
Kiran Dembla Real Life Story in Hindi: दुनियाभर में हर साल 08 मार्च को महिला दिवस (International Women's Day) मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं को समाज में बराबरी का हक दिलाने, महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को रोकने के उद्देश्य से मनाया जाता है। साथ ही यह दिन महिलाओं की उपलब्धियों को भी समर्पित होता है। इस दिन उन महिलाओं को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपने काम से समाज या देश की अन्य महिलाओं को भी मोटिवेट किया हो। इन्हीं में से एक है किरण डेंबला, जिन्होंने फिटनेस के क्षेत्र में अपना ऐसा नाम बनाया है कि आज वह बड़ी-बड़ी हस्तियों को ट्रेन कर रही हैं। लेकिन किरण डेंबला का यहा तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा है, इस बीच उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। ऐसे में किरण डेंबला की स्टोरी किसी को भी मोटिवेट कर सकती हैं। तो चलिए, आज महिला दिवस के मौके पर किरण डेंबला के हाउसवाइफ से लेकर फिटनेस ट्रेनर बनने तक के सफर के बारे में जानने के लिए ओन्लीमाइहेल्थ ने उनसे विस्तार से बातचीत की-
1. आप हाउसवाइफ थीं, अपना घर संभाल रही थीं। और जैसा एक सामान्य परिवार में होता है, महिलाएं बच्चों और परिवार की देखरेख में लगी होती हैं, तो इन सबके बीच आप ने कब सोचा कि आपको भी खुद की फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए?
घर को संभालना एक हाउसवाइफ की रोज की दिनचर्या होती है। उनके कामों का कोई अंत नहीं होता है। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक उनके पास काम ही काम होता है। इस बीच वे अपनी हेल्थ और फिटनेस को पूरी तरह से अनदेखा कर देती हैं। मैंने भी ऐसा ही किया। घर और बच्चों को संभालते हुए कब मेरा स्वास्थ्य बिगड़ने लगा, मुझे पता ही नहीं चला। एक दिन जब मैं सोकर उठी, तो मुझे बहुत तेज सिर दर्द होने लगा। इसके लिए मैंने डॉक्टर से कंसल्ट किया, फिर पता चला कि मेरे मस्तिष्क के दाईं तरफ रक्त का थक्का (ब्लड क्लॉटिंग) बना है।
रक्त के थक्कों का इलाज शुरू हुआ, तो दवाइयों की वजह से मुझे ज्यादा नींद आने लगी। मैं अपने रोजमर्रा के कार्यों को करने में भी असमर्थ हो गई। ज्यादा नींद लेने की वजह से मेरी दिक्कते बढ़ने लगीं, साथ ही मेरा वजन भी बढ़ गया था। इन दिनों मुझे इतनी परेशानियों से जूझना पड़ा था कि इसके बाद मैंने खुद को फिट और हेल्दी बनाने का दृश्यनिश्चय कर लिया था।
2. जब शुरुआत में आपको हेल्थ से रिलेटेड प्रॉब्लम हुई, तो आपको कौन-से लक्षणों का अनुभव हुआ?
जब शुरुआत में हेल्थ से रिलेटेड प्रॉब्लम हुई थी, तो मुझे सबसे ज्यादा सिरदर्द से परेशान होना पड़ा था। इतना ही नहीं मेरा वजन भी तेजी से बढ़ने लगा। इस दौरान मुझे घुटनों और पैरों में दर्द महसूस होने लगा। मैं दौड़ने में भी असमर्थ हो गई थी, कभी-कभी चक्कर भी आने लगे। दोनों बच्चों को जन्म देने के बाद मेरा वजन 52 किलो था, लेकिन फिर अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज करने की वजह से धीरे-धीरे मेरा वजन बढ़ता गया, जब मैंने नोटिस किया तो मेरा वजन 75 किलो हो गया था।
3. जब आपको हेल्थ इश्यूज शुरू हुए और आपका वजन भी बढ़ने लगा, तो सबसे पहले आपने क्या किया?
जब मेरा वजन लगातार बढ़ रहा था, तो मैंने योग करने का सोचा। मेरे घर के पास एक योग केंद्र था, मैंने वही योग करना शुरू किया। लेकिन कुछ समय बाद योग केंद्र बंद हो गया। इसके बाद मैंने स्विमिंग क्लास ज्वाइन की। स्विमिंग के दौरान मुझे सिर में तेज दर्द होने लगता था, इसकी वजह से मुझे 15 दिन बाद ही स्विमिंग क्लास भी छोड़नी पड़ी। लेकिन मैंने हिम्मत की और स्विमिंग क्लास दोबारा से ज्वाइन की। फिर लगभग एक साल तक स्विमिंग सीखी। इसके बाद मैंने स्विमिंग बंद कर दी और जिम जाना शुरू कर दिया। जिम में जाते हुए भी मैं काफी डरा करती थी, क्योंकि वहां ज्यादातर लड़के आते थे और मैं लड़कों के साथ बात करने में कंफर्टेबल नहीं थी। तो कह सकते हैं वजन बढ़ने के बाद मैंने योग, स्विमिंग और जिम जाना शुरू कर दिया।
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4. आपके माइंड में बॉडी बिल्डिंग करने का विचार कब और कैसे आया?
