
हमारी सुरक्षा के लिए पब्लिक जगहों जैसे- मॉल, मेट्रो और एयरपोर्ट्स पर जांच काफी स्ट्रिक्ट तरीके से होती है। खासतौर पर एयरपोर्ट पर आंतकी हमलों या फिर अन्य गंभीर खतरों से बचने के लिए हर जगह काफी ज्यादा स्ट्रिक्ट तरीके से जांच की जाती है। इन जगहों पर बॉडी की जांच के लिए एक खास तरह के सिक्योरिटी चैक से होकर गुजरना पड़ता है। जब भी आपने हवाई यात्रा की होगी, तो देखा होगा कि आपकी बॉडी को जांचने के लिए बॉडी स्कैनर का इस्तेमाल किया जाता है। इन दिनों यह स्कैनर मॉल और मेट्रो में भी नजर आते हैं। यह स्कैनर हमारी ही सुरक्षा के लिए होते हैं, लेकिन यह तब तनाव की स्थिति पैदा कर सकते हैं जब आप प्रेग्नेंट हों। जी हां, हम में से कई लोगों को यह लगता है कि बॉडी स्कैनर से निकलने वाले रेडिएशन गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन क्या इस बात में सच्चाई है? क्या बॉडी स्कैनर से गर्भावस्था में किसी तरह की परेशानी होती है? चलिए जानते हैं इस बारे में-
क्या होता है बॉडी स्कैनर?
मेट्रो सिटी में रहने वाले लोगों को अक्सर बॉडी स्कैनर से होकर गुजरना पड़ता है। खासतौर पर उन लोगों को लो हर दिन मेट्रो की यात्रा करते हैं। शुरुआत में बॉडी स्कैनर का इस्तेमाल एयरपोर्ट पर ही किया जाता है। लेकिन बढ़ते आंतकी हमलों के खतरों को देखते हुए अब यह सिक्योरिटी कई पब्लिक प्लेस पर लगाई गई है। बॉडी स्कैनर एक खास तरह का उपकरण है, जिसका इस्तेमाल किसी भी व्यक्ति के शरीर या कपड़ों में छिपे संभावित खतरों का पता लगाया जाता है। अगर कोई व्यक्ति एयरपोर्ट या मेट्रो में अपने शरीर या कपड़ों में छिपाकर अपने साथ विस्फोटक, चाकू या फिर कोई अन्य खतरे वाली चीज ले जा रहे है, तो यह स्कैनर उसकी जांच कर सकता है। इन स्कैनर की मदद से मेटल और नॉन मेटिलिक चीजों का भी पता लगाया जा सकता है।
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किस तरह के बॉडी स्कैनर का किया जाता है इस्तेमाल
मिलीमीटर रेडियो वेव स्कैनर एक विशेष तरह का स्कैनर है। अधिकतर एयरपोर्ट पर इसी स्कैनर का इस्तेमाल किया जाता है। यह आपको एक बूथ की तरह दिखता है। इस बूथ में व्यक्ति के शरीर को मिलीमीटर रेडियो किरणों के जरिए स्कैन किया जाता है। इसके बाद मॉनिटर पर इसके इमेज को एंटिना द्वारा रिफ्लेक्ट किया जाता ह। इस स्कैनर में किसी भी तरह के एक्स रे का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
बैकस्कैटर स्कैनर
इस स्कैनर का इस्तेमाल मॉल, मेट्रो या फिर अन्य पब्लिक प्लेस पर किया जाता है। इसमें व्यक्ति को दोनों बॉक्स के बीच में खड़े होकर हाथ उठाना होता है। इसके बाद स्कैनर डिवाइस के अंदर कम तीव्रता वाले एक्स रे की किरणों की मदद से बॉडी के इमेज को कैप्चर किया जाता है। इस स्कैनर की मदद से कपड़ों और स्किन के अंदर छिपी वस्तु का पता लगाया जाता है।
क्या गर्भवती महिलाओं के लिए बॉडी स्नैकर है सेफ?
मदरहुड हॉस्पीटल की गायनाक्लोजिस्ट डॉक्टर मनीषा रंजन का कहना है कि बॉडी स्कैनर गर्भवती महिलाओं के लिए सेफ है। उनका कहना है कि इन दोनों तरह के बॉडी स्कैनर से गर्भवती महिलाओं को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। इन स्कैनर का इस्तेमाल कपड़ों के अंदर छिपी वस्तुओं का पता लगाने के लिए किया जाता है, जिसके लिए काफी कम तीव्रता वाली विद्युत चुंबकीय किरणों का इस्तेमाल होता है।
क्या बॉडी स्कैनर से भ्रूण को होता है नुकसान?
जैसा ही ऊपर बताया गया है कि बॉडी स्कैनर में कम तीव्रता वाले एक्स रे किरणों का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में अगर आप कभी-कभार स्कैनर के संपर्क में आते हैं, तो इससे आपके भ्रूण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। वहीं, मिलीमीटर वेव स्कैनर से भी आपके शिशु और आपको किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है।
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गर्भावस्था के दौरान स्कैनर से सुरक्षा के लिए क्या करें?
वैसे तो स्कैनर से आपके शिशु को किसी तरह का कोई खतरा नहीं होता है। लेकिन अगर आप इस बात से चिंता मुक्त होना चाहती हैं, तो सिक्योटिरी से फिजिकल पैट डाउन सर्च की सिफारिश करें। उन्हें अपनी स्थिति बताएं। इस सिक्योरिटी चेक में महिला सिक्योरिटी गार्ड आपके बॉडी पर अपना हाथ फेर कर आपकी जांच करती हैं। इसमें थोड़ा ज्यादा समय लगता है। इसलिए अगर आप हवाई यात्रा करने जा रहे हैं, तो समय से थोड़ा पहले जाएं।
गर्भावस्था में हर छोटी-छोटी बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसलिए अगर आप कहीं यात्रा करने जा रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से जरूरी सलाह लें। ताकि आप खुद को और अपने बच्चे को सुरक्षित रख सकें।
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