Is Working From Office Better Than Working From Home For Mental Health in Hindi: कोविड-19 के बाद से पूरे विश्व के साथ ऑफिस में भी काम करने के तरीकों में काफी बदलाव आया है। पहले लोगों को काम करने के लिए रोजाना ऑफिस जाना पड़ता था, लेकिन कोविड-19 के दौरान वर्क फ्रॉम होम के कल्चर ने लोगों के काम करने के तरीके में काफी बदलाव आया है। आज के समय में कुछ ऑफिस अपने कर्मचारियों को पूरी तरह घर से काम करने की छूट देते हैं, जबकि कुछ कंपनियां वर्क फ्रॉम ऑफिस पूरी तरह से शुरू कर चुकें हैं। वहीं, कुछ ऑफिस ऐसे भी हैं, जहां हायब्रिड कल्चर को अपनाया जा रहा है, जिसमें कुछ दिन ऑफिस और कुछ दिन घर से काम करना होता है। हालांकि, आज के समय में लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि वर्क फ्रॉम होम या ऑफिस कहां काम करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है? (How does work affect your mental health)? ऐसे में आइए फरीदाबाद के अमृता अस्पताल की सीनियर कंसल्टेंट, मनोचिकित्सक डॉ. मीनाक्षी जैन से जानते है कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए क्या बेहतर है, वर्क फ्रॉम होम या ऑफिस?
वर्क फ्रॉम होम या ऑफिस मानसिक स्वास्थ्य के लिए क्या है ज्यादा बेहतर? - Work From Home Or Office Which Is Better For Mental Health in Hindi?
घर से काम करने या ऑफिस से काम करने वाले लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर लोगों के बीच कई तरह के सवाल है, जिसमें एक सवाल ये भी है कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए वर्क फ्रॉम होम या ऑफिस क्या ज्यादा सही है। डॉ. मीनाक्षी जैन के अनुसार यह सवाल कि घर से काम करने की तुलना में ऑफिस से काम करने से मानसिक स्वास्थ्य के बेहतर नतीजे मिलते हैं, बहुत बारीक है और इसका जवाब सिर्फ हां या नहीं में नहीं दिया जा सकता है। कई स्टडी से पता चलता है कि ऑफिस या हाइब्रिड सेटअप में काम करने वाले कर्मचारियों का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है (What are the factors affecting mental health at work), लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है। आपका मानसिक स्वास्थ्य आपके काम और आस-पास के वातावरण पर निर्भर करता है।
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वर्क फ्रॉम होम या ऑफिस में मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक - What Are The Factors Affecting Mental Health At Work From Home Or Office in Hindi?
पर्यावरण और संबंध
घर की तुलना में ऑफिस से काम करने से सामाजिक संपर्क, साथ काम करने वालों के साथ अच्छे रिश्ते और काम को लेकर सीनियर या सहकर्मी की तुंरत प्रतिक्रिया मिलती है, जो ऑफिस के काम को लेकर आपके मानसिक स्वास्थ्य पर अच्छा असर डालता है। जबकि घर से काम करने वाले लोगों को सामाजिक अलगाव और अपने काम को ज्यादा बेहतर तरीके से काम करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जो मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।
काम करने का तरीका
WHO के अनुसार, काम करने के दौरान खराब वातावरण, जिसमें ज्यादा वर्क प्रेशर, भेदभाव, और और नौकरी की असुरक्षा शामिल है, आपके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। फिर आप चाहे घर से काम करें या ऑफिस जाकर। काम का बहुत ज्यादा प्रेशर या खराब वातावरण वर्क फ्रॉम होम और ऑफिस दोनों जगह आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।
प्राथमिकताएं और परिस्थितियां
वर्क फ्रॉम होम या ऑफिस में काम करने को लेकर मानसिक स्वास्थ्य आपकी परिस्थिति और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को ऑफिस के वातावरण में काम करना पसंद होता है, जबित कुछ लोगों को घर पर शांति से काम करना पसंद होता है। ऐसे में आपकी परिस्थिति और प्राथमिकताएं भी आपके काम को लेकर मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालती है।
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हाइब्रीड वर्क का प्रभाव
आज के समय में कई ऑफिस में हाइब्रिड शुरू हो गया है, जिसमें आप कुछ दिन ऑफिस और कुछ दिन घर से काम करते हैं। हाइब्रिड सेटअप अक्सर कर्मचारियों को घर और ऑफिस दोनों जगह से काम करने के लचीलेपन को बनाए रकने में मदद करते हैं, जिससे आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रह पाता है।
निष्कर्ष
वर्क फ्रॉम ऑफिस या घर कहां काम करने पर मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। यह चीज इस बात पर ही निर्भर करती है कि आपको कहां रहकर काम करना ज्यादा पसंद है और आप किस स्थान पर आराम से बिना किसी तनाव के काम कर पा रहे हैं।
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