मेरी लाइफ में सब कुछ ठीक चल रहा था। एक दिन मेरे मन में विचार आया कि मुझे जीवन में कुछ अलग करना चाहिए। कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे लोगों को भी प्रेरणा मिले। फिर मैंने सिक्स पैक बॉडी बनाने का फैसला लिया। इसके बाद मैंने बॉडी बनाने के लिए खूब मेहनत की। मैंने जिम किया, अपने डाइट में बदलाव किया और हाई प्रोटीन डाइट लिया। साथ ही एक हेल्दी लाइफस्टाइल भी फॉलो किया। इस तरह से मैंने अपने सिक्स पैक बनाएं। इसके बाद मैंने एक फोटोशूट करवाया था। मेरे इस फोटोशूट को इंडियन बॉडी बिल्डिंग फेडरेशन से देखा, उन्हें यह काफी पंसद आया और फिर उन्होंने मुझे विश्व चैंपियनशिप में एंट्री दिलाई। इस तरह से मैं विश्व चैंपियनशिप तक पहुंची।
5. आप एक सामान्य परिवार से आती हैं, तो बॉडी बिल्डिंग और फिटनेस ट्रेनिंग को अपना प्रोफेशन बनाना आपके लिए कितना चैलेंजिंग रहा?
मैंने जिम, हेल्दी डाइट की मदद से अपना 24 किला वजन कम किया। इसके साथ ही सिक्स पैक बनाएं और फेटनेस ट्रेनिंग भी ली। मैंने अमेरिकन मसल्स एंड फिटनेस पर्सनल ट्रेनर पर एक ऑनलाइन कोर्स भी किया। इस कोर्स के बाद मैंने अपना खुद का जिम ओपन किया। मैंने अपने जिम को सफलतापूर्वक चलाया। मेरे लिए बॉडी बिल्डिंग करना काफी चैलेंजिंग रहा था। क्योंकि इनके साथ ही मैं एक मां और पत्नी के रूप में भी अपनी भूमिका निभा रही थी। इन सभी के बीच में बैलेंस बनाना काफी चैलेंजिंग रहा। इस बीच मेरे परिवार ने भी मुझे पूरा सपोर्ट किया।
6. अब आप एक नामी फिटनेस ट्रेनर हैं। अभी तक आप कौन-कौन से सेलिब्रिटी को ट्रेन कर चुकी हैं?
मैंने बॉलीवुड में कई बड़ी हस्तियों को फिटनेस ट्रेनिंग दी है। इसमें तमन्ना, तापसी पन्नू, दीक्षा सेठ, प्रकाश राज, राजामौली और अनुष्का शामिल हैं।
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7. आपकी इस जर्नी में आपका सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम कौन था?
मेरे बच्चे, पति ने मुझे मेरी इस जर्नी में काफी सपोर्ट किया है। इसके अलावा मेरे भतीजे ने भी मेरा पूरा साथ दिया था। अगर मुझे इन लोगों का सपोर्ट नहीं मिलता, तो मेरी मुश्किले काफी बढ़ सकती थी।
8. महिला दिवस के मौके पर आप महिलाओं को क्या सलाह देना चाहेंगी? महिलाओं को अपने बच्चों और परिवार के साथ ही अपने हेल्थ को लेकर भी क्यों कॉन्शियस रहना चाहिए?
महिला दिवस के मौके पर मैं सभी महिलाओं को कहना चाहती हूं कि अपनी हेल्थ को प्रायोरिटी देना शुरू कर दें। क्योंकि घर का काम हम सभी करते हैं, इसकी वजह से अपनी हेल्थ को नजरअंदाज कर देते हैं। क्योंकि जब एक मां हेल्दी रहेगी, तभी वह अपने पूरे घर का ख्याल अच्छे से रख सकती है। इसके लिए समय पर खाना खाएं, रोजाना एक घंटा एक्सरसाइज करें। पूरे दिन के 24 घंटों में से आप अपने लिए रोज का एक घंटा भी निकाल लेंगी, तो हमेशा स्वस्थ रह सकती हैं।
9. महिला दिवस के मौके पर आप वूमेन एंपावरमेंट के बारे में क्या कहना चाहेंगी? एक महिला के लिए आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है?
हर महिला के लिए आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है, क्योंकि जीवन में कम परेशानी आ जाए इसका अंदाजा नहीं होता है। शादी से पहले एक महिला अपने पिता के ऊपर निर्भर होती है, शादी के बाद महिला पति के ऊपर निर्भर होती है। लेकिन अब समय बदल गया है, लड़कियां आगे बढ़ रही हैं। लड़कियां आत्मनिर्भर बन रही हैं, अपने सभी शौक पूरे कर रही हैं। इसलिए एक लड़की का अपने पैरों पर खड़ा होना बहुत जरूरी है।