गर्म पानी डालकर धीमी आंच पर पका लें। इन दोनों के तैयार होने के बाद दोनों को पंखे में थोड़ा ठंडा होने रख दें।
- दूसरी तरफ दूध को गाढ़ा करने के लिए एक पैन में दूध चढ़ा दें। इसे मध्यम आंच पर एक उबाल आने दें। इसे तब तक उबालते रहें जब तक कि दूध आधा न हो जाए। अगर आप इसे ठंड़ा करके खाना चाहते हैं तो इसे फ्रिज में डाल दें या ऐसे ही रख लें। सर्दी का मौसम है तो दूध को गुनगुना ही रखें।
- अब एक पैन में सेंवई और साबुदाने को डाल लें। फिर इसमें पीसी हुई गुलाब की पंखुड़ियों और कच्चे दूध वाले पेस्ट को डाल लें। इसके बाद इसमें तुलसी और शहद का पेस्ट भी मिला लें और लास्ट में वो गुनगुना गाढ़ा दूध डाल दें। फिर सबको अच्छे से मिलाएं। ज्यादा बेहर टेस्ट और खुशबू के लिए आप इसमें हल्का सा गुलाब जल भी डाल सकते हैं। फिर इसे सर्विंग ग्लास में निकाल लीजिए और ऊपर से ड्राई फ्रूट्स व नट्स से गार्निश करलें। इस तरह तैयार हो जाएगा आपका टेस्टी गुलाब-तुलसी फालूदा।
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