गर्भावस्था के दौरान खानपान बेहद जरूरी है। साथ ही आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए आप खाने की क्रेविंग होने पर ऑयली या जंक फूड का सेवन न करें क्योंकि कभी-कभी अच्छी डाइट और पूरा ध्यान रखने के बाद भी आप क्रेविंग होने पर कुछ अनहेल्दी खा लेते है, जिससे परेशानी हो सकती है। इन्हीं कारणों से गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ आहार और नींद लेनी चाहिए। इसके लिए आप कीवी फल का सेवन कर सकते है। कीवी के सेवन से गर्भावस्था में कई लाभ होते हैं। कीवी के सेवन से आपका पाचन तंत्र सही रहता है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसके अलावा यह डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। यह कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित करता है। यह हार्मोनल बैलेंस और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए भी फायदेमंद होता है। कीवी में प्रोटीन, फोलेट, फाइबर, विटामिन ए, सी, आयरन, पोटैशियम और कैलोरी भरपूर मात्रा में पाई जाती है। आइए प्रेग्नेंसी के दौरान कीवी फल खाने के फायदे, उपयोग और सावधानियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
प्रेग्नेंसी में कीवी खाने के फायदे (Kiwi Benefits In Pregnancy)
1. फोलेट है फायदेमंद
फोलिक एसिड भ्रूण के विकास में बेहद अहम भूमिका निभाता है। यह मस्तिष्क के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र को विकसित करने में मदद करता है और बच्चे में तंत्रिका संबंधी समस्याओं को दूर कर सकता है। फोलिए एसिड कोशिकाओं के निर्माण और रखरखाव के लिए महत्वपूर्ण तत्व है। यह बच्चे के कई महत्वपूर्ण अंगों के विकास के लिए भी आवश्यक होता है। गर्भावस्था में यह गर्भापात के खतरे को भी कम कर सकता है।
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2. विटामिन सी से भरपूर
विटामिन सी शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और न्यूरोट्रांसमीटर के निर्माण में उपयोगी होता है। यह फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभावों को कम करने में मददगार है। साथ ही यह पूरे दिन आपको तरोताजा भी रखता है।
3. डायबिटीज के खतरे को कम करे
कीवी के सेवन से आपकी मीठा खाने की क्रेविंग शांत हो सकती है, जिसकी मदद से गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज का खतरा नहीं होता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है और यह इंसुलिन के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। यह सब मिलकर आपके खून में शुगर के लेवल को कंट्रोल करते हैं।
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4. पाचन शक्ति बढ़ाए
गर्भावस्था के दौरान कब्ज होना सामान्य है। दस्त, सूजन, मतली, पेट की परेशानी, पेट दर्द और गैस्ट्र्रिटिस को रोकने में मदद के लिए आपको अपने आहार में प्रोबायोटिक्स को शामिल करने की आवश्यकता होगी। कीवी में फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जिससे पाचन शक्ति को बढ़ावा मिलता है। इससे पेट की कई समस्याएं ठीक हो सकती है।
5. आयरन से भरपूर
गर्भवती महिलाएं अक्सर आयरन की कमी, एनीमिया से पीड़ित होती हैं, जो रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण होती है। कम आयरन के अन्य लक्षणों में पीली त्वचा, खराब भूख और मतली शामिल हैं। लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आयरन की आवश्यकता होती है। यह कोशिकाओं के बीच ऑक्सीजन का संचार भी करता है और ऊर्जा उत्पादन के लिए आवश्यक है। कीवी के सेवन से आयरन की कमी नहीं होती है और एनीमिया की समस्या से छुटकारा मिलता है।
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इन तरीकों से खाएं कीवी
1. प्रेग्नेंसी में आप कीवी के छिलके उतारकर खा सकते हैं।
2. आप अपने सलाद में कीवी की मात्रा शामिल कर सकते हैं।
3. इसके अलावा स्मूदी और दही के साथ भी कीवी खा सकते है।
4. इसे स्लाइस काटकर आप फ्रिज में ठंडा करने के बाद भी ले सकते हैं।
सावधानियां
1. ओरल एलर्जी
कीवी के अधिक सेवन से चेहेर में खुजली या जलन हो सकती है, जिससे होंठ और जीभ में सूजन आ जाती है। कुछ मामलों में यह अस्थमा, चकत्ते और पित्ती का कारण बन सकता है।
2. त्वचा संबंधी समस्याएं
कीवी खाने से चेहरे में जलन, चकत्ते और सूजन आ सकती है। इससे एलर्जी की समस्या भी हो सकती है।
3. पाचन समस्याएं
कुछ मामलों में कीवी खाने से दस्त, उल्टी या मतली हो सकती है। यह पेट दर्द और जलन का कारण बन सकता है।
4. लेटेक्स एलर्जी
लेटेक्स से एलर्जी वाले लोगों को कीवी एलर्जी होने का खतरा होता है। ऐसे मामलों में कीवी से दूर रहने की सलाह दी जाती है या डॉक्टर से सलाह लेने के बाद सेवन करें।