
प्रेग्नेंसी में सौंफ खाना चाहिए या नहीं? अगर आपके मन में भी ये सवाल है, तो आइए जानते हैं क्या है इसका जबाव-
गर्भावस्था में सौंफ का सेवन करना चाहिए या नहीं? अगर ये सवाल आपके मन में भी है, तो आपको बता दें कि प्रेग्नेंसी के दौरान सौंफ का सेवन बहुत ही कम मात्रा में करनी चाहिए। क्योंकि सौंफ उन मसालों में आता है, जो महिलाओं के पेल्विक क्षेत्र में और गर्भाशय में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ता है। सौंफ के सेवन मेंस्ट्रुअल ब्लड फ्लो सक्रिय होता है। ऐसे में अगर आप प्रेग्नेंसी में सौंफ का अधिक सेवन करती हैं, तो यह योनि में ब्लीडिंग का खतरा बढ़ा सकती है। इसके कारण भ्रूण गिरने की संभावना बढ़ सकती है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से गर्भावस्था में सौंफ का अधिक सेवन ना करें।
इतना ही नहीं, कई स्टडी में यह भी देखा गया है कि गर्भावस्था के दौरान सौंफ का अधिक सेवन करने से भ्रूण के साइज पर प्रभाव पड़ता है और जन्म के समय नवजात का वजन काफी कम हो जाता है। हालांकि, महिलाओं के शारीरिक क्षमता पर इसका असर अलग-अलग होता है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान सौंफ खाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
प्रेग्नेंसी में सौंफ खाने के नुकसान
रक्तस्त्राव से जुड़ी समस्या
जिन गर्भवती महिलाओं को रक्तस्त्राव से जुड़ी कोई समस्या है, तो उन्हें सौंफ का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, सौंफ के सेवन से ब्लड का थक्का जमने की क्रिया धीमी हो जाती है। ऐसे में अगर वे प्रेग्नेंसी में सौंफ खाएंगी, तो ब्लड फ्लो को रोकना मुश्किल हो सकता है।
स्किन संवेदनशील
बहुत अधिक संवेदनशील स्किन वाली महिलाओं को भी सौंफ का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की स्किन काफी सेंसटिव और ड्राई हो जाती है, ऐसे में अगर वे सौंफ का सेवन करती हैं, तो समस्याएं और अधिक बढ़ सकती हैं।
गर्भाशय में संकुचन होने का खतरा
प्रेग्नेंसी में अधिक मात्रा में सौंफ का सेवन करने से गर्भाशय सिकुड़ने का खतरा रहता है। दरअसल, सौंफ में फाइटोएस्ट्रोजेनिक, सूजन रोधी और ऐंठन-रोधी गुण होते हैं, तो गर्भाशय को उत्तेजित करते हैं। इसलिए गर्भावस्था में सौंफ का सेवन सीमित मात्रा में करें।
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प्रेग्नेंसी में सौंफ खाने के फायदे
मॉर्निंग सिकनेस से निजात
प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस, उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं होती है। ऐसे में सुबह सौंफ वाली चाय पीने से इस तरह की समस्याओं से राहत पाया जा सकता है। इसके अलावा सौंफ की चाय पीने से प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली थकावट दूर होती है।
गैस और पेट फूलने की समस्या से राहत
गर्भावस्था में महिलाओं को पेट में गैस और पेट फूलने की समस्या काफी ज्यादा होती है। सौंफ के सेवन से पाचन बेहतर तरीके से होता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान आप गैस और पेट फूलने की परेशानी होने पर आप आधा चम्मच सौंफ खा सकती हैं।
भूख बढ़ाने में करे मदद
गर्भावस्था में कई बार महिलाओं को भूख नहीं लगती है। खाने की इच्छा को बढ़ाने के लिए आप सौंफ का सेवन कर सकती हैं। क्योंकि गर्भावस्था में सही डाइट बहुत ही जरूरी है। इससे बच्चा और मां दोनों ही स्वस्थ रहेंगे।
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सीने में जलन और अपच की परेशानी होगी दूर
पेट में गैस और पेट फूलने के कारण प्रेग्नेंसी के दौरान सीने में जलन और अपच की शिकायत हो सकती है। ऐसे में आप गर्भावस्था में सौंफ का सेवन कर सकती हैं, इससे आपके सेहत पर बुरा असर नहीं पड़ेगा।
अधिक मात्रा में सौंफ खाने से नुकसान हो सकता है। लेकिन सीमित मात्रा में सौंफ के सेवन से प्रेग्नेंसी पर किसी तरह का कोई असर नहीं होता है। अगर आपको इस तरह की कोई समस्या हो, तो आप दिन में आधा चम्मच सौंफ का सेवन कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान सौंफ खाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
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