
डायबिटीज (Diabetes) रोग एक ऐसा रोग है जिसके कारण मरीज को अपनी जीवनशैली के साथ खानपान की कई आदतों में बदलाव करने होते हैं। वहीं, कुछ लोग डायबिटीज रोग के बारे में जानते तो हैं लेकिन इन्हें इससे जुड़ी कई खास बातें नहीं पता होती। लोग अक्सर डायबिटीज रोग को लेकर कई गलत धारणाएं और अफवाहों के चक्कर में अपने स्वास्थ्य को खतरे में डालते रहते हैं। जबकि डायबिटीज रोग से आपको अपना और अपने परिवार का बचाव करना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने मन में डायबिटीज के खिलाफ फैले भ्रम को दूर करें, जिससे की आप इस रोग या स्थिति के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर खुद को और अपने परिवार के सदस्यों को स्वस्थ रख सकते हैं।
इसी कड़ी में हम 9 से 13 नवंबर तक वर्ल्ड डायबिटीज डे (World Diabetes Day 2020) की सीरिज चला रहे हैं जिसमें डायबिटीज रोग से जुड़ी तमाम जानकारी आप तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इस सीरिज में हमारे साथ ऑस्ट्रेलियन डायबिटीज एजुकेटर एसोसिएशन ऑस्ट्रेलिया द्वारा मान्यता प्राप्त डायबिटीज विशेषज्ञ स्वाती बाथवाल जुड़ी हुई हैं जो रोजाना हमे कई तथ्यों का सामना कराती है। तो आइए आज हम इस लेख के जरिए जानने की कोशिश करते हैं कि लोगों के बीच डायबिटीज से जुड़ी गलत धारणाएं या अफवाहें कितनी सही है या कितनी गलत है।
डायबिटीज को लेकर लोगों के बीच कितनी गलत धारणाएं हैं?
ये एक अहम सवाल है जिसमें ये जानना बहुत जरूरी है कि क्या हकीकत में डायबिटीज (Diabetes) से जुड़ी गलत धारणाएं लोगों के बीच हैं? अगर ऐसी धारणाएं लोगों के बीच है तो वो किन चीजों को लेकर है और कितनी है? क्योंकि लोग बीमारियों और उनकी जानकारी ज्यादातर एक-दूसरे के माध्यम से लेते हैं जिनके बार में सही और गलत का जानना बहुत जरूरी है। इस सवाल पर डायबिटीज विशेषज्ञ स्वाती बाथवाल का कहना है कि डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें कई चीजें को गलत और सही नहीं कहा जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि डायबिटीज से पीड़ित कुछ लोगों को किसी एक तरीके का भोजन सही हो सकता है, वहीं, कुछ लोग जो डायबिटीज के मरीज हैं उनके लिए भोजन बिलकुल भी सही न हो। उन्हें उन भोजन से परेशानी होती हो। स्वाती बाथवाल का कहना है कि ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि सभी लोगों के स्वास्थ्य स्थितियां अलग हो सकती है जिस कारण एक ही रोग या स्थिति के मरीज के डाइट प्लान अलग-अलग हो सकते हैं।
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क्या शुगर का सेवन कम करने वालों को डायबिटीज का खतरा नहीं है?
जरूरी नहीं कि जो लोग हमेशा से मीठे या शुगर का सेवन एक सीमित या कम मात्रा में करते हैं उन लोगों डायबिटीज (Diabetes) का खतरा नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि डायबिटीज का संबंध सिर्फ आपके खाने या डाइट प्लान से नहीं है। बल्कि ये आपके परिवार से भी जुड़ा होता है। अगर आपके परिवार में पहले किसी को डायबिटीज रहा हो तो संभव है कि आप इस स्थिति का शिकार हो सकते हैं। इसलिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिर्फ डायबिटीज के लिए आप मीठे पर ध्यान न रखें बल्कि आपको अपनी एक्सरसाइज, डाइटिंग प्लान और लाइफस्टाइ पर भी गौर करने की जरूरत है।
डायबिटीज के दौरान किन फल का सेवन है सही?
लोगों के बीच ये भी एक गलत धारणा है कि डायबिटीज (Diabetes) होने पर हम किसी तरह के फल नहीं खा सकते हैं क्योंकि इनमें शुगर की ज्यादा मात्रा होती है। लेकिन ऐसा नहीं है आप डायबिटीज रोग के दौरान भी फल को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। लेकिन इन फलों के सेवन करने की एक सीमित मात्रा होनी चाहिए। आप दिनभर में 3 से 4 फलों का सेवन आराम से कर सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, ज्यादातर फल प्राकृतिक शुगर होते हैं। लेकिन लीची और तरबूज का सेवन ज्यादा करने से शुगर की मात्रा शरीर में बढ़ सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप इनका सेवन कम करने की कोशिश करें।
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डायबिटीज का पूरी तरह से इलाज संभव है?
कई लोगों का ये सवाल होता है कि क्या डायबिटीज (Diabetes)को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है या नहीं, इस पर एक्सपर्ट स्वाती बाथवाल का कहना है कि जब आप टाइप-2 डायबिटीज में प्रवेश करते हैं तो इस दौरान आपके पैनक्रियाज से इंसुलिन निकल जाता है। ऐसे में इसको आप फिर से नहीं उस स्थिति में ला सकते हैं इसलिए आपको हमेशा इसको मैनेज ही करना होता है। इसमें आपको अपनी एक्सरसाइज की रूटीन और लाइफस्टाइल में काफी बदलाव करने की जरूरत होती है।
इस लेख में बताई गई सभी जानकारी ऑस्ट्रेलियन डायबिटीज एजुकेटर एसोसिएशन ऑस्ट्रेलिया द्वारा मान्यता प्राप्त डायबिटीज विशेषज्ञ स्वाती बाथवाल से बातचीत पर निर्भर है।
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