जब हम कुछ सोचते हैं, तो उस सबकी तस्वीर हमारे दिमाग में बन जाती है, जिसे कि कल्पना या विजुअलाइजेशन कहा जाता है। कल्पना या विजुअलाइजेशन दो तरह का होता है, एक सकारात्मक, तो दूसरा नकारात्मक। सकारात्मक कल्पना या सोच स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है, तो वहीं नकारात्मक कल्पना या सोच हमें खोखला करती जाती है। लेकिन क्या आप सकारात्मकता की शक्ति या सकारात्मक कल्पना शक्ति में विश्वास करते हैं? अगर नहीं, तो अब करें क्योंकि सकारात्मक सोच का समग्र स्वास्थ्य पर एक बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला एक व्यायाम है। सकारात्मक कल्पना या सोच को एक मानसिक अभ्यास के रूप में सोचें, जो नकारात्मक को अलग रखते हुए सकारात्मकता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आपकी इंद्रियों को खोल देगा। यह एक अभ्यास है, जो आपके खोए हुए ध्यान और एकाग्रता को ट्रैक पर वापस लाएगा। आइए यहां जानिए कि सकारात्मक सोच या कल्पना के क्या फायदे हैं और यक कैसे काम करती है।
सकारात्मक सोच क्या है?
सकारात्मक सोच, कल्पना या पॉजिटिव विजुअलाइजेशन, यह एक ऐसी तकनीक है जो सकारात्मक सोच के साथ वास्तविक जीवन की स्थितियों का मुकाबला करने में मदद करती है। मूल विचारों को वास्तव में होने से पहले घटनाओं को सकारात्मक रूप से कल्पना करना है। अपने लक्ष्य निर्धारित करें और कल्पना करें कि आप उन्हें कैसे प्राप्त करना चाहते हैं। यह तकनीक आपको इसे प्राप्त करने के एक कदम करीब लाती है। उदाहरण के लिए आप घर बनाते हैं या फिर कोई व्यवसाय शुरू करते हैं, तो उसके लिए आप पहले से एक सकारात्मक कल्पना करते हैं कि क्या होगा और कैसे होगा।
क्या सचमुच कारगर है सकारात्मक सोच या कल्पना ?
'साइकोलॉजिकल बुलेटिन' ने वर्ष 2005 में एक अध्ययन प्रकाशित किया था जिसके अनुसार, सकारात्मक दृष्टिकोण और आशावादी होना सफलता की कुंजी है। 275,000 से अधिक लोगों को के साथ हुए एक शोध के अनुसार, सकारात्मक कल्पना या पॉजिटिव विजुअलाइजेशन ने उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद की। यह उन माता-पिता पर भी लागू होता है, जो लॉकडाउन के दौरान बच्चों को संभाल रहे हैं ।
सकारात्मक कल्पना के लाभ
यहां सकारात्मक कल्पना के कुछ उल्लेखनीय लाभ दिए गए हैं, जो आपको सकारात्मक सोच या कल्पना शक्ति को समझने में मदद करेंगे।
आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद
जब हम सकारात्मक सोचते या कल्पना से हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ता है। जैसे हम खुद को सफल बनाने वाली चीजों की कल्पना करते हैं, तो यह हमारे आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाता है। हम जितना अधिक आत्मविश्वास महसूस करेंगे, सफलता उतनी ही अधिक करीब होगी। सकारात्मकता आत्मविश्वास को बढ़ाती है, जो हमें सही और बुद्धिमान सं निर्णय लेने में मदद करती है।
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एकाग्रता बढ़ाने में मदद
यदि आप कल्पना करते रहते हैं कि आपका उद्देश्य क्या है, तो यह आपको अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। यह एक मानसिक व्यायाम है, जहाँ आप जितना अधिक सकारात्मक सोचते हैं, उतना ही आप अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। यह व्यायाम आपकी मानसिक और संज्ञानात्मक क्षमताओं को बढ़ाता है।
प्रेरणा और आशा का स्रोत
सकारात्मक दृष्टिकोण या कल्पना आशा की किरण ला सकता है और आपको चलते रहने के लिए प्रेरित कर सकता है। इससे आपको अपने गोल पूरा करने में मदद मिलेगी और आप अपने लक्ष्यों को पूरा कर पाएंगे।
सकारात्मक कल्पना या पॉजिटिव विजुअलाइजेशन करने के तरीके
यहां सकारात्मक कल्पना या पॉजिटिव विजुअलाइजेशन का अभ्यास करने के कुछ तरीके यहां दिए गए हैं:
ध्यान
ध्यान के जरिए आप सकारात्मक कल्पना या पॉजिटिव विजुअलाइजेशन कर सकते हैं। ध्यान आपके मन को शरीर को शांत करने में मदद करत है। यह सकारात्मक विचारों को प्रेरित करने के लिए नकारात्मक विचारों को दूर करने में मदद करता है। नकारात्मक विचारों को खत्म करने के लिए अपनी सांस लेने की गतिविधि पर ध्यान दें। आप चाहें, तो ज़ेन मेडिटेशन या फिर वॉकिंग मेडिटेशन आजमा सकते हैं।
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ऑडियो प्रोग्राम के जरिए
कई लोग निर्देशित ऑडियो कार्यक्रमों की मदद लेते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा दिए जाते हैं। यह आपको सकारात्मक दृष्टिकोण बनाने और कल्पना करने में भी मदद करते हैं।
इस तरह आप सकारात्मक कल्पना या पॉजिटिव विजुअलाइजेशन करें। यह एक शक्तिशाली अभ्यास है, जो सकारात्मकता और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। यह तनाव को दूर करने और संज्ञानात्मक शक्तियों को मजबूत करता है।
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